सर्च करे
Home

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ट्रंप टैरिफ के बीच भारतीय निवेशकों को बड़ी राहत, EB-5 वीजा पर अमेरिका ने बढ़ी फीस वापस ली; ₹26 लाख तक बचेंगे

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 07:59 PM (IST)

    अमेरिकी EB-5 इन्वेस्टर वीजा पर भारतीय निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। USCIS ने 2024 में बढ़ाई गई फीस वापस ले ली है, क्योंकि कोर्ट ने इसे नियमों के खिलाफ पाया। अब पुरानी फीस ही लागू होगी, जिससे निवेशकों को लगभग 26 लाख रुपये तक की बचत होगी। EB-5 वीजा से अमेरिका में निवेश और रेजिडेंसी पाना अब सस्ता होगा।

    Hero Image

    ट्रंप टैरिफ के बीच भारतीयों को बड़ी राहत, EB-5 निवेशक वीजा पर अमेरिका ने बढ़ी फीस वापस ली; ₹26 लाख तक बचेंगे

    नई दिल्ली| अमेरिकी EB-5 इन्वेस्टर वीजा पर बड़ा फैसला भारतीय निवेशकों के लिए राहत लेकर आया है। अमेरिका की USCIS एजेंसी ने 2024 में लागू की गई भारी-भरकम फीस बढ़ोतरी को वापस ले लिया है। यह कदम कोलोराडो की फेडरल कोर्ट के आदेश के बाद उठाया गया। कोर्ट ने कहा कि USCIS ने बिना जरूरी स्टडी के फीस बढ़ाई, जो नियमों के खिलाफ है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कोर्ट का आदेश 12 नवंबर को आया। इसके बाद USCIS (यूनाइटेड स्टेट सिटीजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज) ने कहा कि अब वही पुरानी, कम फीस लागू होगी जो 31 मार्च 2024 से पहले थी। इससे उन भारतीय निवेशकों को सीधा फायदा मिलेगा जो अमेरिकी रेजिडेंसी के लिए EB-5 रूट चुनते हैं।

    क्या है EB-5 वीजा प्रोग्राम? (What is EB-5 visa program?)

    यह वीजा विदेशी निवेशकों को अमेरिका में ग्रीन कार्ड पाने का रास्ता देता है। निवेश उन प्रोजेक्ट्स में लगता है, जो अमेरिकी नागरिकों के लिए रोजगार पैदा करते हैं। ज्यादातर निवेश "रीजनल सेंटर्स" के जरिए होता है। 2022 में कांग्रेस ने इस प्रोग्राम को दोबारा मंजूरी दी थी।

    यह भी पढ़ें- कितने अमीर हैं भारत आए 'डोनाल्ड ट्रंप जूनियर', ट्रंप के इस बिजनेस को संभालते, नामी कंपनी के हैं वाइस प्रेसिडेंट

    फीस कम होने से कितना फायदा?

    I-526 जैसी अहम फॉर्म फीस 11,160 डॉलर (करीब 9,91,133 रुपए) से घटकर सिर्फ 3,675 डॉलर (करीब 3,26,381 रुपए) रह गई है। जबकि I-956F फॉर्म के लिए अभी तक 47,675 डॉलर ( करीब 42,35,850 रुपए) वसूले जाते थे। इसके लिए अब सिर्फ 17,795 डॉलर यानी 15,80,395 रुपए ही देने होंगे। यानी निवेशकों की जेब पर 26 लाख रुपए तक का बोझ कम हो जाएगा।

    पुरानी और नई फीस में लाखों का अंतर

    इमिग्रेशन फॉर्म अब लागू फीस पहले बढ़ी हुई फीस
    I-526 (Standalone Investor) $3,675 (3,26,381 रुपए) $11,160 (9,91,133 रुपए)
    I-526E (Regional Center Investor) $3,675(3,26,381 रुपए) $11,160 (9,91,133 रुपए)
    I-829 (Remove Conditions) $3,750 (3,33,042 रुपए) $9,525 (8,45,926 रुपए)
    I-956 (Regional Center Designation) $17,795 (15,80,395 रुपए) $47,695 (42,35,850 रुपए)
    I-956F (Investment Approval) $17,795 (15,80,395 रुपए) $47,695 (42,35,850 रुपए)
    I-956G (Annual Statement) $3,035 (2,69,542 रुपए) $4,470 (3,96,986 रुपए)

    USCIS ने यह भी कहा है कि उसने पिछले महीने एक नई फीस स्टडी के आधार पर नया प्रस्ताव भेजा है। आने वाले महीनों में नई फीस तय हो सकती है। लेकिन फिलहाल के फैसले से भारतीय निवेशकों को बड़ा सीधा फायदा होगा। EB-5 वीजा के जरिए अमेरिका में निवेश और रेजिडेंसी हासिल करना अब काफी सस्ता हो जाएगा।

    बिजनेस से जुड़ी हर जरूरी खबर, मार्केट अपडेट और पर्सनल फाइनेंस टिप्स के लिए फॉलो करें