क्या पहली बार कर रहे हैं आईटीआर फाइल? इन बातों का रखें खासतौर पर ध्यान
First Time ITR filing Guide 31 जुलाई आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख है। अगर आप किसी भी तरह का चार्ज या शुल्क नहीं चाहते तो इसे पहले अपना आईटीआर फाइल याद से कर लें। अगर आप पहली बार आईटीआर फाइल करने जा रहे हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए है। आज हम कुछ ऐसे महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानेंगे।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। टैक्सपेयर्स के पास आईटीआर फाइल करने के लिए दो विकल्प उपलब्ध है। इनमें ओल्ड टैक्स रिजीम और नई टैक्स रिजीम उपलब्ध है। अब बहुत जल्द ही कंपनी की तरफ से कर्मचारियों को इनकम टैक्स फाइल करने के लिए फॉर्म-16 दिया जाएगा।
अगर आप भी पहली बार आईटीआर फाइल करने जा रहे हैं, तो कुछ बातों का खास ध्यान रखें। ताकि आपको भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी ना हो। आईटीआर फाइल करने से पहले और उसके बाद कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
इन बातों का रखें खास ध्यान
आईटीआर फाइल करते वक्त आपको सैलरी और खर्चों से जुड़े डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ सकती है। इनमें सैलरी स्लीप, फॉर्म-16, किराये का बिल, शेयर्स और अन्य लाभ पर लगने वाला कैपिटल गेन टैक्स इत्यादि की जरूरत पड़ेगी। इसलिए इन सभी डॉक्यूमेंट या दस्तावेजों को पहले से ही तैयार कर लें।
ताकि आईटीआर फाइल करते वक्त किसी भी तरह की परेशानी ना हो।
सही फॉर्म का चुनाव करना भी काफी जरूरी है। अभी आईटीआर फाइल करने के लिए आईटीआर-1, आईटीआर-2, आईटीआर-3 और आईटीआर-4 उपलब्ध हैं। इन सभी फॉर्म के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें। इसके बाद इनमें से जो आपके लिए उपयुक्त हो, उसका चुनाव करें।
आपको ओल्ड टैक्स रिजीम और नई टैक्स रिजीम में से किसी एक का चुनाव करना होगा। इसके लिए आपको इन दोनों का ही सही ढंग से आकलन करना होगा। ओल्ड टैक्स रिजीम कई तरह की छूट मिल जाती है। ये छूट नई टैक्स रिजीम में शामिल नहीं हैं।
इसके अलावा आईटीआर फाइल करने से पहले ऑनलाइन इनकम टैक्स कैलकुलेट भी कर लें। जिसके बाद आप डिडक्शन क्लेम कर टैक्स कम सकते हैं।
वहीं ये ध्यान रखें कि आप समय सीमा से पहले आईटीआर फाइल कर लिया हो। इसके साथ ही ई-वेरिफिकेशन का भी खास तौर पर ध्यान रखें। इन सभी बातों का पता होने पर आपको इनकम टैक्स फाइल करते वक्त किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी।
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