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    Sonepur Mela: सोनपुर मेला में रुद्राक्ष, मलयगिरी चंदन संग बिक रहा लैला-मजनू पौधा; दूर-दूर से लोग आ रहे देखने

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 04:28 PM (IST)

    सोनपुर मेले में हाजीपुर की नर्सरियों का दबदबा कायम है, जहां रुद्राक्ष, चंदन और लैला-मजनू जैसे पौधे मिल रहे हैं। कृषि प्रदर्शनी में रामवीर चौरसिया की नर्सरी आकर्षण का केंद्र है। नई चौरसिया नर्सरी में विभिन्न प्रकार के फल और मसाले के पौधे उपलब्ध हैं। चिड़िया बाजार रोड पर भी आम के कई प्रकार और अन्य औषधीय पौधे बिक रहे हैं।

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    सोनपुर मेले में लगी नर्सरी। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, हाजीपुर। हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले में सौ वर्ष पूर्व से हाजीपुर की नर्सरियों की बादशाहत कायम है। इस बार भी आधा दर्जन नर्सरी संचालकों ने पौधों की बिक्री का केंद्र खोल रखा है। ये बिक्री केंद्र लकड़ी बाजार रोड और कृषि प्रदर्शनी प्रांगण में अवस्थित हैं। यहां रुद्राक्ष के पौधों के साथ सिंदूर और मलयागिरी चंदन के पौधे भी उपलब्ध हैं।

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    बहुचर्चित लैला–मजनू पौधा भी बिक रहा है। बारहमासी कटहल और आम के पौधे भी आसानी से मिल रहे हैं। सबसे पहले चलते हैं कृषि मेला प्रदर्शनी में लगे पौधा प्रवर्धन केंद्र, हाजीपुर की ओर।

    कई पुरस्कारों से सम्मानित रामवीर चौरसिया की इस नर्सरी में रुद्राक्ष, सिंदूर और मलयागिरी चंदन के साथ लैला-मजनू पौधा भी बड़ी संख्या में खरीदारों को आकर्षित कर रहा है। सच कहा जाए तो मेला में नर्सरियों के इतिहास की पटकथा लिखी जाएगी तो सबसे ऊपर हाजीपुर का नाम ही आएगा।

    कृषि विभाग की मूल प्रदर्शनी के भीतर भी अन्य स्थानों से पौधों की बिक्री के लिए स्टाल लगाए गए हैं, हालांकि उनकी संख्या बेहद कम है। कृषि प्रांगण दर्शकों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन इसका औपचारिक उद्घाटन अभी बाकी है। यहां काले आम और कामिनी फूल के पौधे भी बिक रहे हैं।

    इसी प्रांगण में दक्षिणी मुख्य द्वार के पास हाजीपुर बरई टोला की चार दुकानें लगी हैं। द न्यू चौरसिया नर्सरी के संचालक नीतेश कुमार से शुक्रवार को मुलाकात हुई। उन्होंने बताया कि उनकी दो नर्सरी की दो दुकानें यहां लगी हैं।

    उनकी दुकान में रोज मैरी, बारहमासी आम, किटन जामुन, चीनू हाईब्रिड, रेड डायमंड अमरूद, मायाजाकी आम, बनाना आम, कार्टून अस्मत, अर्निका आम, अंगूर, गोल मिर्च, तेज पत्ता, इलायची, अंजीर, पिस्ता–बादाम, अखरोट, जाफर सहित अनेक पौधे बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। निकट ही हाजीपुर बरई टोला के पंकज कुमार की भी नर्सरी है जिनमें अनेक प्रकार के पौधे उपलब्ध हैं।

    फल-फूल से लेकर मसालों तक के पौधे हैं उपलब्ध

    चिड़िया बाजार रोड किनारे भी फल-फूल और औषधीय पौधों की बिक्री हो रही है, जहां सवर्ण रेखा आम, जर्दालु आम, चौसा आम, मल्लिका आम, मालदह आम, भावतारा आम और एल्फाइन्सा आम के पौधे बिक रहे हैं।

    चिड़िया बाजार रोड पर न्यू भारत नर्सरी के नाम से महेंद्र चौधरी की नर्सरी भी लगी है। उनका कहना है कि पहले इस क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक नर्सरियां लगती थीं, लेकिन इस बार केवल उनकी नर्सरी आई है। उनकी नर्सरी में इलायची, तेजपत्ता, कपूर, चायनीज अमरूद का पौधा 100-125 रुपये में बिक रहा है।

    वहीं, लौंग, रुद्राक्ष, नासपाती, दालचीनी, हिंग, बनारसी बेर, धूप (हुमाद) और गरम मसाला के पौधे 150 रुपये में उपलब्ध हैं। तेजपत्ता 100, इलाहाबादी अमरूद 70, चीकू 125, सेव 250, इलायची 100, कपूर 100, काला धतूरा 60, जामुन 50, काजू बैंड 80, अगस्त 50, मेहंदी 50, हरसिंगार 50, लाल ओरहुल 59, कामिनी फूल 50, कद्दू 70, गंधकी राज 70, जबकि मालदह और सीपिया आम के बड़े पौधे 450 और छोटे पौधे 200 रुपये में उपलब्ध हैं।