समस्तीपुर रेल मंडल में होंगे अब 218 स्टेशन, 41 रैक प्वाइंट; यात्रियों और कारोबारियों को होगा लाभ
पूर्व मध्य रेलवे के मुजफ्फरपुर से समस्तीपुर जंक्शन तक के रेलखंड को सोनपुर मंडल से हटाकर समस्तीपुर में शामिल कर दिया गया है। जिससे स्टेशनों की संख्या 218 हो गई है। इस बदलाव से रैक प्वाइंट्स की संख्या बढ़कर 41 हो गई है। माना जा रहा है कि इससे परिचालन में सुधार होगा यात्रियों को सुविधा मिलेगी।

मनीष कुमार, समस्तीपुर। पूर्व मध्य रेलवे के मुजफ्फरपुर से समस्तीपुर जंक्शन तक के रेलखंड को सोनपुर मंडल से हटाकर समस्तीपुर में शामिल कर दिया गया है।
29 जुलाई को गजट जारी होने के बाद यह एक सितंबर से पूरी तरह प्रभावी होगा। अधिसूचना के मुताबिक, मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रेलखंड में आने वाले नौ स्टेशन अब प्रशासनिक रूप से समस्तीपुर मंडल के अधीन होंगे।
सोमवार से समस्तीपुर रेलमंडल में रैक प्वाइंट की संख्या बढ़कर 41 हो जाएगी, वहीं रेलवे स्टेशनों की संख्या 218 हो जाएगी। इससे मंडल के माल भाड़ा और टिकट बुकिंग में भी इजाफा होगा। 2024-25 में समस्तीपुर रेलमंडल को माल भाड़े से 212.88 करोड़ की आय हुई थी। वहीं, टिकट बिक्री से चालू वित्तीय वर्ष में 346 करोड़ की आय हुई थी।
9 स्टेशन आएंगे समस्तीपुर मंडल के अधीन
इस अधिसूचना के बाद मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रेलखंड के कुल 9 स्टेशन अब समस्तीपुर रेल मंडल के प्रशासनिक दायरे में आ जाएंगे। इनमें मुजफ्फरपुर, नारायणपुर अनंत, सिलौत, सिहो, ढ़ोली, दुबहा, विष्णुपुर बथुआ हाल्ट, खुदीराम बोस पूसा और कर्पूरीग्राम स्टेशन शामिल हैं। इस बदलाव के बाद समस्तीपुर मंडल में रेलवे स्टेशनों की संख्या बढ़कर 218 हो जाएगी।
रैक प्वाइंट की संख्या में भी बढ़ोतरी
इस फैसले से न केवल रेलवे स्टेशनों की संख्या बढ़ी है बल्कि समस्तीपुर रेल मंडल में कर्पूरीग्राम और नारायणपुर रैक प्वाइंट के शामिल हो जाने से रैक प्वाइंट की संख्या भी बढ़कर 41 हो जाएगी। इससे मालगाड़ियों के परिचालन में सहूलियत मिलेगी और माल लदान की प्रक्रिया और तेज हो सकेगी।
परिचालन और समय पालन में सुधार की उम्मीद
अब तक मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रेलखंड पर ट्रेनों के संचालन के लिए सोनपुर व समस्तीपुर मंडल के बीच आपसी समन्वय की आवश्यकता होती थी। आगमन और प्रस्थान को लेकर दोनों मंडलों के बीच बातचीत के बाद ही ट्रेनों व मालगाड़ियों का संचालन होता था। लेकिन अब इस बदलाव के बाद पूरा नियंत्रण समस्तीपुर मंडल के हाथ में होगा।
रामदयालु से बेलारी हॉल्ट और समस्तीपुर-रुसेरा घाट रेलखंड में आलापुर तक का संचालन सीधा समस्तीपुर मंडल करेगा। इससे उम्मीद है कि ट्रेनों की लेटलतीफी में कमी आएगी और समय सारणी का पालन और सख्ती से हो सकेगा।
यात्रियों और व्यापारियों को होगा लाभ
नई व्यवस्था से यात्रियों के साथ-साथ व्यापारियों को भी सीधा लाभ मिलेगा। परिचालन सुचारू होने से यात्रियों की परेशानी कम होगी, समय पर गंतव्य तक पहुंचना आसान होगा। वहीं, मालगाड़ियों के संचालन पर पूरा नियंत्रण मिलने से व्यापारिक गतिविधियां और तेज होंगी।
मंडल की आय में होगी वृद्धि
आर्थिक दृष्टि से भी यह निर्णय समस्तीपुर रेल मंडल के लिए फायदेमंद साबित होगा। वित्तीय वर्ष 2024-25 में समस्तीपुर मंडल को जहां माल भाड़ा से 212.88 करोड़ रुपये की आय हुई थी, वहीं चालू वर्ष में टिकट बिक्री से 346 करोड़ रुपये की कमाई अब तक हुई है।
इसके अलावा मंडल ने कुल 179 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया। अब नए स्टेशनों और रैक प्वाइंट्स के जुड़ने से आने वाले वर्षों में माल भाड़ा और टिकट बिक्री से लाखों की अतिरिक्त आमदनी होने की उम्मीद है।
मंडल रेल प्रबंधक ज्योति प्रकाश मिश्रा ने बताया कि यह अधिकसूचना तो पहले से ही जारी हो चुकी है। सोमवार से यह कार्यान्वित हो रहा है।
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