GST Council Meeting: सुधर जाएगा किचन का बजट; घी-पनीर और मिल्क पाउडर के अलावा क्या-क्या हो सकता है सस्ता?
सरकार GST स्लैब में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। इस बदलाव के तहत कई जरूरी सामान जैसे घी मक्खन टूथपेस्ट शैंपू पनीर और मिल्क पाउडर जिन पर अभी 12% और 18% टैक्स लगता है उन्हें घटाकर 5% स्लैब में लाया जा सकता है। इसका सीधा फायदा आम उपभोक्ताओं और छोटे कारोबारियों को मिलेगा। बता दें कि आज यानी 3 और 4 सितंबर को जीएसटी काउंसिल की बैठक है।

नई दिल्ली| GST rate reduction: आज जीएसटी काउंसिल की बैठक है। रोजमर्रा के इस्तेमाल वाले सामान जल्द ही सस्ते हो सकते हैं। सरकार GST स्लैब में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। इस बदलाव के तहत कई जरूरी सामान जैसे घी, मक्खन, टूथपेस्ट, शैंपू, पनीर और मिल्क पाउडर, जिन पर अभी 12% और 18% टैक्स लगता है, उन्हें घटाकर 5% स्लैब में लाया जा सकता है। इसका सीधा फायदा आम उपभोक्ताओं और छोटे कारोबारियों को मिलेगा।
उद्योग जगत का मानना है कि टैक्स में कटौती से उपभोग यानी खपत बढ़ेगी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार का यह कदम खपत को बढ़ावा देगा। वित्त वर्ष 2026 से 2031 उपभोक्ता ड्यूरेबल्स के लिए सुनहरा दौर हो सकता है। यह बदलाव त्योहारी सीजन से ठीक पहले लागू हुआ तो ग्राहक एक साथ कई प्रोडक्ट खरीदने के लिए प्रोत्साहित होंगे, क्योंकि प्रति यूनिट लागत कम हो जाएगी।
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फूड सेक्टर (food sector) की कंपनियां भी इसे बड़ा अवसर मान रही हैं। फूड सेक्टर से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि GST दर में कटौती से खपत बढ़ेगी और खाद्य तेल पर निर्भरता घटेगी। घी, जिसकी सालाना बिक्री करीब 35,000 करोड़ रुपए की है, इस बदलाव से सबसे ज्यादा फायदा उठाएगा।
एसएमई चैंबर ऑफ इंडिया (SME Chamber of India) के अध्यक्ष चंद्रकांत सालुंखे के मुताबिक, सरकार के इस कदम से छोटे और मध्यम उद्योगों (SMEs) को बड़ी राहत मिलेगी।
किन सेक्टरों पर असर?
और क्या-क्या हो सकता है सस्ता?
एक्सपर्स्ट्स का मानना है कि सिर्फ खाने-पीने की चीजें ही नहीं, बल्कि फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स, मेडिकल इक्विपमेंट, सीमेंट और कारें भी सस्ती हो सकती हैं। वहीं, सर्विस सेक्टर पर भी टैक्स का बोझ घटाया जा सकता है।
ये सामान हो सकता है और महंगा
लग्जरी सामान पर बोझ बढ़ सकता है। प्रस्ताव यह है कि लग्जरी कार, एसयूवी, 350 सीसी से ऊपर की बाइक, कोल्ड ड्रिंक और तंबाकू उत्पादों पर 40% तक GST लगाया जाए।
हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि कम्पनसेशन सेस को खत्म किया जाएगा या इसे किसी नए टैक्स के रूप में जारी रखा जाएगा। अंतिम फैसला GST काउंसिल की बैठक में होगा, जो आज यानी 3 और गुरुवार 4 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाली है। यह बैठक 10 से 11 बजे के बीच शुरू हो सकती है।
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