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    बिहार की इस विधानसभा सीट पर राजद और कांग्रेस आमने-सामने, उम्मीदवारों ने गले मिलकर शुरू किया संग्राम

    Updated: Mon, 20 Oct 2025 06:14 PM (IST)

    बिहार की एक विधानसभा सीट पर राजद और कांग्रेस के उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। चुनाव की शुरुआत में दोनों उम्मीदवारों ने गले मिलकर सद्भावना दिखाई, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुकाबला कड़ा होगा। दोनों पार्टियां जीत के लिए पूरी ताकत लगा रही हैं।

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    गले मिलते शाश्वत केदार पांडेय और दीपक यादव

    जागरण संवाददाता, बेतिया। जिले के नरकटियागंज विधानसभा सीट को लेकर महागठबंधन में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर शुरू से चल रहे खींचतान में आखिरकार सहमति नहीं बनी। यहां महागठबंधन के प्रमुख घटक दल कांग्रेस और राजद ने अपना-अपना उम्मीदवार उतार दिया है।

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    राजद उम्मीदवार के रूप में प्रमुख उद्योगपति बगहा चीनी मिल के मालिक दीपक यादव ने सोमवार को गाजे- बाजे और भारी समर्थकों के भीड़ के बीच नामांकन दाखिल किया। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री केदार पांडेय के पौत्र शाश्वत केदार पांडेय ने भी सोमवार को नामांकन दाखिल किया।

    कांग्रेस के उम्मीदवार शाश्वत केदार पांडेय नामांकन दाखिल कर निकल रहे थे, तभी राजद के उम्मीदवार दीपक यादव नामांकन दाखिल करने के लिए पहुंचे। दोनों एक दूसरे से गले मिले और शुभकामनाएं दी। इस दोस्ताना चुनावी संघर्ष से महागठबंधन के कार्यकर्ताओं में ऊहापोह है।

    लौरिया से वीआईपी के रणकौशल प्रताप सिंह ने किया नामांकन

    लौरिया विधानसभा से  वीआईपी के रण कौशल प्रताप सिंह को सोमवार को गाजे बाजे के साथ नामांकन किया। बेतिया कलेक्ट्रेट पहुंचने से पूर्व नामांकन सह आशीर्वाद यात्रा निकाली गयी।

    Rankaushal singh

    कई गांव का भ्रमण करते हुए उम्मीदवार में कौशल प्रताप सिंह का काफिला कलेक्ट्रेट के समीप पहुंचा। नामांकन सह आशीर्वाद यात्रा में पार्टी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और महागठबंधन के घटक दलों के नेता उपस्थित रहे।

    भाजपा के बागी पूर्व विधायक ने चनपटिया से किया नामांकन

    जासं, बेतिया: चनपटिया से पूर्व विधायक प्रकाश राय ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। वे 2015 में यहां से विधायक चुने गए थे। भाजपा ने उनका टिकट 2020 में काट दिया था। वह पार्टी के प्रति निष्ठा व्यक्त करते हुए पूरे 5 साल तक संगठन के कार्यों से जुड़े रहे और क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के बीच इनका जुड़ाव रहा।

    Former MLA Prakash Rai

    पूर्व विधायक प्रकाश राय का कहना है कि पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया था कि 2025 के चुनाव में उन्हें उतरा जाएगा। लेकिन , टिकट नहीं दिया। ऐसे में जनता के भावनाओं का कद्र करते हुए वह निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।