जब अर्थी को भी नहीं मिला रास्ता... समस्तीपुर की कुव्यवस्था ने छलका दिया दर्द
Bihar Latest News : समस्तीपुर में यातायात व्यवस्था चरमरा गई। सोमवार को रोसड़ा में लगे जाम में शवयात्रा भी फंसी रही। शव को कंधों पर लिए परिजन रास्ता ढू ...और पढ़ें

रोसड़ा के टावर चौक के निकट जाम में फंसी शवयात्रा। जागरण
संवाद सहयोगी, रोसड़ा (समस्तीपुर) । जिंदगी के जाम में आज मुक्तिधाम भी दूर हो गया था। निर्जीव शरीर , चार अपनों के कंधों पर...। कुव्यवस्था के कारण सोमवार को लगे जाम में शवयात्रा को भी रास्ता नहीं मिला।
लाचार स्वजन गाड़ियों के जाम में कंधे पर अर्थी लिये 'राम-नाम' गोहराते रहे। जाम में फंसे लोगों की उनसे हमदर्दी तो थी, लेकिन देने को रास्ता नहीं...। बस हाथ जोड़ते, प्रणाम करते और आगे की गाड़ियों के सरकने का इंतजार करते। इन सबके बीच मुक्तिधाम की दूरी लंबी हो गई।
रोसड़ा में चरमराई यातायात व्यवस्था ने पग-पग पर समाज-सामाजिकता और मानवता को आईना दिखाया। शहर के टावर चौक पर वैसे तो अस्त-व्यस्त ट्रैफिक से हर रोज जाम की स्थिति बनती है, लेकिन सोमवार की दोपहर में लगे जाम ने शर्मसार कर दिया।
कंधे पर अर्थी लिए स्वजन उनके पीछे भाई-बंधु काफी देर तक छोटे-बड़े वाहनों के बीच खड़े रहे। लोगों से रास्ते की गुहार लगाते रहे, लेकिन कोई हिलने को तैयार नहीं था।
वार्ड 17 में एक व्यक्ति का निधन हो गया था। एसएच-88 पर भिरहा रोड किनारे स्थित आवास से मृतक की अर्थी के साथ शवयात्रा बूढ़ी गंडक किनारे मुक्तिधाम जाने के लिए निकली थी।
नंद चौक से टावर चौक एवं सिनेमा चौक तक जाम रहने के कारण शवयात्रा में शामिल लोगों को भी एक से दूसरा चौराहा पार करने में करीब एक घंटे का समय लग गया।
कभी वाहनों के बीच से तो कभी सड़क के किनारे से निकलकर किसी प्रकार अर्थी के साथ जाम से निकलकर लोग थाना रोड में पहुंचे।
नंद चौक, टावर व महावीर चौक पर कई तरफ से वाहनों की आवाजाही रहने तथा वाहनों की निकासी व्यवस्थित तरीके से करवाने के लिए कोई इंतजाम नहीं रहने के कारण जाम लगता है। प्रशासन द्वारा चलाए गए अतिक्रमण मुक्ति अभियान के बाद दो दिनों तक जाम कम ही लगा, लेकिन ढील मिलते ही फिर वही स्थिति हो रही है।

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