Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    West Champaran News: जिले के 108 हाई व प्लस टू स्कूलों में दिया जाएगा दूसरे चरण का मार्शल आर्ट प्रशिक्षण

    By Sandesh Tiwari Edited By: Ajit kumar
    Updated: Sun, 16 Nov 2025 06:20 PM (IST)

    शिक्षा विभाग ने छात्राओं को सशक्त बनाने के लिए रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। जिले के 108 हाई व प्लस टू स्कूलों में दूसरे चरण का मार्शल आर्ट प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। 90 दिनों के इस कार्यक्रम में, शुरुआती 24 दिनों में विशेषज्ञ प्रशिक्षक और बाद में चयनित छात्राएं प्रशिक्षण देंगी।

    Hero Image

    छात्राओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से ऐसी पहल की गई है। फाइल फोटो

    संवाद सहयोगी, बेतिया (पश्चिम चंपारण)। स्कूली छात्राओं को सशक्त और मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत बनाने के लिए शिक्षा विभाग में नहीं पहल की है। जिसके तहत शिक्षा विभाग ने स्कूलों में रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसके साथ छात्राओं को करने और मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके तहत जिले के 108 हाई व प्लस टू स्कूलों में सोमवार से दूसरे चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।

    स्कूली छात्राओं को सशक्त व मजबूत बनाने के उद्देश्य से बीईपी यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित कर रही है। इसके तहत राज्य भर के हाई व प्लस टू स्कूलों में कक्षा नौवीं से बारहवीं तक की छात्राओं को आत्मरक्षा में निपूर्ण बनाया जा रहा है।

    विभाग ने इसके लिए गाइडलाइन जारी किया हुआ है। जिले में पहले चरण के प्रशिक्षक कार्यक्रम में 114 स्कूलों में यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। जिसमें संबंधित स्कूलों की हजारों छात्राएं सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी हैं।

    अब दूसरे चरण में सोमवार 17 नवंबर से 108 स्कूलों में आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है।रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम कुल 90 दिनों का है। जिसमें शुरूआती 24 दिन बीईपी की ओर से प्रतिनियुक्त मार्शल आर्ट के विशेषज्ञ प्रशिक्षक छात्राओं को प्रशिक्षण देंगे।इन 24 दिनों में रविवारीय एवं सार्वजनिक अवकाश शामिल नहीं है।

    एक प्रशिक्षक प्रतिदिन तीन स्कूलों में प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण अवधि प्रति कार्य दिवस 1 घंटा 30 मिनट की होगी। वहीं प्रशिक्षण कार्यक्रम के अगले 66 दिन विद्यालय स्तर पर चयनित दो छात्राएं प्रशिक्षण देंगी।

    इसके लिए उन्हें प्रति छात्रा प्रतिदिन 23 रुपए की दर से पारिश्रमिक भुगतान भी किया जाएगा,जो सीधे उनके बैंक खाते में भेजा जाएगा। जिसमें प्रधानाध्यापकों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए विद्यालय की एक शिक्षिका को नोडल शिक्षिका के रूप में नामित करने का निर्देश दिया गया है।