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    Sheohar Assembly Seat 2025: हर गठबंधन में दो-तीन दावेदार, RJD से JDU में गए MLA के सामने बड़ी चुनौती

    Updated: Mon, 25 Aug 2025 02:57 PM (IST)

    शिवहर विधानसभा सीट पर चुनाव से पहले एनडीए और महागठबंधन दोनों गठबंधनों में कई दावेदार हैं। राजद विधायक चेतन आनंद के जदयू में शामिल होने के बाद भी स्थानीय नेता उन्हें स्वीकार नहीं कर रहे। कई अन्य नेता भी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। पिछले चुनाव में चेतन आनंद ने जदयू के मो. शरफुद्दीन को हराया था लेकिन इस बार मुकाबला और भी दिलचस्प होने की संभावना है।

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    हर गठबंधन में दो-तीन दावेदार, RJD से JDU में गए MLA के सामने बड़ी चुनौती

    नीरज, शिवहर। गठबंधनों के बीच सीटों का बंटवारा होने से पहले शिवहर विधानसभा सीट से एनडीए और आईएनडीआई दोनों गठबंधन में कई दावेदार हैं। वे क्षेत्र में लगातार सक्रिय भी हैं। गठबंधन व दलों के बीच इसे लेकर स्थानीय स्तर पर खींचतान भी चल रही है। दोनों ओर से दो से तीन दावेदार हैं।

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    राजद विधायक चेतन आनंद भले ही जदयू में पहुंच एनडीए का हिस्सा हो गए हैं, लेकिन उन्हें जिले के नेता स्वीकार नहीं कर रहे। जदयू नेता सह पूर्व विधायक मो. शरफुद्दीन हों या भाजपा के ठाकुर रत्नाकर राणा, दोनों में से कोई भी चेतन आनंद को एनडीए का हिस्सा नहीं मान रहा। दोनों उन्हें अब भी राजद का विधायक बता रहे हैं।

    इसके ठीक उलट विधायक चेतन आनंद एनडीए समर्थित जदयू नेता के रूप में जिले के सरकारी कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं और नीतीश कुमार के नाम के सहारे दोबारा मैदान में कूदने को तैयार हैं। तीनों नेता चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। जदयू की आधी टीम शरफुद्दीन के साथ है तो कुछ नेता चेतन आनंद के साथ। पिछली बार यह सीट जदयू के पास थी।

    दूसरी ओर, इस सीट पर बेलसंड से राजद विधायक संजय गुप्ता, शिवहर जिप अध्यक्ष विजय कुमार सिंह, बेलसंड से जदयू की पूर्व विधायक सुनीता सिंह चौहान, शिवहर से राजद के पूर्व विधायक पंडित रघुनाथ झा के पुत्र अजीत कुमार झा व विधान पार्षद फारूख शेख भी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं।

    शिवहर सीट का सियासी इतिहास

    शिवहर सीट पर वर्ष 1972 से 1995 तक रघुनाथ झा लगातार जीतते रहे। लालू प्रसाद के साथ विवाद के बाद पंडित रघुनाथ झा ने वर्ष 1998 में इस्तीफा दे दिया। वर्ष 1998 में हुए उपचुनाव में राजद के टिकट पर ठाकुर रत्नाकर राणा ने समता पार्टी के पंडित रघुनाथ झा को हराया था। वर्ष 2000 में राजद के सत्यनारायण प्रसाद ने समता पार्टी के अजीत कुमार झा को 5,019 वोटों से हराया था।

    फरवरी 2005 व अक्टूबर 2005 में पंडित रघुनाथ झा के पुत्र राजद प्रत्याशी अजीत कुमार झा ने जदयू के ठाकुर रत्नाकर को करीबी मुकाबले में हराया था। वर्ष 2015 में गठबंधन धर्म के चलते टिकट न मिलने पर ठाकुर रत्नाकर राणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ 22,500 से अधिक वोट हासिल किए। पिछले लोकसभा चुनाव में भी मैदान में उतरने को तैयार थे, लेकिन सीट जदयू के पास चली गई। इस बार वह मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहते हैं।

    पिछले विधानसभा चुनाव में राजद के चेतन आनंद ने जदयू के मो. शरफुद्दीन को 21.7 प्रतिशत यानी 36 हजार 686 मतों से हराया था। दोनों के बीच मतों के जीत का अंतर 21.9 प्रतिशत रहा। शरफुद्दीन को 36 हजार 457 मत मिले थे। चेतन आनंद बाद में जदयू के पाले में आ गए। इस बार वह फिर शिवहर से चुनाव लड़ने को तैयार हैं।

    वर्ष 2010 के चुनाव में एनडीए समर्थित जदयू के मो. शरफुद्दीन ने बसपा की प्रतिमा देवी को 1,631 मतों से हराया था। जबकि वर्ष 2015 में महागठबंधन समर्थित जदयू के टिकट पर शरफुद्दीन एनडीए समर्थित हम प्रत्याशी लवली आनंद से महज 461 वोटों से जीत दर्ज करने में कामयाब हुए थे। पिछला चुनाव वह हार गए। इस बार वह पहले से ही टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं।

    विधानसभा क्षेत्र एक नजर में

    • कुल मतदाता : दो लाख 98 हजार
    • पुरुष : एक लाख 53 हजार
    • महिला : एक लाख 44 हजार 995
    • थर्ड जेंडर : 05

    विधानसभा चुनाव 2020 का परिणाम

    • मतदान : 56.37 प्रतिशत
    • विजेता : चेतन आनंद (राजद) : 73 हजार 143 (43.7 प्रतिशत)
    • उपविजेता : मो. शरफुद्दीन (जदयू) : 36 हजार 457 (21.7 प्रतिशत)
    • जीत का अंतर : 36 हजार 686 मत (21.9 प्रतिशत)

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