शिवहर के गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में विदेशी भाषा पाठ्यक्रम की शुरुआत
गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज शिवहर में विदेशी भाषा पाठ्यक्रम शुरू किया गया है, जिसमें जर्मन, जापानी और फ्रेंच भाषाएँ सिखाई जा रही हैं। छात्रों ने जर्मन में अपना परिचय दिया और दैनिक उपयोग के वाक्यों का अनुवाद किया। प्राचार्य ने विदेशी भाषाओं के महत्व पर प्रकाश डाला और छात्रों को प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों की संवाद क्षमता को बढ़ाना है।

इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
संवाद सहयोगी. पिपराही (शिवहर)। गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज शिवहर के लैंगवेज लैब में विदेशी भाषाओं को लेकर छात्रों में उत्साह देखने को मिला। कॉलेज में वर्तमान समय में तीन विदेशी भाषाएँ — जर्मन, जापानी, और फ्रेंच सिखाई जा रही हैं।
इसी क्रम में सिविल ब्रांच के प्रथम सेमेस्टर के छात्रों ने कल आयोजित विदेशी भाषा कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस कार्यक्रम में छात्रों ने जर्मन लैंगवेज में अपना परिचय प्रस्तुत किया और दैनिक जीवन में प्रयुक्त शब्दों एवं वाक्यों का अनुवाद कर दिखाया।
यह गतिविधि छात्रों के अंदर विदेशी भाषाओं के प्रति रुचि पैदा करने और उनकी संवाद क्षमता (कम्यूनिकेशन स्किल्स) को निखारने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। इस अवसर पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ केशवेंद्र चौधरी सहित मेंटर्स प्रोफेसर रवि रंजन, प्रोफेसर कृष्णा मुरारी, और रवि कुमार भी उपस्थित रहे।
कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ केशवेंद्र चौधरी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की दुनिया ग्लोबल विलेज बन चुकी है। अब सिर्फ तकनीकी ज्ञान ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि विदेशी भाषाओं की समझ भी हर इंजीनियर के लिए आवश्यक हो गई है।
हमारे कॉलेज के छात्र जब जर्मन, जापानी और फ्रेंच जैसी भाषाएँ सीखेंगे, तो वे न केवल अपने ज्ञान का विस्तार करेंगे, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आत्मविश्वास के साथ काम कर सकेंगे।
मुझे गर्व है कि हमारे छात्र इस दिशा में पहला कदम उठा चुके हैं। यह प्रयास गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज शिवहर को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाएगा। प्राचार्य ने आगे कहे कि भाषा सीखना केवल शब्द याद करना नहीं होता, बल्कि यह एक संस्कृति, सोच और अभिव्यक्ति को समझने का माध्यम है।
उन्होंने सभी छात्रों को निरंतर अभ्यास और नई चीज़ें सीखने की प्रेरणा दी तथा कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों की सराहना की। कार्यक्रम में मौजूद मेंटर्स ने भी छात्रों का उत्साह बढ़ाया।
प्रोफेसर रवि रंजन ने कहे कि विदेशी भाषा सीखने से छात्रों की मानसिक क्षमता और आत्मविश्वास दोनों बढ़ते हैं। यह पहल छात्रों को ग्लोबल कम्युनिकेशन के लिए तैयार करेगी।
प्रोफेसर कृष्णा मुरारी ने कहा कि नई भाषा सीखना नई सोच विकसित करने जैसा है। जर्मन, जापानी, और फ्रेंच सीखने से छात्रों को भविष्य में उच्च शिक्षा और नौकरी के अवसरों में लाभ मिलेगा।
वहीं प्रोफेसर रवि कुमार ने कहा कि लैंगवेज लैब का मुख्य उद्देश्य छात्रों को केवल बोलने की कला सिखाना नहीं, बल्कि उन्हें विभिन्न संस्कृतियों से जोड़ना भी है। मैं सभी प्रतिभागियों को उनकी मेहनत और रुचि के लिए बधाई देता हूँ।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों में इंट्रोडक्शन श्रेणी से — पवन कुमार, मोनू कुमार, मधुरेन्द्र कुमार, युविका कुमारी, सुरभि कुमारी, अदिति राज, अंशिका कुमारी, और दीपक कुमार शामिल रहे।
वहीं वर्ड्स ऐंड सेंटेंस श्रेणी में — नयनदीप, श्वेताभ सुमन, आदर्श, प्रिया, सूर्यांश और नितिन ने अपनी प्रस्तुति दी। कॉलेज परिसर में आयोजित यह गतिविधि छात्रों के लिए एक प्रेरणादायी अवसर साबित हुई।
यदि छात्र इन विदेशी भाषाओं को नियमित अभ्यास के साथ सीखते रहें, तो यह उनके करियर और भविष्य दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। इस प्रकार लैंगवैज लैब के इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज शिवहर न केवल तकनीकी शिक्षा में बल्कि भाषा एवं व्यक्तित्व विकास के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

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