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    Adani Group Share: अमेरिकी झटके से उबर रहा अदाणी ग्रुप, शेयरों में दिखा 7 फीसदी तक का उछाल

    Updated: Mon, 25 Nov 2024 01:16 PM (IST)

    अरबपति कारोबारी गौतम अदाणी के अदाणी ग्रुप पर पिछले हफ्ते अमेरिका में रिश्वत और धोखाधड़ी का आरोप लगा था। इसके बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। केन्या सरकार ने भी अदाणी ग्रुप के साथ एयरपोर्ट और पावर ट्रांसमिशन लाइन बनाने जैसे समझौते तोड़ दिए। अदाणी ग्रुप ने इन सभी मामलों पर विस्तृत स्पष्टीकरण भी दिया है।

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    अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 6.42 फीसदी तेजी आई।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अदाणी ग्रुप के शेयरों में सोमवार को शुरुआती कारोबार में अच्छी तेजी देखी गई। अदाणी ग्रुप के 10 में से 9 स्टॉक हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। सेंसेक्स और निफ्टी में दमदार रैली का असर अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस पर दिखा। इसमें करीब 7 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। वहीं, अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 6.42 फीसदी, अदाणी टोटल गैस के शेयरों में 5.33 फीसदी, अदाणी पोर्ट्स के शेयरों में 4.64 फीसदी और अदाणी पावर के शेयरों में 4.17 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।

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    बीएसई पर अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 4 फीसदी, अदाणी विल्मर के शेयरों में 3.23 फीसदी, एसीसी के शेयरों में 3 फीसदी और अंबुजा सीमेंट्स के शेयरों में 2.71 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। हालांकि, एनडीटीवी के शेयरों में 2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इस शुरुआती तेजी के बाद मुनाफावसूली भी हुई, जिसके चलते कई स्टॉक्स की शुरुआती बढ़त कम हो गई।

    अमेरिका में रिश्वत और धोखाधड़ी से जुड़े मुकदमे चलते अदाणी ग्रुप के शेयरों में पिछले हफ्ते भारी गिरावट आई थी। केन्या सरकार ने भी अमेरिकी आरोपों के बाद अदाणी ग्रुप के साथ 2.5 अरब डॉलर से अधिक के करार को रद कर दिया था। इस पर शनिवार को अदाणी ग्रुप ने स्पष्टीकरण भी दिया। ग्रुप ने कहा कि उसने केन्या के मुख्य हवाई अड्डे को संचालित करने के लिए कोई बाध्यकारी समझौता नहीं किया है।

    अदाणी ग्रुप का केन्या के साथ सौदा रद

    अदाणी ग्रुप ने पिछले महीने केन्या में 30 साल के लिए पावर ट्रांसमिशन लाइन बनाने और उनके संचालन का भी सौदा किया था। इस करार के बारे में अदाणी ग्रुप ने कहा कि यह प्रोजेक्ट सेबी के प्रकटीकरण नियमों के दायरे में नहीं आता, इसलिए इसके रद होने पर कोई खुलासा करने की जरूरत नहीं है।

    दरअसल, स्टॉक एक्सचेजों ने अदाणी ग्रुप को नोटिस भेजा था। इसमें केन्याई राष्ट्रपति विलियम रुटो द्वारा खरीद प्रक्रिया रद करने से जुड़ी खबरों पर स्पष्टीकरण मांगा गया था। अदाणी ग्रुप उन्हीं सवालों का जवाब दे रहा था। अगर सबकुछ ठीक रहता, तो अदाणी ग्रुप को केन्या के मुख्य हवाई अड्डे का नियंत्रण मिलने की उम्मीद थी।

    अमेरिका में रिश्वत और धोखाधड़ी से जुड़े मुकदमे चलने के बाद अदाणी ग्रुप ने बॉन्ड से पैसे जुटाने की योजना भी रोक दी। इस पर अदाणी ग्रुप का कहना है कि उसकी वित्तीय स्थिति काफी अच्छी है और उसे बाहर से कर्ज जुटाने की जरूरत नहीं है। ग्रुप ने निवेशकों के सामने फाइनेंशियल और डेट डिटेल भी दी, जिसमें मजबूत मुनाफे और नकदी प्रवाह की बात कही गई। ग्रुप ने कहा कि वह बाहरी कर्ज के बिना भी अपनी ग्रोथ बरकरार रख सकता है।

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