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    किस कंपनी से गौतम अदाणी ने शुरू किया अपना कारोबार, कैसे हुई शुरुआत? 1978 से 2025 तक की पूरी कहानी

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 06:46 PM (IST)

    गौतम अदाणी ने अपने कारोबारी सफर की शुरुआत साल 1978 में एक हीरा कारोबारी के तौर पर की थी। इसके बाद 1988 में उन्होंने अदाणी एक्सपोर्ट्स की स्थापना की। त ...और पढ़ें

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    नई दिल्ली। गौतम अदाणी का नेतृत्व वाला अदाणी समूह (Adani Group) आज की तारीख में देश के सबसे ताकतवर बिजनेस ग्रुप में से एक है। इस ग्रुप की 13 कंपनियां मार्केट में लिस्टेड हैं, जिनका ज्वाइंट मार्केट कैप (Adani Group Market Cap) 14 लाख करोड़ से ज्यादा है। लेकिन, क्या आप गौतम अदाणी की उस कंपनी के बारे में जानते हैं जिससे उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत की थी। आपको जानकार हैरानी होगी कि इंफ्रा से लेकर पोर्ट बिजनेस में बादशाहत रखने वाले गौतम अदाणी ने अपने करियर की शुरुआत डायमंड सॉर्टर यानी हीरा कारोबार से की थी।

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    अदाणी ग्रुप की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, गौतम अदाणी ने अपनी बिजनेस जर्नी सन 1978 में शुरू की। आइये आपको बताते हैं गौतम अदाणी की 1978 से लेकर 2025 तक 47 साल की व्यावसायिक यात्रा कैसी रही।

    कब शुरू हुई अदाणी ग्रुप की पहली कंपनी?

    साल 1978 में गौतम अदाणी ने गुजरात से मुंबई का रुख किया और यहां डायमंड सॉर्टर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की। लेकिन, 1981 में वे अहमदाबाद में अपने भाई की प्लास्टिक यूनिट में शामिल हो गए और सन 88 में उन्होंने अदाणी एक्सपोर्ट्स की स्थापना की। गौतम अदाणी की यह पहली कंपनी कृषि उत्पादों और पावर सेक्टर में काम करती थी, जिसे अब अदाणी एंटरप्राइजेज के नाम से जाना जाता है, जो कि अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप और होल्डिंग कंपनी है। साल 1994 में यह कंपनी शेयर बाजार में अदाणी एक्सपोर्ट्स के नाम से लिस्ट हुई थी।

    1995 में मिली पोर्ट बिजनेस की मंजूरी

    पोर्ट बिजनेस, जो कि अदाणी ग्रुप का सबसे बड़ा बिजनेस है इसकी शुरुआत साल 1994 में हुई। उस वक्त अदाणी ग्रुप को मुंद्रा में एक कैप्टिव जेटी बनाने के लिए गुजरात मैरीटाइम बोर्ड से मंज़ूरी मिली। कांडला पोर्ट को देखते हुए गौतम अदाणी ने मुंद्रा को एक प्रमुख पोर्ट में बदल दिया, जो आज एक मज़बूत मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी वाला एक बड़ा इकोनॉमिक गेटवे है।

    1996 में पावर बिजनेस

    गौतम अदाणी की एसेट्स को इंटीग्रेट करने की क्षमता ने कंपनी के विस्तार को और बढ़ावा दिया, जिसकी शुरुआत मुंद्रा जेट्टी से हुई और फिर अदाणी पावर की स्थापना हुई।

    साल 1999 में शुरू किया FMCG कारोबार

    पोर्ट बिजनेस में मिली सफलता के बाद गौतम अदाणी,नए वेंचर्स के साथ आगे बढ़ते रहे, और 1999 में उन्होंने नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट के लिए इंटीग्रेटेड रिसोर्स मैनेजमेंट (IRM) शुरू किया, जबकि अदानी एक्सपोर्ट्स ने नेचुरल रिसोर्स ट्रेडिंग शुरू की।

    इसी साल अदाणी ग्रुप ने FMCG सेक्टर में कदम रखा और सिंगापुर की विल्मर इंटरनेशनल के साथ पार्टनरशिप में अदानी विल्मर लिमिटेड की स्थापना की।

    साल 2001 में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन की शुरुआत

    इस साल अदाणी ग्रुप ने सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) बिज़नेस में कमर्शियल ऑपरेशन की शुरुआत की। साल 2007 में अदाणी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के शेयरों की मार्केट में लिस्टिंग हुई। इस दौरान, अदाणी समूह ने अदाणी एग्री लॉजिस्टिक की शुरुआत की।

    2011-2023 का दौर

    इस दौर में अदाणी समूह ने विदेशों में बड़े अधिग्रहण किए, और साल 2011 में मुंद्रा पोर्ट एंड सेज का नाम बदलकर अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन किया गया। इसी कालखंड में अदाणी समूह ने पावर बिजनेस शुरू किया और उसे लगातार बढ़ाया।

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    2015 में अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की स्थापना हुई, जो ग्रुप की रिन्यूबल एनर्जी में कारोबार करने वाली कंपनी है। वहीं, 2016 में अदाणी समूह ने डिफेंस सेक्टर में कदम रखने के लिए इजराइल की कंपनी के साथ ज्वाइंट वेंचर किया। इसके बाद लगातार अदाणी समूह ने अपने बिजनेस में जड़े मजबूत करता रहा और नए-नए बिजनेस की शुरुआत की।

    47 साल के इस सफर में अदाणी समूह 13 लिस्टेड कंपनियों और 14 लाख करोड़ के मार्केट कैप के साथ भारत का एक शक्तिशाली कॉरपोरेट घराना बन गया है।

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