अनोखा रिकार्ड : सरायरंजन में विकास के महापथ पर चला विजय रथ... मगर पीछे ताकत किसकी?
सरायरंजन में विकास का एक अनूठा रिकार्ड बना है, जहां विकास कार्यों की गति तेज हुई है। इस विकास के पीछे राजनीतिक समर्थन और जनता की भागीदारी का महत्व है। यह देखना महत्वपूर्ण है कि इस विजय रथ को चलाने में किसकी शक्ति काम कर रही है, ताकि विकास सही दिशा में हो।

जीत के बाद मुख्यमंत्री को बधाई देते मंत्री विजय कुमार चौधरी। जागरण
संवाद सहयोगी, सरायरंजन (समस्तीपुर)। विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके चहेते मंत्री सह स्थानीय विधायक विजय कुमार चौधरी द्वारा विगत वर्षों में क्षेत्र में किये गए सर्वांगीण विकास के महापथ पर विजय का रथ सरपट दौड़ा। जीत का चौका लगाते हुए श्री चौधरी ने विरोधियों को चौंका दिया।
वर्ष 2020 के चुनाव में मात्र राजद प्रत्याशी अरविन्द कुमार सहनी को मात्र 3682 मतों से पराजित कर अपनी जीत दर्ज की थी। तब राजद के एक अज्ञात प्रत्याशी से कठिन संघर्ष के साथ बिहार सरकार के मंत्री के लिए यह मामूली जीत आश्चर्यजनक महसूस हो रही थी।
जनसुराज एवं स्थानीय निर्दल प्रत्याशी के जोरदार चुनाव प्रचार को देखते हुए , विकास पुरुष विजय कुमार चौधरी की जीत के प्रति आश्वस्त होने के बावजूद, फिर से कम मतों से जीत की आशंका हो रही थी।
लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा वृद्धावस्था पेंशन की बढ़ोतरी, 125 युनिट फ्री बिजली एवं महिलाओं को स्वरोजगार के लिए दस हजार रुपए के एकमुश्त भुगतान ने एनडीए सरकार द्वारा सर्वसाधारण मतदाताओं में मुख्यमंत्री नीतीश के जनहित में पूरी तरह समर्पित होने का विश्वास जगा कर मतदाताओं का दिल जीत लिया।
इसका पूरा लाभ स्थानीय विधायक एवं जदयू प्रत्याशी विजय कुमार चौधरी को भरपूर प्राप्त हुआ। इतना ही नहीं स्थानीय विधायक विजय कुमार चौधरी के द्वारा संपूर्ण सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में चमचमाती सड़कों के जाल, श्रीराम जानकी मेडिकल कालेज अस्पताल, इंजीनियरिंग कालेज की स्थापना से सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र को चार चांद लगाया। इतना ही नहीं अन्य क्षेत्र के सर्वांगीण विकास की वजह से उन्हें महाजीत दिला दी।
इस बार उन्हें पुराने प्रतिद्वंदी अरविंद कुमार सहनी को 20798 मतों से पराजित कर अपनी प्रतिष्ठा के पताका को विकास के सातवें आसमान तक फहरा कर संपूर्ण सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को भी गौरवान्वित कर दिया।
ऐसा भी नहीं था लेकिन मतदाताओं ने अपने दिल की सारी कसक को भुलाकर एकमात्र अपने चहेते विधायक को फिर से विजय श्री की माला पहनाई। वर्तमान चुनाव में कुल 38 पंचायत में से 28 पंचायतों में विजय कुमार चौधरी को विजयश्री हासिल हुई है। जबकि विपक्ष के प्रत्याशी को मात्र 10 पंचायतों में ही जीत मिली।
मंत्री विजय कुमार चौधरी को वर्तमान चुनाव में जीत दिलाने वाले पंचायतों में गंगापुर, लाटबसेपुरा, रुपौली, बरबट्टा, नगर पंचायत बथुआ, जितवारपुर कुम्हिरा, भगवतपुर, हरिपुर बरहेता,नगर पंचायत सरायरंजन पश्चिमी,नगर पंचायत सरायरंजन झखड़ा, अख्तियारपुर, खजुरी, नगर पंचायत नरघोघी, किशनपुर युसूफ, रायपुर, मणिकपुर, सोठगामा, गढ़ सिसई, सिमरी,बढ़ौना, हरपुर बोचहा,बाजितपुर ,साहिट बालकृष्णपुर मरवा, मऊ धनेशपुर उत्तर एवं मऊ धनेश पुर दक्षिण सहित कुल 28 पंचायतों ने, विजय कुमार चौधरी को जीत दिला कर विधायक का ताज पहनाया है।
इन पंचायतों में 100 मतों से लेकर डेढ़ हजार मतों से अधिक मतों ने मतगणना के हर राउंड में विजय कुमार चौधरी को बढ़त दिलाए रखा। अन्य 10 पंचायतों में विपक्षी प्रत्याशी को जीत मिली है।
सर्वाधिक आश्चर्य की बात तो यह है कि जनसुराज और निर्दलीय प्रत्याशी के पंचायतों में भी विजय कुमार चौधरी ने सर्वाधिक मत प्राप्त कर अपनी जीत का परचम लहरा कर लोकप्रियता की मिसाल कायम की है।

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