Samastipur News: पटोरी बना कचरे का शहर! नदियों में बह रहा शौचालय का पानी, जलजमाव से महामारी का खतरा
पटोरी नगर परिषद क्षेत्र में गंदगी का बोलबाला है जिससे महामारी फैलने का डर है। बाजार और घनी आबादी वाले इलाकों में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। नालियों में जलजमाव और कचरे के ढेर से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। कचरा उठाने वाली गाड़ी का पता नहीं चलता और नदियों में खुलेआम गंदगी बहाई जा रही है।

बाजार क्षेत्र की सड़कों पर झाड़ू लगाने और कचरा हटाने का काम भले ही नियमित रूप से किया जा रहा है परन्तु सड़कों के अलावा अन्य जगहों पर कचरे का अंबार लगा हुआ है।
इसके प्रति न तो लोगों में जागरूकता है और न ही नगर परिषद में संवेदनशीलता। नतीजा रोंगटे खड़े कर देने वाला है। बरसात में बंद नाली और जलजमाव के कारण महामारी का भय सताने लगा है।
नाली से जल निकासी नहीं होने के कारण बाजार के गोला रोड में दुकानों और घरों में बरसात का पानी घुस रहा है। सड़कों के किनारे गड्ढे, सोमवारी हाट, कवि चौक कोठी रोड, चंदन चौक, प्रखंड कार्यालय के समीप, सोमवारी हाट के समीप जल जमाव के कारण सड़क पर चलना मुहाल है।
रेलवे लाइन के समीप कूड़े का अंबार लगा हुआ है। नगर परिषद क्षेत्र में कचरा उठाने के लिए चलने वाली गाड़ी पर निर्धारित ट्यून और गाना नहीं बजने के कारण लोगों को यह पता नहीं चल पाता है कि कचरा उठाने के लिए गाड़ी कब आई।
कई मुहल्लों में दुर्गंध के कारण गुजारना मुश्किल हो गया है। बाजार के अलावा अन्य नगर परिषद क्षेत्रों में सफाई पूरी तरह फिसड्डी साबित हो रही है। शाहपुर उंडी के एक बड़े हिस्से में पिछले वर्ष जल निकासी नहीं होने से छह महीने तक जलजमाव की स्थिति बनी रही।
इस वर्ष भी कोई इंतजाम नहीं किया गया। कचरों के अंबार से बाजार की सूरत बिगड़ गई है। प्रशासन की उदासीनता व लोगों की लापरवाही ने पूरे क्षेत्र में गंदगी का साम्राज्य स्थापित कर दिया है।
नदी में बहाया जाता है शौच
पटोरी नगर परिषद क्षेत्र का अधिकांश हिस्सा वाया नदी के किनारे अवस्थित है। लोग अपने घरों का नाला व शौचालय की टंकी का पानी सीधे इन्हीं नदियों में बहाते हैं। जानकारी के बावजूद नगर परिषद ने न तो समुचित जल निकास का प्रबंध किया और न नए नाले बने।
लोगों के द्वारा नदियों के जल को खुलेआम प्रदूषित किया जा रहा है। इतना ही नहीं क्षेत्र के लोगों बाजार के अधिकांश दुकानदार सड़कों पर ही घर के नाले का पानी बहाते हैं।
नगर परिषद के अधिकारियों का उन पर कोई अंकुश नहीं है। कई जगह नाला टूटे रहने के कारण सड़कों पर नाले का पानी बहता रहता है। सड़क के किनारे और रेलवे की भूमि पर कचरे का अंबार लोग अपने - अपने घरों से कचरे को निकाल कर सार्वजनिक जगहों पर खुलेआम फेंक देते हैं।
सड़क के किनारे, नाले के अंदर, रेलवे की बेकार पड़ी भूमि आदि पर इन कचरों का अंबार लगा रहता है। इन कचरों में अधिकांश पालीथीन से बने पदार्थ रहते हैं। दुर्गंध के कारण इन क्षेत्रों से गुजरना मुश्किल रहता है।
नगर क्षेत्र की सफाई और जल निकासी की रुपरेखा तैयार कर ली गई है। इसे शीघ्र क्रियान्वित किया जाएगा। - अजय कुमार, कार्यक्रम पदाधिकारी, नगर परिषद, पटोरी
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