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    Home Loan Default: होम लोन डिफॉल्ट होने पर क्या करें; प्रॉपर्टी बेचना रहेगा सही विकल्प?

    Updated: Fri, 08 Nov 2024 02:24 PM (IST)

    होम लोन पर डिफॉल्ट होना शायद जिंदगी के सबसे मुश्किल अनुभव में से एक हो सकता है क्योंकि घर के साथ आर्थिक और भावनात्मक दोनों रिश्ता होता है। ऐसे में कई बार लोग समझ नहीं पाते कि होम लोन डिफॉल्ट के बाद क्या करना चाहिए। आइए जानते हैं कि होम लोन डिफॉल्ट होने के बाद आप किस तरह से अपनी मुश्किलों को कम कर सकते हैं।

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    बैंक आपको लोन रीस्ट्रक्चरिंग या रीपेमेंट प्लान जैसी राहत दे सकते हैं।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। इस सपने को पूरा करने के लिए कई लोग होम लोन लेने का विकल्प भी आजमाते हैं। लेकिन, कभी-कभी हालात ऐसे बन जाते हैं कि होम लोन पर डिफॉल्ट करना पड़ जाता है। यह जाहिर तौर पर किसी के भी लिए काफी मुश्किल अनुभव हो सकता है। लेकिन, आप कुछ कदम उठाकर चीजों को काबू में करने की कोशिश कर रहे हैं।

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    लोन की शर्तों पर गौर करें

    सबसे पहले आपको लोन एग्रीमेंट पर गौर करना चाहिए। इससे डिफॉल्ट होने की स्थिति से जुड़ी शर्तों को बेहतर से समझ पाएंगे। अगर शर्तों को समझने के लिए बैंक या किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट की मदद भी ले सकते हैं। इससे आपको अगला कदम उठाने में मदद मिलेगी।

    अपने बैंक से बात करें

    अगर आप होम लोन पर डिफॉल्ट कर रहे हैं, तो उसके बारे में अपने बैंक को बताएं। उस परेशानी के बारे में बताएं, जिसके चलते आप किस्त नहीं जमा कर पा रहे हैं। बैंक आपकी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने से बचना चाहते हैं, क्योंकि यह जटिल और खर्चीली प्रक्रिया है। वे लोन रीस्ट्रक्चरिंग या रीपेमेंट प्लान जैसी राहत दे सकते हैं।

    क्या होती है लोन रीस्ट्रक्चरिंग

    लोन रीस्ट्रक्चरिंग के तहत कर्ज देने की शर्तें बदली जा सकती हैं। इसका मकसद रीपेमेंट को ज्यादा आसान बनाना होता है। इसमें लोन की अवधि को बढ़ाना, मंथली पेमेंट्स को कम करना या फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पर स्विच करने जैसे ऑप्शन होते हैं। इस तरह के बदलाव से आपको तात्कालिक राहत मिल सकती है।

    लोन की रीफाइनेसिंग का ऑप्शन

    अगर मौजूदा बैंक बेहतर रीस्ट्रक्चरिंग प्लान नहीं दे रहा, तो आप किसी अन्य वित्तीय संस्थान के साथ अपने होम लोन की रीफाइनेसिंग पर विचार कर सकते हैं। इसमें मौजूदा लोन के भुगतान के लिए नया लोन लिया जाता है। यह अमूमन कम ब्याज दर पर या फिर लंबी अवधि के लिए होता है। हालांकि, इसके लिए अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है और नई शर्तें जोड़ी जा सकती हैं।

    प्रॉपर्टी बेचना आखिरी विकल्प

    अगर आपकी आर्थिक स्थिति ज्यादा खराब है और उसके जल्दी ठीक होने की संभावना नहीं है, तो आप कर्ज चुकाने और अन्य मुश्किलों से बचने के लिए प्रॉपर्टी बेचने के विकल्प पर भी विचार कर सकते हैं। ऐसे में आपको अपनी प्रॉपर्टी की मौजूदा मार्केट वैल्यू के बारे में पता करना चाहिए। साथ ही, लोन चुकाने के बाद बचे हुए फंड का आकलन करना चाहिए। हो सकता है कि इस फंड से आपको नई शुरुआत करने का मौका मिल जाए।

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