Chanpatia vidhan sabha Seat 2025: कई विकास योजनाओं को धरातल पर उतारा, कुछ रह गए अधूरे
Chanpatia Assembly Seat 2025 गांवों का तेजी से विकास हुआ है। सुविधाएं शहरों वाली हैं। लघु उद्योगों का जाल बिछने का फायदा यह हुआ कि रोजगार के अवसर बढ़े हैं लेकिन चनपटिया चीनी मिल शुरू नहीं होने का लोगों को अफसोस है। इस सीट पर भाजपा का 25 वर्षों से कब्जा है। उमाकांत सिंह मुखिया से विधायक बने हैं।

आलोक कुमार, चनपटिया (पश्चिम चंपारण)। Chanpatia Assembly Seat 2025: चनपटिया विधानसभा सीट पर भाजपा का 25 वर्षों से कब्जा है। 2020 में भाजपा ने बेतिया प्रखंड की गोनौली पंचायत के चार बार से मुखिया उमाकांत सिंह को उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने कांग्रेस के युवा उम्मीदवार अभिषेक रंजन को 13 हजार वोटों से हराकर जीत हासिल की थी।
क्षेत्र में विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने में विधायक ने काफी कार्य किया है। गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ा गया है, परंतु वर्षों से बंद चनपटिया चीनी मिल अभी तक चालू नहीं हो सकी। कुमारबाग स्टील प्लांट भी चालू नहीं हो सका है। लघु उद्योग के मामले में चनपटिया स्टार्टअप, कुमारबाग टेक्सटाइल पार्क विकास की कहानी बता रहा है।
खंडहर में तब्दील चनपटिया चीनी मिल।जागरण
चनपटिया चूड़ा उत्पादन का हब रहा है। मर्चा चूड़ा को जीआइ टैग मिलने से इस उद्योग से जुड़े व्यापारियों के कारोबार में वृद्धि हुई है। हालांकि, मर्चा धान का उत्पादन चनपटिया क्षेत्र में अधिक नहीं होता है। जीआइ टैग मिलने से अब यहां के किसान मर्चा धान की खेती करने के प्रति जागरूक हुए हैं।
चनपटिया स्टार्टअप का उदय और अस्त भी
आपदा को अवसर के रूप में देश में माडल बना चनपटिया स्टार्टअप का इन पांच वर्षों में उदय और अस्त दोनों हो गया। बाजार समिति के प्रांगण को स्टार्टअप जोन के रूप में विकसित तो किया गया, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से यहां के अधिकतर स्टार्टअप बंदी की कगार पर हैं। बैंक के लोन की किस्त भी जमा नहीं कर पा रहे हैं। इस वजह से बैंकों ने कार्रवाई की चेतावनी दी है। करीब एक दर्जन उद्यमी शटर बंद कर दिए हैं।
प्रमुख विकास कार्य
- 52 करोड़ से 15 पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण।
- 1.25 करोड़ से भैंसही पोखरिया में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निर्माण।
- 10 करोड़ से एसडीआरएफ ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण।
- 45 करोड़ से 15 प्लस टू स्कूल भवन का निर्माण।
- 4.50 करोड़ से कस्तूरबा छात्रावास का निर्माण।
- 3 करोड़ से अनाथ आश्रम गृह का निर्माण।
- 240 करोड़ से सिकरहना नदी पर बांध निर्माण।
- 400 करोड़ से 200 से अधिक ग्राम सड़कों का निर्माण।
- 17 करोड़ से नुनियावा टोला में पुल निर्माण कार्य।
- 28 करोड़ से लालगढ़ से सरिसवा तक आठ पुल और नाला निर्माण।
- 5 करोड़ से भानाचक, नौतन खुर्द और डुमरी के बिन टोली में पक्की सड़क।
काम जो रह गए अधूरे
- चनपटिया चीनी मिल नहीं हो सकी चालू।
- कुमारबाग स्टील प्लांट नहीं किया गया चालू।
- चनपटिया स्टार्टअप के उद्यमियों को नहीं मिला आर्थिक पैकेज।
- सरिसवा से डुमरी तक जमींदारी बांध की नहीं हुई मरम्मत।
- सिकरहना नदी के डुमरी, बढ़ई टोला, बथना के बचाव के लिए नहीं बना ठोकर।
- हरपुर पंचायत सरकार भवन का 15 वर्ष में नहीं हुआ हस्तांतरण।
- डुमरी महनवा में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का नहीं हुआ निर्माण।
- रघुनाथपुर लोहिया पुल का जीर्णोद्धार की मांग नहीं हुई पूरी।
विधानसभा एक नजर में
कुल मतदाता | 2,89,081 |
पुरुष | 1,54,693 |
महिला | 1,34,379 |
थर्ड जेंडर | 9 |
लोगों का पक्ष
मेरा घर चूहड़ी पंचायत में है। यहां से करीब 10 किमी दूर प्रखंड मुख्यालय और 14 किमी दूर जिला मुख्यालय है। पिछले पांच वर्ष में विकास की कई योजनाएं आई हैं। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्थापना से यहां के मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा गांव में ही मिल रही है।
लालबाबू प्रसाद, चूहड़ी
चनपटिया में बहुत दिनों से लंबित मांग निबंधन कार्यालय की स्थापना हो गई है। इससे क्षेत्र के विकास को गति मिली है, लेकिन चनपटिया चीनी मिल चालू कराने की दिशा में सार्थक पहल नहीं हो रही है। किसानों को काफी परेशानी होती है।
मिनकू यादव, कैथवलिया
रतनमाला पंचायत में सड़कों का जाल बिछ गया है। प्राय: सभी सड़कों का पक्कीकरण हो गया। कोई काम बाकी नहीं है। विधायक क्षेत्र में हमेशा दौरा करते रहते हैं, जो भी समस्या रहती, उसका समाधान समय से हो जाता है।
हेमंत मिश्र, रतनमाला
बाहरी लोग चनपटिया क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कुमारबाग और चनपटिया में दो बड़ी फैक्ट्रियां हैं। इस पर किसी की ओर से पहल नहीं हो रही है। इससे क्षेत्र की जनता ठगा हुआ महसूस करती है।
धीरेंद्र कुमार, चनपटिया
विपक्षी का बयान
सिर्फ सड़क बनाना विकास नहीं है। सड़कों की गुणवत्ता घटिया है। कई स्कूल झोपड़ी में चल रहे हैं। हजारों लोगों को बाढ़ में डुबा देने के लिए बांध का निर्माण करा रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी काम नहीं हुआ है। चनपटिया नगर में शौचालय तक नहीं है। चनपटिया चीनी मिल और कुमारबाग स्टील प्लांट चालू नहीं करा सके। स्टार्टअप जोन के अधिकतर उद्यमी दिवालिया हो गए हैं। सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
अभिषेक रंजन, प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस
विधायक ने कहा
मेरे कार्यकाल का पहला वर्ष कोरोना महामारी के चलते प्रभावित रहा। जितना समय मिला क्षेत्र के लोगों के लिए काम किया। विधायक निधि के अतिरिक्त अन्य विभागों में संपर्क कर क्षेत्र के विकास के लिए काम किया। गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ने की योजना के तहत तिरुआह के इलाके में भी सड़क संपर्क बहाल हुआ है। मेरा लक्ष्य चनपटिया को न केवल बुनियादी सुविधाओं से सुसज्जित करना, बल्कि इसे एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र के रूप में विकसित करना है।
उमाकांत सिंह, विधायक, चनपटिया
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