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    लखनऊ के टेंडर पाम हॉस्पिटल में समय से पूर्व जन्मी नवजात बच्ची की हुई जीवनरक्षक हृदय सर्जरी

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 05:12 PM (IST)

    लखनऊ के टेंडर पाम हॉस्पिटल में समय से पहले जन्मी नवजात बच्ची की सफल दिल की सर्जरी हुई। बच्ची ट्रांसपोजिशन ऑफ ग्रेट आर्टरीज (TGA) से पीड़ित थी। डॉ. विजय अग्रवाल और उनकी टीम ने 11 घंटे तक चली ओपन-हार्ट सर्जरी की। गहन चिकित्सा के बाद बच्ची को स्वस्थ छुट्टी मिली। यह मामला समय पर निदान और विशेषज्ञ शिशु हृदय देखभाल के महत्व को दर्शाता है।

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    लखनऊ टेंडर पाम हॉस्पिटल में नवजात बच्ची की जटिल हृदय सर्जरी सफल

    ब्रांड डेस्क, लखनऊ। लखनऊ के टेंडर पाम हॉस्पिटल में वक्त से पहले जन्मी नवजात बच्ची की सफलतापूर्वक दिल की सर्जरी की गई है। दो किलोग्राम वजन की समय से पहले जन्मी एक नवजात बच्ची ने ट्रांसपोजिशन ऑफ ग्रेट आर्टरीज (TGA) नामक जटिल जन्मजात हृदय रोग के लिए टेंडर पाम हॉस्पिटल, लखनऊ में डॉ. विजय अग्रवाल और उनकी अनुभवी कार्डियक टीम की देखरेख में सफल ओपन-हार्ट सर्जरी करवाई। एक महीने की गहन चिकित्सा देखभाल के बाद बच्ची को स्वस्थ स्थिति में छुट्टी दे दी गई।

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    कानपुर निवासी चेतन अरोड़ा और निष्ठा अरोड़ा को 18 मई 2025 को मधुराज हॉस्पिटल, कानपुर में बेटी का जन्म हुआ। यह उनके 12 वर्षों के कठिन इंतजार के बाद मातृत्व का सुख था। बच्ची का जन्म गर्भावस्था के आठवें महीने में हुआ, लेकिन जन्म के तुरंत बाद पता चला कि उसे ट्रांसपोजिशन ऑफ ग्रेट आर्टरीज (TGA) नामक एक दुर्लभ हृदय दोष है, जो हर 5,000 नवजात शिशुओं में से एक को प्रभावित करता है। इस खबर ने माता-पिता की खुशी को चिंता में बदल दिया।

    जांच और इलाज के लिए बच्ची को टेंडर पाम हॉस्पिटल, लखनऊ रेफर किया गया। डॉ. विजय अग्रवाल, वरिष्ठ परामर्शदाता – पीडियाट्रिक कार्डियोथोरेसिक सर्जरी ने बताया कि TGA में महाधमनी (Aorta) और पल्मोनरी धमनी (Pulmonary Artery) अपनी सामान्य जगहों से उलट हो जाती हैं। इसका मतलब है कि शरीर में ऑक्सीजन रहित रक्त घूमता रहता है और ऑक्सीजन युक्त रक्त फेफड़ों में ही वापस चला जाता है। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसके लिए तुरंत सर्जरी आवश्यक होती है।

    बच्ची की आर्टेरियल स्विच ऑपरेशन नामक जटिल सर्जरी की गई, जो लगभग 11 घंटे तक चली। इस दौरान कई तकनीकी चुनौतियां आईं, साथ ही बच्ची को निमोनिया और सेप्सिस जैसी जटिलताएं भी थीं। फिर भी चिकित्सा दल ने पूरे समर्पण और सावधानी के साथ इलाज किया और बच्ची ने हर बाधा को पार कर लिया। आज बच्ची स्वयं सांस ले रही है, मुंह से दूध पी रही है और स्वस्थ होने के स्पष्ट संकेत दिखा रही है। शुरुआती कठिनाइयों के बावजूद अब वह सामान्य जीवन जी सकती है।

    यह मामला इस बात को रेखांकित करता है कि समय पर निदान, तत्काल चिकित्सा हस्तक्षेप, और विशेषज्ञ शिशु हृदय देखभाल कितनी महत्वपूर्ण है। यह उन माता-पिता की भावनात्मक यात्रा और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की चमत्कारी क्षमता को भी उजागर करता है। टेंडर पाम हॉस्पिटल, लखनऊ उत्तर प्रदेश और आस-पास के क्षेत्रों के गंभीर रूप से बीमार नवजात और बच्चों के लिए आशा की किरण बना हुआ है।

    नोट- यह आर्टिकल ब्रांड डेस्क द्वारा लिखा गया है।