Chhath 2025 : छठ घाटों पर भक्ति की बयार, शहर के 72 छठ घाटों पर विशेष इंतजाम
Chhath Puja Date 2025 : छठ पूजा 2025 के लिए शहर के 72 घाटों पर विशेष व्यवस्था की गई है। घाटों को साफ-सुथरा रखने के साथ-साथ सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं के लिए पानी, शौचालय और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध है। घाटों पर भक्ति का माहौल बना हुआ है।

फुटपाथ पर अस्थाई रूप से सजी छठ पूजा में उपयोग की जाने वाली दउरा की दुकान। जागरण
जागरण संवाददाता, बेतिया । लोकआस्था का महापर्व छठ की तैयारी तेज हो गई है। छठ पर्व को लेकर घर-घर उत्सव जैसा माहौल है। पूजा में उपयोगी गेहूं की धुलाई पिसाई हो रही है। लोग सूप, दउरा, नारियल व अन्य पूजा सामग्री की खरीददारी शुरू कर दिए है। व्रत को लेकर पूरी पवित्रता बरती जा रही है। बाजार में रौनक आ गई है। शहर से लेकर गांव देहातों में जगह-जगह पूजा सामग्री की बिक्री शुरू हो गई है।
पूजा सामग्री की बिक्री के लिए बाजार में सैकड़ों अस्थाई दुकानें भी खुल गई है। दुकानदार सड़क किनारे अस्थाई दुकानें खोलकर पूजा सामग्री बिक्री कर रहे हैं। पूजा में उपयोगी सामग्री और कपड़ों की खरीददारी के लिए बाजार में लोगों की भीड़ लग रही है। शहर से लेकर गांव देहातों में छठी मैया के गीत बजने लगे हैं। अभी पर्व में दो-तीन दिन की देरी है, लेकिन पूरा माहौल छठमय हो गया है। हर जगह छठ की ही तैयारी दिख रही है।
सजाए जा रहे हैं छठ घाट
शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों के छठ घाट दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। बास-बल्ले और रंगीन कपड़े से घाटों को सजाया संवारा जा रहा है। नव युवकों की टोली घाटों की सफाई कर सजावट कर रही है। घाटों पर पंडाल बनाए जा रहे हैं। नगर के सागर पोखरा, उत्तरवारी पोखरा, दुर्गाबाग पोखरा, संतघाट, पथरीघाट, कालीबाग, पिउनीबाग, हरीवाटिका सहित 72 आदि छठ घाटों को सजाने संवारने का काम युद्ध स्तर पर हो रहा है। ग्रामीण इलाके में भी युवकों की टोली घाटों को खूबसूरत तरीके से सजा रही है। अर्घ देने के लिए तालाबों की साफ-सफाई भी हो रही है। चूना और ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया जा रहा है।
व्रतियों की मदद में कर रहे समाजसेवी
छठ व्रतियों की मदद में लोग चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। समाज के गणमान्य, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि व्रतियों के बीच साड़ी, नारियल, दउरा आदि पूजा सामग्री का वितरण शुरू कर दिए हैं। समाजसेवी दिल खोलकर व्रतियों की मदद कर रहे हैं। जरूरतमंदों के बीच पूजा में उपयोगी सामान का वितरण कर रहे हैं। व्रतियों के बीच साड़ी, नारियल, दउरा का वितरण किया जा रहा है। समाजसेवियों ने बताया कि एक दूसरे का सहयोग कर छठ व्रत मनाने की परंपरा रही है। प्रतिवर्ष की तरह इस साल भी व्रतियों का हर संभव सहयोग किया जा रहा है।
छठ के रंग में रंगा बाजार
जगह-जगह बिक रही पूजा सामग्री पर्व को लेकर बाजार गुलजार हो गया है। जगह जगह पूजा सामग्रियों की बिक्री हो रही है। सूप, दउरा, नारियल, फल आदि कि सैकड़ों दुकानें लग गई है। कपड़ों की दुकानों पर भी लोगों की भीड़ उमड़ रही है। खरीददारों की भीड़ के कारण कई दुकानों में तिल रखने की जगह भी नहीं है। घाट पर पहनकर जाने के लिए लोग पसंदीदा परिधान खरीद रहे हैं। दुकानदार अजय कुमार ने बताया कि दुकान पर आने वाले अधिकतर लोग पूजा सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में कई सामान महंगे हो गए हैं। व्यवसायी संघ के अध्यक्ष रिंकी गुप्ता ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में पर में उपयोगी तकरीबन सारे सामान के दाम में बढ़ोतरी हुई है। बावजूद बिक्री में कमी नहीं है।
चौक चौराहे पर गिराई गई हैं मिट्टी
छठ व्रत में मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से प्रसाद बनाने की परंपरा रही है। ग्रामीण इलाके के लोग मिट्टी के चुल्ले बना चुके हैं। आम की सूखी लकड़ियां भी एकत्रित की जा चुकी हैं। शहर में प्रमुख चौक चौराहे पर समाजसेवियों की ओर से मिट्टी गिराए गए हैं। जिसे लोग अपने घर ले जाकर चूल्हा बना रहे हैं। मार्केट में आम की सूखी लकड़ियां भी बिक रही है। 15 से 20 रुपये किलो आम की लकड़ी मिल रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।