Personal Loan: पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं? पहले जान लीजिए इसके फायदे और नुकसान
पर्सनल लोन कई मामलों में काफी अच्छा विकल्प रहता है। इसमें आपको कारण बताने की जरूरत नहीं होती क्योंकि ये अनसिक्योर्ड लोन होते हैं। कार या होम लोन में आपको बैंक को बताना पड़ता है कि आप गाड़ी या घर खरीदने के लिए लोन ले रहे हैं। पर्सनल लोन की प्रक्रिया काफी आसान और तेज होती है। कई बैंक और वित्तीय संस्थान पूरा प्रोसेस ऑनलाइन ही पूरा कर लेते हैं।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। इमरजेंसी में पैसों की जरूरत पूरा करने के लिए पर्सनल लोन (Personal loan) सबसे अच्छा विकल्प रहता है। इसकी वजह है कि इसमें ज्यादा कागजी प्रक्रिया पूरी करने की जरूरत नहीं होती है। कई बार तो बैंक आपको प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन का ऑफर देते हैं। इसमें बस कुछ ही स्टेप में घर बैठे रकम आपको खाते में आ जाती है। इससे आपकी इमरजेंसी में पैसों की जरूरत पूरी हो सकती है। जैसे कि मेडिकल इमरजेंसी या शादी-विवाह का खर्च। लेकिन, पर्सनल लोन लेने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
पर्सनल लोन के फायदे
पर्सनल लोन आपको कारण बताने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि ये अनसिक्योर्ड लोन होते हैं। कार लोन या होम लोन में आपको बैंक को बताना पड़ता है कि आप गाड़ी या घर खरीदने के लिए लोन ले रहे हैं। पर्सनल लोन की प्रक्रिया काफी आसान और तेज होती है। कई बैंक और वित्तीय संस्थान पूरा प्रोसेस ऑनलाइन ही पूरा कर लेते हैं।
पर्सनल लोन में कुछ भी गिरवी (Collateral) रखने की जरूरत नहीं होती है। इसलिए यह उन लोगों के लिए काफी अच्छा विकल्प बन जाता है, जो अपनी कोई चीज गिरवी नहीं रखना चाहते हैं। Personal Loan की चुकाने की अवधि अमूमन एक से पांच साल तक होती है। ऐसे में आपको अपनी कमाई और बजट के हिसाब से कर्ज चुकाने की सहूलियत मिल जाती है।
पर्सनल लोन के नुकसान
पर्सनल लोन की ब्याज दर काफी अधिक होती है। यह अनसिक्योर्ड लोन होता है। इसलिए आपको 10 से 24 फीसदी तक का ब्याज देना पड़ सकता है। पर्सनल लोन लेने का प्रोसेस काफी आसान है। इसमें गिरवी भी कुछ नहीं रखना पड़ता है।
ऐसे में कई बार लोग जरूरत से अधिक लोन ले लेते हैं। इससे कर्ज के जाल में फंसने का खतरा रहता है। पर्सनल लोन लेते समय Processing fees, prepayment penalties और अन्य हिडेन चार्ज (hidden charges) भी हो सकते हैं। इससे आपके लोन की कुल लागत बढ़ सकती है और यह महंगा पड़ सकता है।
पर्सनल लोन लेना सही है?
यह आपकी जरूरत पर निर्भर करता है। आपको पहले अपनी आर्थिक स्थिति का आकलन करना चाहिए। आप पैसे जुटाने के अन्य विकल्पों पर भी गौर कर सकते हैं। जैसे कि किसी दोस्त या रिश्तेदार से उधार लेना।
आपके लिए पर्सनल लोन लेना आखिरी विकल्प होना चाहिए, क्योंकि इसकी ब्याज दर काफी अधिक होती है। आपको पर्सनल लोन लेने से पहले अलग-अलग बैंकों की ब्याज दर भी पता कर लेनी चाहिए। इससे आप सस्ती दर पर कर्ज ले पाएंगे।
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