IIT कानपुर से पढ़ाई, US में साथ नौकरी, India में हुए फेल; फिर तीसरे बंदे की हुई एंट्री और बन गई Urban Company
Urban Company Success Story होम सर्विस देने वाली अर्बन कंपनी का आईपीओ इस समय धूम मचा रहा है। लेकिन इसकी शुरुआत कब और कैसे हुई इसके पीछे की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है। IIT कानपुर से इंजीनियरिंग करने वाले दो लड़कों का जब कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से पढ़ने वाले लड़के का साथ मिला तो इस कंपनी की शुरुआत हुई।

नई दिल्ली। एक कंपनी है। नाम है अर्बन कंपनी लिमिटेड। ऑनलाइन होम सर्विस प्रोवाइड करती है। आपके घर में खराब हुए नल से लेकर स्विच और आपके बालों में कलर करने तक। हर एक सर्विस यह कंपनी देती है। यह कंपनी चर्चा में है। कारण है इसका आईपीओ। Urban Company IPO के जरिए 1900 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इसका आईपीओ 10 सितंबर को ओपन हुआ था और यह आज यानी गुरुवार 12 सितंबर को बंद हो रहा है।
लगभग 20 हजार करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली यह कंपनी घर-घर अपनी पहचान बना चुकी है। इसे 3 लड़कों ने मिलकर शुरू किया था। पहले दो दोस्त किसी और स्टार्टअप में लगे थे। लेकिन वे फेल हो गए। लेकिन फिर तीसरे बंदे की एंट्री होती है और शुरुआती होती है अर्बन की। आज पूरी कहानी विस्तार से जानेंगे कि आखिर अर्बनक्लैप का अर्बन कंपनी तक का सफर कैसा रहा।
IIT Kanpur से शुरू होती है कहानी
अभिराज सिंह भाल और वरुण खेतान की मुलाकात IIT कानपुर में साल 2005 में होती है। दोनों अलग-अलग शहर से यहां इंजीनियर बनने पहुंचे थे। कानपुर में ही दोनों की दोस्ती होती है। 2009 में दोनों ही दोस्त इंजीनियर बनकर आईआईटी कानपुर से निकलते हैं।
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वरुण कैलिफोर्निया स्थिति क्वालकॉम कंपनी में नौकरी करने लगते हैं, जबकि अभिराज सिंह भाल IIM अहमदाबाद से MBA करने लगते हैं। 2011 में The Boston Consulting Group ज्वाइन कर लेते हैं। इसी कंपनी से वरुण भी साल 2011 में जुड़ जाते हैं।
पहले स्टार्टअप में हुए फेल
IIT कानपुर से निकले दो दोस्त एक बार फिर से एक ही कंपनी में काम करने लगते हैं। यहां दोनों अपना स्टार्टअप शुरू करने की सोचते हैं। इसी सोच की वजह से दोनों दोस्त नौकरी छोड़ देते हैं और भारत आकर अपना धंधा शुरू करने की प्लानिंग करने लगते हैं। दोनों सिनेमा बॉक्स नाम से अपना पहला स्टार्टअप शुरू करते हैं। यह स्टार्टअप एक तरह से मूवी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म था। लेकिन दोनों दोस्तों का यह Idea नहीं चला। अपने आईडिया से ये लोग यूजर्स को जोड़ नहीं पाए।
तीसरे बंदे की ग्रुप में होती है एंट्री
इधर वरुण खेतान और अभिराज सिंह भाल का स्टार्टअप सिनेमा बॉक्स फेल हो गया था। उधर कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने वाले राघव चंद्रा का कैब सर्विस देने वाला स्टार्टअप बग्गी भी फेल हो रहा था।
दो फेल स्टार्टअप के फाउंडर किसी न किसी काम को लेकर अक्सर मिला करते थे। उन्हें एक-दूसरे के Idea पर तनिक भी भरोसा नहीं था। इसी भरोसे ने तीनों को कुछ नया ट्राई करने का साहस दिया। वरुण-अभिराज ने सिनेमा बॉक्स तो राघव ने अपनी बग्गी को बंद कर दिया।
वरुण को आया Idea और हो गई Urban Company की शुरुआत
