GMCH में बढ़ाई गई बेडों की संख्या, इलाज के लिए हर दिन आ रहे 1500 मरीज
बेतिया के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्दी खांसी बुखार के मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है खासकर बच्चे और बुजुर्ग। जीएमसीएच के सभी वार्डों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अस्पताल प्रशासन मरीजों को वार्डों में शिफ्ट कर इलाज कर रहा है। ओपीडी में मरीजों की संख्या 1563 तक पहुंच गई है।

जागरण संवाददाता, बेतिया। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस की दिक्कत से परेशान मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। सबसे अधिक प्रभावित बच्चे और बुजुर्ग हैं। जीएमसीएच से लेकर अनुमंडलीय अस्पतालों तक, सर्दी, जुकाम, बुखार, चर्म रोग, आंख की समस्याएं, डिहाइड्रेशन, पेट दर्द, सिर दर्द और सांस संबंधी बीमारियों के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ रही है।
जीएमसीएच के मेडिसिन वार्ड, सर्जिकल वार्ड, ऑर्थो वार्ड, आईसीयू वार्ड में सर्दी- खांसी और सांस की बीमारी से पीड़ित मरीजों को भर्ती कर इलाज हो रहा है। मरीजों की संख्या को देखकर अब कोरोना के दौरान बने आइसोलेशन वार्ड में भी मरीजों की भर्ती हो रही है।
शुक्रवार की दोपहर में 24 बेड के इमरजेंसी वार्ड में 20 बेड पर मरीज भर्ती मिले। मात्र चार बेड खाली है। हालांकि, अस्पताल प्रशासन की ओर से कठिन परिस्थिति में भी मरीजों को विभिन्न वार्डों में शिफ्ट कर इलाज किया जा रहा था।
ओपीडी में औसतन लगभग 1450 से 1550 मरीजों को इलाज किया गया। जबकि, पहले यह संख्या 900 से 1050 के बीच में थी। अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुधा भारती ने बताया कि शुक्रवार को ओपीडी में आए मरीजों की संख्या 1563 दर्ज की गई। इस तरह की आपात स्थिति को संभालने के लिए, मेडिसिन वार्ड के मरीजों के इलाज के लिए सी ब्लॉक के चौथे और दूसरे फ्लोर पर भर्ती किया गया है।
मौसमी बीमारी से लड़ने के लिए अस्पताल अलर्ट
मौसमी बीमारी बढ़ने के कारण मरीजों के इलाज में किसी तरह की चूक या कमी नहीं हो, इसको लेकर जीएमसीएच प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुधा भारती ने बताया कि बच्चों के इलाज के लिए 12 बेड का वातानुकूलित पीकू वार्ड व 18 बेड का शिशु वार्ड है। आईसीयू वार्ड 12 बेड, मेल मेडिसिन वार्ड 30 बेड,फीमेल मेडिसिन वार्ड में 30 बेड,मेल सर्जिकल वार्ड में 30 बेड, फीमेल सर्जिलक वार्ड में 30 बेड व बर्न वार्ड में 12 बेड है। सभी वार्ड में बेड फुल हैं।
शिशु वार्ड के लिए सभी 56 तरह की दवाएं उपलब्ध है। इस वार्ड का शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सौरभ कुमार को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। इसके अलावे ओपीडी में 92 व आईओपीडी में 162 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध है। इलाज कराने व भर्ती मरीजों को निशुल्क दवाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
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