छपरा के बाद अब मशरक में गरजेगा बुलडोजर, अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का एक्शन जारी
मशरक नगर पंचायत समेत पूरे बिहार में अतिक्रमण की समस्या है, जिससे बाजार में जाम लगता है। प्रशासन अतिक्रमण हटाने की तैयारी में है और लोगों को चेतावनी दी ...और पढ़ें

अतिक्रमण हटाओ अभियान। फाइल फोटो
संवाद सहयोगी, मशरक (सारण)। पूरे बिहार की तरह मशरक नगर पंचायत सहित ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न हाट - बाजारों में भी अतिक्रमण व्यापक पैमाने पर है। पूरे बिहार की तरह मशरक में भी अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का बुलडोजर, इसकी तैयारी चल रहा है। इस अतिक्रमण के चलते आए दिन बाजार में जाम लगा रहता है।
जिला प्रशासन व राज्य सरकार की ओर से क्षेत्र के सभी हाट बाजारों में आए दिन जाम की समस्या को देखते हुए लाउडस्पीकर से सूचना देने के उपरांत अतिक्रमण हटाना सुनिश्चित करने का निर्देश सोशल मीडिया के आधिकारिक पेजों पर दें रहें हैं।
मशरक सीओ सुमंत कुमार ने कहा कि प्रशासन ने मशरक बाजार के लोगों को बता दिया है कि जिन लोगों ने सड़क पर अतिक्रमण किया हुआ है, वो उसे हटा लें अन्यथा प्रशासन का बुलडोजर चलेगा। इसके बावजूद जो नहीं मानेंगे, उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन इसकी तैयारी कर रही है।
अतिक्रमण से आम लोगों को होती है परेशानी
बताते चले कि सड़क किनारे के सभी दुकानदार अपनी दुकानों को सड़क पर बने सफेद पट्टी के पास या पट्टी से अंदर सड़क पर भी दुकानें लगाकर सड़क को संकीर्ण कर रहे है, जिस कारण आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
थाना रोड से लेकर मां सिद्धिदात्री मंदिर चौक, महावीर मंदिर चौक, छपरा रोड, ब्लॉक के पास, स्टेशन रोड, मलमलिया रोड, यदु मोर, तरैया रोड सबसे ज्यादे और व्यापक पैमाने पर सड़क का अतिक्रमण हुआ है, जिसे स्थानीय पदाधिकारी देखकर भी अनदेखा करते रहे हैं।
अतिक्रमणकारियों द्वारा फुटपाथ की जमीन पर सीढ़ी बनाना, करकट लगाना, मिट्टी भरकर अवैध कब्जा कर पैदल राहगीरों के लिए भी परेशानियां खड़ी कर दी गई है।
छपरा की सड़कों पर चला प्रशासन का बुलडोजर
छपरा शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के उद्देश्य से नगर निगम प्रशासन ने गुरुवार को शहर के सबसे व्यस्त क्षेत्र नगर थाना चौक से लेकर मौलाना मजहरुल हक चौक तक बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया।
भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रशासन का बुलडोजर सड़क पर गरजता रहा और नालों तथा सड़क पर किए गए अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया। इस दौरान सड़क किनारे दुकानों के आगे बनाए गए रैम्प, पक्के चबूतरे और अस्थायी ढांचे बुलडोजर की जद में आ गए।
अभियान के दौरान जैसे ही बुलडोजर आगे बढ़ा, वैसे ही अतिक्रमणकारियों में अफरा-तफरी मच गई। कई लोगों ने स्वयं ही अपने ढांचे हटाने शुरू कर दिए, जबकि कुछ ने अभियान का विरोध भी किया।
हालांकि प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए विरोध करने वालों पर जुर्माना लगाया और तत्काल अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया। नगर निगम के पदाधिकारियों की टीम पूरे अभियान के दौरान मौके पर मौजूद रही और हर गतिविधि पर नजर बनाए रखी।
जुर्माने के साथ दी गई चेतावनी
नारायणी चौक पर चौधरी जनरल स्टोर के संचालक द्वारा सड़क पर किए गए अतिक्रमण को लेकर नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया और उन्हें जल्द से जल्द अपना अवैध ढांचा हटाने की मोहलत दी।
वहीं, एक निजी नर्सिंग होम के संचालक ने अपने मुख्य द्वार पर बने रैम्प को हटाने के लिए समय मांगा तो पदाधिकारियों ने जुर्माने की राशि जमा कराने को कहा। एक दिन की मोहलत मांगने के बावजूद जब वे तैयार नहीं हुए तो तत्काल बुलडोजर से रैम्प को ध्वस्त कर दिया गया।
10 जनवरी तक चलेगा विशेष अभियान
नगर निगम के नगर प्रबंधक अरविंद कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह अभियान 10 जनवरी तक लगातार जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जिन क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाया जा रहा है, यदि वहां दोबारा कब्जा किया गया तो पहले से कहीं अधिक भारी जुर्माना लगाया जाएगा। प्रशासन की इस सख्ती से अतिक्रमणकारियों में खौफ का माहौल है।
फिलहाल छपरा की सड़कों पर प्रशासन का बुलडोजर लगातार आगे बढ़ रहा है। बुलडोजर की दहाड़ सुनते ही लोग खुद ही अपने अवैध कब्जे हटाते नजर आ रहे हैं।
शहरवासियों को उम्मीद है कि इस अभियान से सड़कों पर ट्रैफिक व्यवस्था सुधरेगी और आम लोगों को चलने-फिरने में राहत मिलेगी। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अब अतिक्रमण को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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