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    लौकी@60 महंगा बा...कुछ कम न होई? नहाय-खाय से पहले सब्जियां 'आसमान' पर

    By Kumod Pd Giri Edited By: Ajit kumar
    Updated: Fri, 24 Oct 2025 07:45 PM (IST)

    Chhath Puja 2025: सरायरंजन प्रखंड में छठ पर्व के नहाय खाय को लेकर कद्दू, ओल और सुथनी की मांग बढ़ने से इनकी कीमतें बढ़ गईं। कद्दू 50-60 रुपये प्रति पीस और ओल 70-80 रुपये प्रति किलो बिका। व्रतियों के अनुसार, नहाय खाय में इनका विशेष महत्व है। सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं, जिससे आम आदमी परेशान है।

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    Chhath Puja 2025: नहाय खाय के लिए लौकी की खरीदारी करती महिला। जागरण

    संवाद सहयोगी, सरायरंजन (समस्तीपुर)। Chhath Puja 2025: प्रखंड क्षेत्र में छठ पर्व में नहाय खाय को लेकर कद्दू एवं ओल की बिक्री महंगे दरों पर हुई।

    जिसमें कद्दू 50 से 60 रुपये पीस, ओल 70 से 80 रुपये किलो एवं सुथनी 120 से 130 रुपये किलो बिक्री हुई। छठ व्रतियों ने बताया कि नहाय खाय में कद्दू , ओल एवं सुथनी का महत्व होता है। इन तीनों फलों से ही नहाय खाय किया जाता है।उधर, सब्जी का भाव परवान चढ़कर बोल रहा है। इस प्रकार शुक्रवार को भिंडी 50 रुपये किलाे, बैंगन 60, आलू 26, परवल 50 से 60 एवं फुलगोभी 60 से 70 रुपये प्रति किलो तक बिक्री हुई।

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    Chhath puja nahay khay

    छठ के लिए बनाए जा रहे मिट्टी के चूल्हे

    सरायरंजन : प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में छठ महापर्व को लेकर व्रतियों ने मिट्टी के चूल्हे बनाने शुरू कर दिया हैं। छठ व्रतियों ने बताया कि वे लोग चौर से काली मिट्टी मंगवा कर मिट्टी के दो चूल्हे बनाती हैं। एक चूल्हा खरना के लिए और दूसरा छठ में पकवान बनाने के लिए बनाते हैं।

    अभी तक मिट्टी के चूल्हे बनाने की परंपरा जारी है। वहीं, घर की चक्की में गेहूं की पिसाई की परंपरा खत्म होती जा रही है। इसका कारण यह है कि किसी के घर में अब पुरानी चक्की नहीं है। इस कारण लोग मिल पर जाकर गेहूं की पिसाई कराकर छठ में इस्तेमाल करते हैं।

    संध्या अर्घ्य से पहले बना लें बैरिकेडिंग

     उजियारपुर : प्रखंड क्षेत्र में छठ पूजा को लेकर प्रशासन की टीम ने शुक्रवार को बूढ़ी गंडक नदी के छठ घाटों का जायजा लिया। टीम ने रोशनी और खतरनाक जगहों पर बैरिकेडिंग का अवलोकन किया। टीम का नेतृत्व कर रहे अंचलाधिकारी आकाश कुमार ने प्रखंड के डिहुली, अंगारघाट, मुरियारो व डढ़िया गांव स्थित बूढ़ी गंडक नदी के किनारे छठ घाटों के निरीक्षण के दौरान स्थानीय लोगों को आवश्यक निर्देश दिए।

    उन्होंने संबंधित पंचायत सचिव को बैरिकेडिंग व लाइटिंग का कार्य संध्या अर्घ्य से पूर्व तैयार करवाने का निर्देश दिया। सीओ ने बताया कि नदी का जलस्तर में तेजी से कमी हो रही है। इसलिए छठ पूजा में व्रतियों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी। मौके पर अंगारघाट थाना के पुलिस पदाधिकारी अजय कुमार, उजियारपुर बीपीआरओ रंजय कुमार, अंगारघाट के मुखिया प्रतिनिधि कृष्ण कुमार आदि उपस्थित थे।