West Champaran News: एक दिन में डीएम ने हटाए बगहा अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक
प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। इसी क्रम में पश्चिम चंपारण के अनुमंडलीय अस्पताल बगहा के प्रभारी उपाध्यक्ष डा. एसपी अग्रवाल हटा दिया गया है। यह कार्रवाई क्यों की गई है यह अभी साफ नहीं है। इस बीच वैकल्पिक उपाय करने के लिए जिलाधिकारी की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है।

संवाद सहयोगी, बगहा (पश्चिम चंपारण)। West Champaran News: बगहा अनुमंडलीय अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डा. एसपी अग्रवाल को डीएस बने 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि उन्हें पद से हटा दिया गया। अभी उनकी जगह किसी की तैनाती नहीं हुई है।
सिविल सर्जन डा. विजय कुमार के पत्र के आलोक में सोमवार को तत्कालीन उपाध्यक्ष डा. अशोक कुमार तिवारी से प्रभारी उपाधीक्षक का पदभार ग्रहण किया था। अभी अन्य प्रक्रिया चल ही रही थी कि तभी जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार का पत्र आया कि डा. एसपी अग्रवाल को उनके पद से हटाया जा रहा है। सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि स्वास्थ्य विभाग पटना से योग्य व सक्षम पदाधिकारी को बहाल करने के लिए पत्राचार किया जाए। ऐसे में प्रभार लेने के साथ ही प्रभार से बेदखल हो गए।
चार दशक से प्रभारी उपाधीक्षक के भरोसे अस्पताल का संचालन
अनुमंडल अस्पताल के स्थापना के बाद से ही चार दशकों से प्रभारी उपाधीक्षक के भरोसे ही अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। अब ऐसे में अस्पताल का विकास उपाधीक्षक के बिना प्रभारी उपाधीक्षक के भरोसे से नहीं हो रहा है।
तीन लोगों के इर्द गिर्द एक दशक से रहा यह पद
डा. अशोक कुमार तिवारी पूर्व में प्रभारी उपाधीक्षक के पद पर रह चुके हैं। डा. एसपी अग्रवाल कोरोना संक्रमित हो गए थे। उस समय डा.केबीएन सिंह को डीएस की जिम्मेदारी मिली। उनके प्रभार में रहते हुए सीनियर जूनियर का मामला जोर शोर से उठा था। उसके बाद सीएस ने अस्पताल के सबसे वरीय चिकित्सक डा. अशोक कुमार तिवारी को प्रभारी उपाधीक्षक का प्रभार दिया। इसी बीच जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था।
निरीक्षण के क्रम में डा. तिवारी ने अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर प्रभारी उपाधीक्षक के पद से हटाने की बात लिखित में दी थी। इसके बाद डा. एसपी अग्रवाल को सीनियर की दृष्टि से प्रभारी बनाया गया था। अब डीएम के आदेश पर सक्षम पदाधिकारी को अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक बनाने के लिए सिविल सर्जन को राज्य स्वास्थ्य समिति पटना से पत्राचार करने के लिए निर्देश दिया गया है।
तीनों का रहा हैं विवादों से नाता
प्रभारी उपाधीक्षक के पद पर रहते हुए तीनों का विवादों से नाता रहा हैं। डा. अशोक कुमार तिवारी के समय स्थानीय लोगों ने तोड़फोड़ किया था। तब उनकाे पद से हटाया गया था। डा. एसपी अग्रवाल के समय भी विवाद हुआ था। उनके खिलाफ भी जांच की कार्रवाई हुई थी। डा. केबीएन सिंह के समय अस्पताल के ही कर्मचारियों ने विरोध किया था। ऐसे में तीनों प्रभारी उपाधीक्षक का कार्यकाल कुछ अच्छा नहीं कहा जा सकता। बावजूद इसके एक-एक कर उनके भरोसे ही अस्पताल का संचालन कराया जा रहा है।
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