Chhath 2025: छठ पर्व से पहले दरियापुर के घाटों पर कचरे का अंबार, सफाई को लेकर प्रशासन बेखबर
दरियापुर प्रखंड में छठ घाटों की हालत खराब है, कचरा जमा है और सफाई नहीं हो रही। प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे स्थानीय लोग नाराज हैं। कई घाट पानी में डूबे हुए हैं, जिससे अर्घ्य देना खतरनाक हो सकता है। लोगों ने घाटों की सफाई और सुरक्षा की मांग की है। प्रशासन का कहना है कि वह स्थिति पर नजर रख रहा है, पर अलग से कोई योजना नहीं है। श्रद्धालु सफाई और सुरक्षा की उम्मीद कर रहे हैं।
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छठ पर्व से पहले दरियापुर के घाटों पर कचरे का अंबार। फोटो जागरण
संवाद सूत्र, दरियापुर (सारण)। भगवान भास्कर की उपासना का महापर्व छठ नजदीक है, लेकिन दरियापुर प्रखंड के अधिकांश छठ घाटों की स्थिति अब भी दयनीय बनी हुई है। घाटों पर कचरे के ढेर और गाद जमने से व्रतियों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। प्रशासन की ओर से अब तक सफाई या सुरक्षा व्यवस्था की कोई ठोस पहल नहीं की गई है, जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में दर्जनों छठ घाट हैं, लेकिन अधिकांश जगहों पर सफाई का अभाव है। विशवमभरपुर पंचायत के रानी घाट, लोहछा घाट, ठीका घाट, सरारी, रानीपुर, कमालपुर, बनेया, जामीनपुर, पोझी, बारवे, खानपुर, जैतीपुर, कोनहवा, मगरपाल, मनपुरा और मठ चिलावे जैसे घाटों की स्थिति बेहद खराब बताई जा रही है। कई घाटों पर इतना कचरा जमा है कि घाट का पता लगाना मुश्किल हो गया है।
नदियों में इस बार पानी की अधिकता और तेज प्रवाह ने भी स्थिति को गंभीर बना दिया है। कई छठ घाट पूरी तरह पानी में डूबे हुए हैं, जिससे व्रतियों के लिए अर्घ्य देना जोखिम भरा हो सकता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासनिक उदासीनता व्रतियों की आस्था के प्रति अपमान जैसा है। लोगों ने मांग की है कि शीघ्र घाटों की सफाई कराई जाए और जहां पानी का बहाव अधिक है, वहां सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेरिकेडिंग की व्यवस्था की जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि अब छठ पर्व में केवल चार से पांच दिन शेष हैं, लेकिन सफाई का कार्य शुरू नहीं हुआ। इससे न केवल श्रद्धालुओं को परेशानी होगी बल्कि किसी अप्रिय घटना की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी दीनबंधु दिवाकर ने बताया कि प्रशासन घाटों की स्थिति पर नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सफाई और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
साथ ही नदी तटों की जांच कर आवश्यक कदम उठाने की प्रक्रिया जारी है। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि छठ घाटों की सफाई के लिए अलग से कोई योजना उपलब्ध नहीं है।
आस्था के इस महापर्व से पहले घाटों की ऐसी स्थिति ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालु उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में घाटों की सफाई और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी ताकि छठ व्रतियों को बिना किसी बाधा के भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने का अवसर मिल सके।

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