Bihar Cabinet Ministers: वैशाली जिले में 8 विधानसभा सीट, 10 MLA और 4 बन गए नीतीश सरकार में मंत्री
बिहार कैबिनेट में वैशाली जिले का दबदबा देखने को मिला है। जिले की 8 विधानसभा सीटों में से 4 विधायकों को नीतीश सरकार में मंत्री पद मिला है।

रवि शंकर शुक्ला, हाजीपुर। लोकतंत्र का आंगन वैशाली और यहां के लोग गदगद हैं। गदगद होने वाली बात भी है। मंत्रिमंडल के गठन में वैशाली के रहने वाले तीन विधायक और उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र मंत्री बनाए गए हैं। संयोग की बात है कि तीनों विधायक और उपेंद्र के पुत्र पहली बार मंत्री बनाए गए हैं। इनमें तीन विधायक मंत्री बनाए गए हैं, जबकि चौथे मंत्री बनाए गए उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र दीपक प्रकाश किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। मंत्री बनाए जाने के बाद में उन्हें एमएलसी बनाया जाना तय माना जा रहा है।
यहां गौर करने वाली बात यह है रमा निषाद और दीपक प्रकाश का गृह जिला वैशाली है। इस वजह से वैशाली जिले से कुल 10 लोग विधायक बने हैं।
इधर, संजय को लोजपा (आर) कोटे से मंत्री बनाया गया है। हाजीपुर की रहने वाली रमा निषाद मुजफ्फरपुर के औराई से विधायक बनीं हैं और मंत्री बनाई गई हैं। पातेपुर सुरक्षित सीट से दूसरी बार विधायक बने लखेंद्र रौशन उर्फ लखेंद्र पासवान मंत्री बनाए गए हैं।
इस बीच, हालांकि हाजीपुर से लगातार चाैथी बार विधायक बने अवधेश सिंह को सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने का मलाल यहां के लोगों में है और लोग इसे किसी आश्चर्य से कम नहीं मान रहे हैं। वहीं, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को भी मंत्री बनाए जाने को लेकर लोग आश्वस्त थे पर उन्हें मौका नहीं मिलने से लोग आश्चर्य में हैं।
रमा को मजबूत राजनीतिक विरासत और जातीय समीकरण का मिला लाभ
हाजीपुर नगर परिषद के हथसारगंज मोहल्ले की रहने वाली रमा निषाद ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत वर्ष 2007 में हाजीपुर नगर परिषद चुनाव से की थी। वे 2007 और 2014 में नगर परिषद की सभापति निर्वाचित हुईं। हालांकि वर्ष 2022 के नगर निकाय चुनाव में उन्हें वार्ड पार्षद के चुनाव में अपनी चचेरी बहू से पराजित होना पड़ा था।
इस हार के बाद रमा निषाद ने औराई विधानसभा क्षेत्र को अपनी नई राजनीतिक कर्म भूमि बनाया और 2025 विधानसभा चुनाव में जोरदार वापसी करते हुए न सिर्फ भारी मतों से जीत दर्ज की, बल्कि मंत्रिमंडल में भी स्थान हासिल कर लिया। रमा निषाद के श्वसुर कैप्टन जय नारायण निषाद राज्य और केंद्र की सरकार में मंत्री एवं पति अजय निषाद मुजफ्फरपुर से दो टर्म भाजपा के सांसद रहे हैं।
दीपक को अपने पिता की मजबूत राजनीतिक विरासत का मिला लाभ
बीटेक की पढ़ाई पूरी करने वाले दीपक मूलरूप से महनार प्रखंड की नारायणपुर डेढ़पुरा पंचायत के जावज गांव के निवासी हैं। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) सुप्रीमो एवं पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा और सासाराम की नवनिर्वाचित विधायक स्नेहलता के पुत्र, लगभग 37 वर्षीय दीपक प्रकाश को रालोमो कोटे से मंत्रीमंडल में स्थान मिला है। अभी किसी भी सदन के के सदस्य नहीं है।
राजनीति में इनकी सक्रिय भूमिका वर्ष 2019-20 के आसपास शुरू हुई थी। उन्होंने अपने पिता उपेंद्र कुशवाहा के संगठनात्मक और राजनीतिक कामों में हिस्सा लेना शुरू किया। पार्टी की नीतियों, युवाओं के मुद्दों और सामाजिक न्याय की सोच के साथ वे जल्द ही दीपक राजनीतिक दायरे में सक्रिय हो गए।
पहली बार जीते संजय लोजपा (आर) कोटे से बनाए गए मंत्री
बिहार विधानसभा क्षेत्र से लोजपा (रा) के टिकट पर मैदान में उतरे संजय कुमार सिंह पहली बार विधायक और मंत्री बनाए गए हैं। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में महुआ से लोजपा से खड़े संजय को हार का सामना करना पड़ा था और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। इस बार उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए राजद उम्मीदवार डा. मुकेश रौशन को 44,997 मतों के बड़े अंतर से पराजित किया।
महुआ सीट इस बार एक बार सुर्खियों में रही, क्योंकि लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने जनशक्ति जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा था। चुनावी जंग में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वे तीसरे स्थान पर रहे।
महुआ नगर परिषद क्षेत्र के महुआ-मुजफ्फरपुर मार्ग पर काली स्थान के निकट के रहने वाले संजय कुमार सिंह लोजपा के पुराने कार्यकर्ताओं में गिने जाते हैं और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के सबसे विश्वस्त सहयोगियों में से एक माने जाते हैं।
पातेपुर से दूसरी बार विधायक बने लखेंद्र पहली बार बनाए गए मंत्री
पातेपुर विधानसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर मंत्री बनें लखेंद्र कुमार रौशन के राजनीतिक जीवन की शुरुआत जंदाहा प्रखंड के जिला पार्षद क्षेत्र संख्या 28 से हुई थी। वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के रूप में पातेपुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी। तब राजद उम्मीदवार पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम को उन्होंने पराजित किया था।
वहीं, वर्ष 2025 के विधानसभा चुनाव में राजद उम्मीदवार पूर्व विधायक प्रेमा चौधरी को 22380 मतों के अंतर से पराजित कर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। लखेंद्र को मंत्री बनाए जाने में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय की भूमिका काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि पातेपुर विधानसभा क्षेत्र उनके संसदीय क्षेत्र समस्तीपुर के उजियारपुर में आता है।

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