पश्चिम चंपारण: जंगल सफारी के पहले दिन बाघ का दीदार, पर्यटक हुए रोमांचित
पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी के पहले ही दिन पर्यटकों को बाघ दिखाई दिया। इस रोमांचक अनुभव से पर्यटक बेहद खुश हुए। वीटीआर प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जंगल सफारी शुरू की है। बाघ दिखने की खबर से पर्यटकों में उत्साह है और वन्यजीव संरक्षण पर जोर दिया जा रहा है।

जंगल सफारी के दौरान ली गई बाघ की तस्वीर। सौ. वीटीआर
संवाद सूत्र, जागरण, गौनाहा (पश्चिम चंपारण)। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के मंगुराहा रेंज में गुरुवार से जंगल सफारी का शुरू हो गया। सत्र के पहले ही दिन, 10 पर्यटकों के समूह ने जंगल सफारी की। उन्हें रोमांच और प्राकृतिक सौंदर्य से सराबोर कर दिया। जंगल सफारी का विधिवत शुभारंभ रेंजर सुनील कुमार पाठक, गौनाहा थानाध्यक्ष अमित कुमार और ईडीसी अध्यक्ष अवध कुशवाहा ने संयुक्त रूप से किया।
बाघ का बेहद करीब से हुआ दीदार
सफारी के लिए रवाना होते ही पर्यटकों का उत्साह देखते ही बन रहा था। पहले दिन की सफारी में पर्यटकों को जंगल में बाघ का बेहद करीब से दीदार हुआ, जिसने उनके रोमांच को चरम पर पहुंचा दिया। बाघ के अलावा, पर्यटकों ने मोर, गौर, चीतल, भालू, हिरण, जंगली सुअर, दुर्लभ प्रजाति के सांप, कछुए और जंगल की मनमोहक हरियाली का भी लुत्फ उठाया। पर्यटक पीयूष कुमार, धनराज तिवारी, बीना देवी और अध्या वर्मा ने कहा कि बाघ को करीब 100 मीटर की दूरी पर देखना अविस्मरणीय अनुभव है। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, "यह जगह सुंदरता में कश्मीर से कम नहीं है। जो पैसा हम बाहर जाकर खर्च करते हैं, वह अब हमारे क्षेत्र में ही उपलब्ध है। यहां का प्राकृतिक वातावरण और शांति का माहौल अद्भुत है। चारों तरफ चिड़ियों का चहचहाना एक खूबसूरत नजारा है। सफारी से लौटने के बाद सभी ने वन विभाग की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था के लिए धन्यवाद दिया।
बेहतर सुविधा देने के लिए लगातार प्रयास
रेंजर सुनील कुमार पाठक ने बताया कि सत्र के पहले दिन पर्यटकों ने बाघ का दीदार किया। वन विभाग पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए पूरी तरह सक्रिय है। उन्होंने कहा कि हम बेहतर सुविधा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। हमारा उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक आएं और इस प्राकृतिक वातावरण में वन्य जीवों के विचरण का आनंद लें। उन्होंने सभी व्यवस्थाओं में सक्रियता दिखाने के लिए वन विभाग के कर्मियों और ईडीसी सदस्यों की सराहना भी की। पर्यटकों ने इस बेहतर सुविधा और प्रबंधन के लिए टूरिज्म प्रबंधक सुमन सौरभ का भी विशेष रूप से धन्यवाद किया। सफारी के दौरान गाइड चंदन कुमार, चालक कमलेश कुमार सहित अंकुश तिवारी, मंटू कुमार और अन्य वनकर्मी व ईडीसी के सदस्य मौजूद रहे।
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