Bihar: 5 जिलों के विभिन्न जनजातीय क्षेत्र में बनेंगे 10 नए आंगनबाड़ी केंद्र, नीतीश सरकार ने लिया अहम फैसला
बिहार सरकार राज्य के पांच जिलों में 10 नए आंगनबाड़ी केंद्र खोलेगी। यह निर्माण सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 और प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान योजना के तहत होगा। प्रत्येक भवन के निर्माण के लिए 12 लाख रुपये और संचालन के लिए 54.19 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इन केंद्रों का उद्देश्य बच्चों गर्भवती और शिशुवती महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार करना है।

राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश में पांच जिलों में सरकार 10 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण करेगी। सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 तथा प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान योजना के तहत इन केंद्रों का निर्माण होगा। जिलों के चयन की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में समाज कल्याण विभाग की ओर से इस आशय का प्रस्ताव दिया गया था। जिसे स्वीकृति मिल चुकी है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पांच विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह वाले क्षेत्रों में ग्राम स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण होगा। जहां क्षेत्र के सभी लाभार्थियों को इससे जोड़ा जाएगा।
विभाग के अनुसार पांच जिलों में 10 नए आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण के साथ ही सरकार ने इसके संचालन के लिए भी राशि स्वीकृत की है।
प्रति भवन 12 लाख रुपये स्वीकृत किए गए
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र के भवन निर्माण के लिए प्रति भवन 12 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
इसके अलावा 54.19 लाख रुपये संचालन के लिए स्वीकृत किए गए हैं। इसमें केंद्रांश के 22.44 लाख रुपये भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि योजना स्वीकृति के बाद विभाग ने इस वर्ष के अंत तक भवन निर्माण करने का लक्ष्य रखा है।
इन केंद्रों पर शून्य से छह वर्ष के बच्चों, गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं के जीवन स्तर को बेहतर बनाने, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार तथा कुपोषण से बचाव के लिए छह प्रकार की सेवाएं दी जाएंगी।
सरकार की कोशिश है कि पोषण एवं स्वास्थ्य स्तर में सुधार कर बच्चों की मृत्युदर में कमी लाई जाए एवं बच्चों का मनोवैज्ञानिक एवं मानसिक स्तर विकसित किया जा सके।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।