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    Bihar Government Scheme: जीविका दीदियों के खाते में आएंगे 10 हजार, रोजगार योजना के लिए आवेदन शुरू

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 04:14 PM (IST)

    बिहार में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत जीविका दीदियों के खाते में 10-10 हजार रुपये आएंगे। महिलाओं को जीविका से जुड़कर इस योजना के लिए आवेदन करना होगा जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पहली किस्त के रूप में राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाएगी। समूह में नाम जुड़वाने के नाम पर अवैध पैसे मांगने की शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी।

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    महिला रोजगार योजना के लिए जीविका दीदियों का डेटा हुआ अपलोड

    संवाद सहयोगी, डेहरी आनसोन (रोहतास)। प्रखंड क्षेत्र की जीविका दीदियों के खाते में 10-10 हजार रुपए आएंगे। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की राशि का लाभ लेने के लिए महिलाओं को जीविका से जुड़ना अनिवार्य है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में भी मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। महिलाएं जीविका समूह के जरिए या फिर आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।

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    योजना के तहत पहली किस्त के रूप में हर परिवार की एक महिला को डीबीटी के माध्यम से 10 हजार सीधे बैंक खाते में भेजे जाएंगे। यह राशि उन्हें रोजगार शुरू करने में शुरुआती मदद के रूप में मिलेगी।

    दूसरी ओर, गांवों में गत सात सितंबर से महिला रोजगार योजना के लिए निबंधन की प्रक्रिया चल रही है, जबकि शहरी क्षेत्रों में 10 सितंबर से योजना से जुड़ने के लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू की गई है। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं योजना का लाभ लेने के लिए क्षेत्र स्तरीय संगठन या नगर परिषद द्वारा निर्धारित बैठक में आवेदन कर सकती हैं।

    अवैध पैसे मांगने वालों की करें शिकायत:

    मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना लागू होते ही गांव से लेकर शहरों तक महिलाओं की भीड़ देखने को मिल रही है। जीविका समूहों में नाम जुड़वाने के लिए महिलाएं साइबर कैफे में आवेदन की कोशिश कर रही है, लेकिन इसी बीच नाम जोड़ने के नाम पर नाजायज तरीके से पैसे मांगने एवं महिलाओं को दौड़ाने की शिकायतें भी सामने आने लगी हैं।

    पहले से समूह से जुड़ी महिलाओं के आवेदन की प्रक्रिया उनके गांव के ग्राम संगठन से ही पूरी होगी। जो महिलाएं अभी तक नहीं जुड़ी हैं, उन्हें नए समूहों में जोड़ा जाएगा और इसके बाद योजना का लाभ दिया जाएगा। शिकायत मिलने के बाद बीपीएम विपूल पांडेय के अनुसार अगर नाम जोड़ने के लिए पैसा मांगा जाता है, तो शिकायत करें।

    छह माह बाद होगा आकलन:

    इस योजना के लिए यह शर्त रखी गई है कि लाभार्थी जीविका से जुड़ी हों। जो महिलाएं अभी तक नहीं जुड़ी हैं, उन्हें पहले संगठन में आवेदन और स्व-घोषणा पत्र देकर सदस्यता लेनी होगी। इसके बाद ही वे इस योजना की पात्र बन सकेंगी।

    जीविका के बीपीएम ने बताया कि योजना की निरंतर निगरानी जीविका कर्मियों द्वारा की जाएगी। छह महीने बाद लाभार्थियों की प्रगति का आकलन किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर महिलाओं को दो लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता की जाएगी।

    जीविका मित्र भर रहे हैं प्रपत्र:

    जीविका बीपीएम के अनुसार, योजना को लेकर डेहरी प्रखंड के 20968 जीविका दीदी एवं शहरी क्षेत्र के 5200 एवं 1729 समूह के माध्यम से 88 ग्राम संगठन विशेष बैठक बुला रहे हैं। जीविका मित्र द्वारा अभी तक ऑनलाइन 9500 एंट्री प्रपत्र भी भरे जा चुके हैं।

    आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए ग्राम संगठनों को ही आवेदन केंद्र बनाया गया है, ताकि गांव-गांव की महिलाओं को आसानी हो और उन्हें दूर-दराज नहीं जाना पड़े। बताया कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के प्रचार-प्रसार के लिए भी व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है।