Bihar Election 2025: तेज प्रताप को लेकर उलझन में फंसा महुआ, तेजी से बढ़ रहा चतुष्कोणीय लड़ाई की ओर
महुआ में तेज प्रताप यादव को लेकर राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। इस वजह से क्षेत्र में चतुष्कोणीय लड़ाई के आसार बढ़ गए हैं। तेज प्रताप की भूमिका को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है, जिससे राजनीतिक समीकरण प्रभावित हो रहे हैं और प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है।
--1762125672926.webp)
तेज प्रताप को लेकर उलझन में फंसा महुआ तेजी से बढ़ रहा चतुष्कोणीय लड़ाई की ओर। फोटो जागरण
रवि शंकर शुक्ला, हाजीपुर। वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर से करीब 30 किलोमीटर और सूबे की राजधानी से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित महुआ। देश-दुनिया की नजर इस हॉट सीट पर लगी है।
पहली बाद करीब दशक पूर्व यह सीट तब काफी चर्चे में आई थी, जब लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव की यहां विरासत की पटकथा लिखी गई थी। 2015 के चुनाव में तेज समस्तीपुर के हसनपुर चले गए थे।
इस बार तेज प्रताप यहां से राजद और परिवार से अलग खुद अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल से चुनावी मैदान में हैं। तेज प्रताप के यहां से चुनाव लड़ने से यह सीट काफी हॉट सीट बन गई है।
इधर, बीते चुनाव में एनडीए की ओर से जदयू की प्रत्याशी रहीं डॉ. आसमां परवीन बगावत कर चुनावी मैदान में हैं। अब मुख्य धारा की पार्टियों की बात करें तो महागठबंधन की ओर से राजद ने यहां से अपने सिटिंग विधायक डॉ. मुकेश रौशन एवं एनडीए की ओर से लोजपा (रामविलास) ने संजय सिंह को मैदान में उतारा है।
दोनों प्रमुख गठबंधन की ओर से जबर्दस्त मोर्चाबंदी के बीच तेज प्रताप और डा. आसमां के मैदान में डटे होने से महुआ उलझन में फंस गया है। वोटरों में पसरे सन्नाटे के बीच महुआ चतुष्कोणीय मुकाबले की ओर तेजी से बढ़ता दिख रहा है।
कन्हाैली से कुछ फर्लांग की दूरी पर आगे बढ़ते ही फुलवरिया में राजनीतिक तपिश का एहसास होने लगता है। इधर, वैशाली और उधर महुआ विधानसभा क्षेत्र। सड़क किनारे बैठे कुछ लोग आपस में चर्चा करते दिखते हैं, इस बार क्या होगा ? एक ओर से डबल इंजन की विकास की चर्चा के बीच दूसरी ओर से हर परिवार में सरकारी नौकरी और बहुत कुछ चर्चे में।
इधर, विकास की बंटी दो धाराओं के बीच तेज प्रताप और डा. आसमां परवीन की चर्चा। अपने-अपने दावों और प्रतिदावों के बीच उलझन की स्थिति। सबके बीच फिलहाल मतों के बिखराव की ओर बढ़ता दिख रहा महुआ। हालांकि, आखिरी वक्त में दृश्य और भी बदलने की संभावना दिख रही है।
इधर, रविवार को महुआ के गांधी मैदान में महागठबंधन के समर्थकों की जुटान। पहली बार यहां तेजस्वी यादव चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। स्पष्ट संदेश कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने खुद डा. मुकेश रोशन को पार्टी का टिकट दिया है। ऐसी स्थिति में इन्हें यहां से जीताकर भेजना हम सबों का दायित्व है।
पार्टी का झंडा हम लोग के लिए बड़ा है, इससे बड़ा कोई नहीं होता है। कहा कि चुपचाप आप लालटेन छाप। इधर, महुआ विधानसभा क्षेत्र के सेहान में एनडीए समर्थकों की भारी जुटान। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां पहुंचे थे। शाह का स्पष्ट संदेश कि बिहार की विकास को और गति देने के लिए फिर से एनडीए की सरकार बनाइए।
अपराध और गुनाहों से बिहार की भूमि को बचाने के लिए फिर से नीतीश बाबू की सरकार की जरूरत है। वहीं इलाके में चर्चा राबड़ी देवी के बयान की भी, तेज प्रताप जहां हैं ठीक हैं। मीसा भारती के उस बयान के भी मायने-मतलब निकाले जा रहे हैं कि बड़ी बहन होने के नाते तेज प्रताप को आशीर्वाद पर दल के नाते कुछ नहीं कर सकती।
सलखन्नी पंचायत के हरपुर के निकट मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार। वहां सड़क किनारे बैठे लोगों के बीच चर्चा कि तेज प्रताप पहली बार 2015 में विधायक चुने गए और स्वास्थ्य मंत्री बने तो महुआ को मेडिकल कॉलेज दिया।
इस बीच कुछ लोग यह भी चर्चा करते दिखे कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की देन है। चर्चा की दो धाराओं के बीच पावर सब स्टेशन की सरकार की ओर से स्थापना समेत कई अन्य विकास योजनाओं की चर्चा।
इधर, देसरी रोड पर लक्ष्मी नारायणपुर के निकट एक पेड़ के नीचे बैठी महिलाएं सरकार की ओर से मिले दस हजार रुपये, पेंशन की बढ़ी राशि और मुफ्त अनाज की चर्चा। सबके अपने-अपने वोट और विचार।
2010 में सामान्य सीट होने के बाद महुआ से विधायक
- 2010 - डा. रवींद्र यादव (जदयू)
- 2015 - तेज प्रताप यादव (राजद)
- 2020 - डा. मुकेश रौशन (राजद)
बीते विधानसभा चुनाव में मिले वोट
- डॉ. मुकेश रौशन (राजद) - 62580
- डॉ. आसमां परवीन (जदयू) - 48893
- संजय सिंह (लोजपा) - 25148

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।