बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे अस्पताल में एक्सपायरी दवा से इलाज, परिजनों ने की संचालक की पिटाई
बगहा के अपोलो चाइल्ड केयर अस्पताल में नवजात को एक्सपायरी दवा देने का मामला सामने आया है। परिजनों ने दवा की जांच की तो एक्सपायरी पाई। आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया और संचालक से मारपीट की। पुलिस ने दोनों पक्षों को हिरासत में लिया। पहले भी अस्पताल पर बिना लाइसेंस दवा दुकान चलाने के आरोप लगे थे पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।

संवाद सहयोगी, बगहा। नगर के गुप्ता मार्केट स्थित अपोलो चाइल्ड केयर अस्पताल में इलाजरत एक नवजात को एक्सपायरी दवा देने का मामला सामने आया है। जानकारी के बाद आक्रोशित लोगों ने बुधवार की शाम अस्पताल में हंगामा किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पटखौली थाना क्षेत्र के कैलाश नगर निवासी सोनू पहलवान के नवजात बच्चे का इलाज अस्पताल में चल रहा था। जब परिवार ने घर जाकर दवा की बोतल चेक की तो पाया कि वह एक्सपायरी हो चुकी थी, जिससे वे आक्रोशित हो गए। इसके बाद स्वजन अस्पताल पहुंचे और अस्पताल संचालक रौशन गिरी की पिटाई भी की। इस बीच किसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी।
मौके पर पहुंची नगर थाना पुलिस ने दोनों पक्षों को हिरासत में लेकर थाना लाई और पूछताछ की। थानाध्यक्ष शैलेश कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों से पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया क्योंकि पीड़ित परिवार की ओर से कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया था।
पहले भी अस्पताल पर हो चुकी है कार्रवाई
बताते चलें कि अपोलो चाइल्ड केयर अस्पताल की जांच सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार के आदेश पर पहले भी की गई थी, जिसमें अस्पताल को बगैर रजिस्ट्रेशन, बिना लाइसेंस के दवा दुकान चलाने के आरोप में पाया गया था। बावजूद इसके कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद अस्पताल संचालक ने पुनः अस्पताल खोलकर अपना काम जारी रखा।
स्थानीय लोग इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि जांच के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से ऐसे अवैध अस्पतालों का संचालन हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग पर यह आरोप भी लगाया जा रहा है कि वे केवल जांच ही करते हैं, लेकिन आवश्यक कार्रवाई नहीं की जाती।
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