Personal Loan लेने का है प्लान, जानिए बैंक कौन-कौन से वसूलता है चार्ज
personal loan charges पर्सनल लोन आसानी से मिल जाता है। हालांकि बैंक पर्सनल लोन लेने के बाद कई तरह के अलग-अलग चार्ज (Charges) वसूलता है। इसलिए अगर आप लोन लेने का प्लान बना रहे हैं तो इन चार्ज के बारे में बैंक से जानकारी जरूर लें। इसके साथ ही हम जानेंगे पर्सनल लोन लेते वक्त किन बातों का ध्यान रखें।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। सभी लोन में से पर्सनल लोन मिलना सबसे आसान होता है। पर्सनल लोन के जरिए आप अपनी कई जरूरतें पूरी कर सकते हैं। हालांकि कोई भी लोन लेने के बाद बैंक आपसे कई तरह के चार्ज वसूलता है। चलिए जानते हैं कि पर्सनल लोन पर आपको कौन-कौन से चार्ज देने होते हैं।
पर्सनल लोन पर कौन-कौन से लगते है चार्ज?
- लोन लेने पर बैंक द्वारा उधारकर्ता का वेरिफिकेशन किया जाता है। इस वेरिफिकेशन के बाद ही बैंक की तरफ से अप्रूवल मिलता है। वेरिफिकेशन के दौरान आपकी निजी जानकारी से लेकर क्रेडिट स्कोर के बारे में सब चेक किया जाता है। इसी वेरिफिकेशन को लेकर बैंक आपसे चार्ज लेता है।
- वेरिफिकेशन चार्ज के अलावा बैंक आपसे प्रोसेसिंग चार्ज भी लेता है। प्रोसेसिंग चार्ज लोन के अमाउंट का 2.50 फीसदी होता है। हालांकि अलग-अलग बैंक द्वारा ये चार्ज अलग-अलग हो सकते हैं।
- कोई भी लोन लेने के बाद आपको एक निश्चित अवधि के दौरान ईएमआई देना होता है। लेकिन अगर आप ये ईएमआई भूल जाते हैं, तो बैंक ऐसे में आपसे चार्ज या शुल्क वसूलता है। अलग-अलग बैंक ग्राहक पर अलग-अलग चार्ज लगाता है। इसे लेट फी चार्ज कहा जाता है।
- वहीं अगर कोई उधारकर्ता तय अवधि से पहले लोन पूरा कर देता है, तो उसे प्रीपेमेंट फीस के रूप में चार्ज देना होता है।
पर्सनल लोन से पहले इन चीजों का रखें ध्यान
अगर आप पर्सनल लोन लेने का प्लान बना रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे पहले पर्सनल लोन से जरूरी दस्तावेज ध्यान से पढ़ लें। वहीं ईएमआई और इंटरेस्ट रेट का भी ध्यान रखें।आपका डाउन पेमेंट जितना ज्यादा होगा, उतना ही कम आपको ईएमआई चुकाना होगा।
हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि ईएमआई इतना भी ज्यादा नहीं होना चाहिए कि आपको भरना भारी पड़े। वहीं ईएमआई मिस ना हो, इसके लिए आप ऑटो पेमेंट सेट कर सकते हैं। ऑटो पेमेंट के जरिए आप एक तय तारीख पर पेमेंट कर पाएंगे और आपको लेट चार्ज भी नहीं देना पड़ेगा।
वहीं एक बजट बनाकर चले, इसके लिए आप ऐप का सहारा ले सकते हैं। ये ध्यान रखें कि इमरजेंसी फंड पर पर्सनल लोन का प्रभाव ना हो।
पर्सनल लोन आपको आपतकालीन स्थिति से बचाने का काम करता है। अगर आपने इमरजेंसी के लिए फंड नहीं बचाया हैअचानक से किसी बड़े खर्चें का सामना करना पड़े, तो पर्सनल लोन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
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