गोल्ड लोन लेते समय कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलती? डिफॉल्ट से बचाएंगे 4 आसान टिप्स
गोल्ड लोन लेना आजकल काफी आम हो गया है। खासकर पिछले महीने सोनी की बढ़ती कीमतों के बाद कई लोगों को गोल्ड लोन निवेश का एक बेहतर विकल्प लग रहा है। बेशक भारत की गोल्ड लोन मार्केट तेजी से आगे बढ़ रही है लेकिन गोल्ड लोन डिफॉल्ट में भी इजाफा देखने को मिला है। गोल्ड लोन लेते समय कुछ बातों का खास ख्याल रखकर आप डिफॉल्ट से बच सकते हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बैंक से पैसे उधार लेने के लिए गोल्ड लोन एक बेहतर विकल्प साबित होता है। देश का गोल्ड लोन मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। आंकड़ों की मानें तो 2027 तक भारत का गोल्ड लोन मार्केट 25 प्रतिशत सालाना बढ़ोत्तरी के साथ 15 लाख करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि गोल्ड लोन लेने वालों के साथ-साथ गोल्ड लोन डिफॉल्ट भी देखने को मिल रहा है। मगर कुछ बातों को ध्यान में रखकर इससे बचा जा सकता है।
गोल्ड लोन डिफॉल्ट क्या है?
कई लोग सोने के बदले बैंक से पैसे उधार ले लेते हैं, लेकिन इन्हें सही समय पर जमा नहीं कर पाते, जिसके कारण उनका गोल्ड लोन डिफॉल्ट साबित होता है। ऐसे में न सिर्फ लोगों के गहने जब्त कर लिए जाते हैं बल्कि उनका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो जाता है।
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गोल्ड लोन डिफॉल्ट से क्या नुकसान है?
गोल्ड लोन डिफॉल्ट साबित होने पर लोगों की कीमती गहने जब्त करके बेच दिए जाते हैं। इसके अलावा लोन पूरा न होने की स्थिति में कानूनी कार्रवाई हो सकती है। साथ ही आपको आर्थिक समस्या से भी जूझना पड़ सकता है। इसके अलावा बैंक में आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है, जिससे आपको भविष्य में लोन मिलना मुश्किल हो सकता है।
गोल्ड लोन डिफॉल्ट से बचने के तरीके
1. लोन की शर्तों को अच्छे से पढ़ें
गोल्ड लोन लेने से पहले सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें। मसलन ब्याज दरों से लेकर EMI, लोन चुकाने का समय और प्रोसेसिंग चार्ज के बारे में विस्तार से समझ लें। साथ ही लोन टू वैल्यू से जुड़ी जानकारी भी ले लें। बता दें कि सोने के वर्तमान मूल का 75% की गोल्ड लोन लिया जा सकता है।
2. EMI भरने का प्लान बनाएं
गोल्ड लोन लेने से पहले EMI की रीपेमेंट करने का प्लान जरूर बना लें। सभी वित्तीय खर्चों और बचत को ध्यान में रखकर ही EMI बनवाएं और किस्त भरने की व्यवस्था पहले से कर लें, जिससे लोन डिफॉल्ट होने की संभावना नहीं रहेगी।
गोल्ड लोन देने वाली NBFC के लिए ICRA द्वारा दी गई रेटिंग । सोर्स- ICRA रिपोर्ट, अप्रैल 2025
3. सोने के दाम को नजरअंदाज न करें
गोल्ड लोन लेने के बाद सोने की कीमतों पर नजर रखा बेहद जरूरी है। कई बार सोने के दाम अचानक से गिर जाते हैं, ऐसे में आपकी लोन टू वैल्यू ज्यादा हो जाती है। इस स्थिति में गोल्ड लोन देने वाली कंपनी अधिक मार्जिन की मांग कर सकती है।
4. EMI न भर पाने पर क्या करें?
अगर आप समय पर EMI का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं, तो बिना देर किए बैंक से फौरन बात करें। बैंक को अपनी आर्थिक स्थिति से रूबरू करवाएं और लोन भरने के लिए ग्रेस पीरियड की मांग करें। साथ ही लोन की EMI की कम करने की भी मांग की जा सकती है।
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