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    Sheikhpura News: पहाड़ों में नई बंदोबस्ती के लिए 12 खंड चिह्नित, अगले महीने तक बंद हो जाएगा 4 खंडों में खनन

    Updated: Mon, 17 Nov 2025 04:12 PM (IST)

    शेखपुरा में खनन विभाग की आय घट रही है, क्योंकि नई बंदोबस्ती नहीं हो रही है। जिले में पत्थर खनन के लिए 12 नए भूखंड चिह्नित किए गए हैं, लेकिन वर्तमान में चल रहे सात में से चार खंड अगले महीने तक बंद हो जाएंगे। राजस्व वसूली भी लक्ष्य का आधा ही हो पाया है। लघु क्रेशर संचालक संघ ने छोटे ब्लॉक बनाने की मांग की है।

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    जागरण संवाददाता, शेखपुरा। राजस्व जुटाकर सरकारी खजाना भरने में सबसे बड़े अव्वल जिले के खनन विभाग की आय सिकुड़ रही है। विभाग के राजस्व की यह स्थिति जिले में अवस्थित पहाड़ी भूखंडों की नई बंदोबस्ती नहीं होने से खड़ी हुई है। जिले में पिछले कई वर्षों से खनन क्षेत्रों की नई बंदोबस्ती नहीं हुई है।

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    जिन बंदोबस्त भूखंडों पर पत्थर खनन का कार्य हो रहा है, उसमें भी सात में से चार की अवधि अगले महीने पूरी हो रही है। इसके बाद जो तीन पहाड़ी भूखंड खनन के लिए बचेंगे, उनकी बंदोबस्ती की अवधि अगले वर्ष जून से लेकर अगस्त समाप्त हो जाएगी।

    जिले में पत्थर उत्खनन के लिए जिला स्तरीय समिति ने नए सिरे से 12 पहाड़ी भूखंडों को चिह्नित करके उसकी सूची और भौगोलिक ब्योरा सरकार को भेजा है। विभाग के मिली आधिकारिक जानकारी में बताया गया कि अभी जिले के सात पहाड़ी भूखंडों पर पत्थर का खनन हो रहा है, जिसमें चार एक भूखंड मटोखर की अवधि इसी महीने समाप्त हो रही है।

    इसके अलावा, तीन और खंड जिसमें चांदी पहाड़ के दो तथा पचना पहाड़ के एक खंड की अवधि अगले महीने पूरी हो जाएगी। इसके बाद जनवरी से मात्र तीन खंडों पर खनन का कार्य होगा, जिसमें चकंदरा के दो तथा वाजिदपुर के एक खंड शामिल हैं।

    अगर नई बंदोबस्ती नहीं हुए तो अगले वर्ष के उतर्राध में जिला के पहाड़ों से पत्थर खनन का कार्य पूरी तरह से बंद हो जाएगा, जिसके कारण राज्य सरकार के राजस्व वसूली के साथ राज्य में विकास कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं।

    मात्र 50 प्रतिशत वसूली

    धीरे-धीरे बंद हो रहे पहाड़ के कारण खनन राजस्व में तेजी से गिरावट आ रही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चालू वित्तीय वर्ष का सात महीना बीत जाने के बाद भी जिला के खनन राजस्व लक्ष्य की तुलना में मात्र 50 प्रतिशत वसूल हुआ है। चालू वित्तीय वर्ष में जिला के खनन विभाग को 53 करोड़ रुपया राजस्व जुटाने का लक्ष्य मिला है।

    छोटे खंड बनाने की मांग-

    जिला के लघु क्रेशर संचालक संघ के अध्यक्ष तथा सीपीआई के जिला सचिव प्रभात कुमार पांडे ने सरकार की मौजूदा नीति की आलोचना करने हुए पत्थर खनन के लिए छोटे ब्लॉक बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बड़े ब्लॉक बनाने से जिला के लघु उद्यमी पत्थर के कारोबार से दूर हो गए हैं। सरकार बड़ी कंपनियों के बजाय छोटे ब्लाक बनाकर स्थानीय उद्यमी को प्रोत्साहित करे।

    जनसरोकार के भी कार्य-

    यजिला का खनन विभाग सरकारी खजाने को भरने के साथ जिला में स्थानीय स्तर पर जन सरोकार का भी काम कर रहा है। सहायक खनन निदेशक ने बताया जिलाधिकारी की पहल पर स्थानीय खनिज विकास निधि से सदर अस्पताल और रेफरल अस्पताल में लिफ्ट तथा अल्ट्रासोनोग्राफी मशीन लगाई जा रही है। इसके अलावे भी आमजन से जुड़े कई विकास के कार्य स्थानीय निधि से हो