वरुण, अभिराज और राघव आईडिया सोच रहे थे। तीनों एक दूसरे को अपने-अपने आइडिया बताया करते थे। इसी दौरान वरुण को होम सर्विस से जुड़ा Idea आया। वरुण ने इसके बारे में अभिराज और राघव को बताया और इस पर काम करने को राजी भी कर लिया। तीनों इस आइडिया पर काम करना शुरू करते हैं और घर के काम करने वाले अलग-अलग एक्सपर्ट्स को अपने साथ जोड़ने लगे।
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प्लम्बर, इलेक्ट्रिशियन, ब्यूटीशियन से लेकर एसी बनाने वाला सभी को ये तीनो दोस्त अपने साथ जोड़ने लगे। इसके बाद पहले इन्होंने अपने रिश्तेदारों को यहां ये सर्विस दी। यानी अगर कोई रिलेटिव किसी काम के लिए कहता तो ये दोस्त उनके यहां अपने एक्सपर्ट भेजकर उनका काम कराते थे। इसी तरह उनके साथ नए-नए एक्सपर्ट जुड़ने लगे।
रिश्तेदारों से रिस्पॉन्स अच्छा मिला तो तीनों ने सोशल मीडिया के जरिए इसे बड़े लेवल पर शुरू किया। और नवंबर 2014 में कर दी अर्बनक्लैप की शुरुआत। आज यह अर्बन कंपनी के नाम से जानी जाती है। लेकिन इसकी शुरुआत अर्बनक्लैप से ही हुई थी। तीनों ने शुरुआत में कंपनी में 10-10 लाख रुपये का निवेश किया।
2015 में मिली फंडिंग तो 2018 में बदल दिया गेम
अर्बनक्लैप को 2015 में पहले 11 करोड़ फिर उसी साल फंडिंग मिली। इस फंडिंग के बाद वरुण, अभिराज और राघव ने बड़े स्तर पर काम शुरू किया। भारत के बड़े-बड़े शहर जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु में झंडे गाड़ने के बाद तीनों ने विदेश में झंडे गाड़ने का प्लान किया। और 2018 में Urban की एंट्री UAE में होती है। कंपनी यूएई के दुबई शहर में अपनी सर्विस शुरू करती है।
आज अर्बन कंपनी 4 देशों की 59 से अधिक शहरों में उपलब्ध है। अर्बन कंपनी भारत, UAE, सिंगापुर और सऊदी अरब में काम करती है। कंपनी अपने मोबाइल ऐप और वेबसाइट के जरिए घरेलू और सौंदर्य सेवाएं प्रदान करती है। अगर आपको अपने घर में कोई काम कराना है तो आप अर्बन कंपनी से करा सकते हैं।
साल 2020 मे अर्बनक्लैप का नाम अर्बन कंपनी हो गया। साल 2021 में अर्बन कंपनी यूनिकॉर्न की लिस्ट में शामिल हो गई। आज शेयर बाजार में इसके आईपीओ को लेकर धूम मची हुई है। Urban Company IPO के लिए अपने मूल्य बैंड के ऊपरी छोर पर लगभग $1.7 बिलियन (लगभग ₹1,900 करोड़) के मूल्यांकन का लक्ष्य रख रही है। इसके आईपीओ का प्राइस बैंड₹98-₹103 है। इसके आईपीओ के अपर बैंड के हिसाब से इसकी वैल्यूएशन लगभग 20 हजार करोड़ रुपये है।
Urban Company के IPO से जुड़ी जरूरी बातें
कब ओपन हुआ अर्बन कंपनी का आईपीओ- 10 सितंबर
कब क्लोज होगा अर्बन कंपनी का आईपीओ- 12 सितंबर
कब होगा Urban Company IPO का अलॉटमेंट- 15 सितंबर
कब होगी अर्बन कंपनी के आईपीओ की लिस्टिंग- 17 सितंबर
कितना है Urban IPO का प्राइस बैंड- 98-103 रुपये प्रति शेयर
रिटेल निवेशकों के लिए अर्बन कंपनी आईपीओ की लॉट साइज- 145 शेयरों की (14,935 रुपये का एक लॉट)
IPO के जरिए जुटाए पैसों का क्या करेगी Urban Company
Urban Company आईपीओ से मिले पैसों का इस्तेमाल ऑपरेशन का विस्तार करना, नई तकनीक का विकास और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में करेगी। इसके अलावा लीज पर लिए गए ऑफिस का पैसा चुकाने में भी किया जाएगा। इसके अलावा मार्केटिंग में आईपीओ से जुटाए धन का इस्तेमाल किया जाएगा।
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