Sheikhpura Flood: हरोहर नदी का जलस्तर में वृद्धि से बढ़ी लोगों की टेंशन, बाढ़ की चपेट में दर्जनों गांव
शेखपुरा जिले के घाटकुसुंभा प्रखंड में हरोहर नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लगभग दो दर्जन गाँव और 25 हजार लोग प्रभावित हैं कई इलाकों का संपर्क टूट गया है। डीहकुसुंभा में पानी घुसने से लोग बेघर हो रहे हैं। प्रशासन राहत कार्य में जुटा है चारा और स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं।

जागरण संवाददाता, शेखपुरा। पिछले चौबीस घंटे में हरोहर नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि से जिला के घाटकुसुंभा प्रखंड में स्थिति और बिगड़ गई है। हरोहर नदी की उफान से प्रखंड के दो दर्जन गांवों की 25 हजार की आबादी प्रभावित है। बाउघाट गांव के पास पुल पर हरोहर नदी की सहायक सोमे नदी का पानी चढ़ने से समूचे पानापुर पंचायत का सड़क संपर्क प्रखंड और जिला मुख्यालय से टूट गया है।
बिगड़ती स्थिति को देखते हुए अपर समाहर्ता लखिन्द्र पासवान ने रविवार को क्षेत्र के कई गांवों का भ्रमण करके बाढ़ जैसी उत्पन्न स्थिति का मुआयना किया। अपर समाहर्ता के साथ जिला और प्रखंड के भी कई पदाधिकारी शामिल थे।
अपर समाहर्ता ने बताया हरोहर के जलस्तर में तेज वृद्धि हो रही है। इधर हरोहर नदी में उफान के कारण उसकी सहायक नदियों में भी बाढ़ जैसी स्थिति है। नदी का पानी डीहकुसुंभा गांव के आबादी वाले हिस्से में पहुंच गया है।
डीहकुसुंभा के आबादी वाले हिस्से में पानी पहुंचने से कई परिवार घर छोड़ने की लाचारी का सामना कर रहे हैं। सदर प्रखंड के महसार और पुरैना पंचायतों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। हरोहर के जलस्तर में हो रही लगातार वृद्धि से निचले क्षेत्रों सुजालपुर, अकरपुर सहित कई गांवों के सड़क संपर्क भंग होने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
पुरैना गांव के किसान रामाश्रय प्रसाद ने बताया एक सप्ताह से पानी में डूबे हुए हजारों बीघा में धान के पौधे अब गलकर समाप्त हो गए हैं। डीहकुसुंभा के ग्रामीण सिद्धेश्वर महतो तथा गंगा प्रसाद केवर ने बताया हरोहर और टाटी नदियों का पानी आबादी वाले हिस्से में प्रवेश करने लगा है।
यही स्थिति रही तो सोमवार तक घाटकुसुंभा प्रखंड का सड़क संपर्क शेखपुरा जिला मुख्यालय से कट सकता है, कारण डीहकुसुंभा और घाटकुसुंभा मुख्य सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ रहा है।
प्रशासन स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा है। किसी भी परिस्थिति से निबटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। पशुओं के लिए चारा का वितरण किया जा रहा है और गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच के साथ आवश्यक दवाइयां दी जा रही है। आधा दर्जन सरकारी नाव की व्यवस्था की गई है। -लखिन्द्र पासवान, अपर समाहर्ता।
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