अप्रैल में लुढ़क कर 3.16 फीसदी पर आई खुदरा महंगाई दर, जानें टूटा कितने सालों का रिकॉर्ड
महंगाई के मोर्च पर एक राहत भरी खबर है। खुदरा महंगाई दर गिर कर 70 महीनों के निचले स्तर पर आ गई है। अप्रैल में यह 3.16% दर्ज हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि महंगाई की दर कम रहने से इस बात की संभावना लगभग शत प्रतिशत हो गई है कि मौद्रिक नीति कमेटी की आगामी बैठक में आरबीआइ रेपो रेट में कटौती कर दे।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सब्जी, दाल व मसालों की कीमतों में गिरावट से अप्रैल माह की खुदरा महंगाई दर 3.16 प्रतिशत के साथ 70 माह के निचले स्तर पर पहुंच गई है। यानी इसने छह साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वर्ष 2019 के जुलाई माह में खुदरा महंगाई दर 3.15 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
पिछले साल अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 10.87 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई थी, लेकिन उसके बाद से इस दर में लगातार कमी आ रही है। इस साल मार्च में खुदरा महंगाई दर 3.34 प्रतिशत थी। अप्रैल में खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर नरमी के साथ 1.78 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई जो वर्ष 2021 के अक्टूबर माह के बाद सबसे कम है।
इस साल मार्च में खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर 2.69 प्रतिशत थी। खुदरा महंगाई दर के छह साल के निचले स्तर पर आने के बाद आगामी जून माह में आरबीआइ की तरफ से एक बार फिर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद की जा रही है।
महंगाई में कमी का क्या मिलेगा फायदा?
आनंद राठी ग्रुप के मुख्य अर्थशास्त्री एवं कार्यकारी निदेशक सुजान हाजरा ने बताया कि खाद्य वस्तुओं के साथ कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से खुदरा महंगाई दर चार प्रतिशत से नीचे बने रहने का अनुमान है जिससे मौद्रिक नीति कमेटी की आगामी बैठक में आरबीआइ के लिए रेपो रेट में कटौती करने की पूरी गुंजाइश है। महंगाई में कमी से सरकार को विकास नीति में तेजी और कारपोरेट सेक्टर को आय बढ़ोतरी में मदद मिलेगी।
पिछले महीने सब्जी के दाम में पिछले साल अप्रैल के मुकाबले 11 प्रतिशत, दाल व दलहन में 5.23 प्रतिशत, मसाले में 3.04 प्रतिशत तो मांस व मछली के दाम में 0.35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इस साल अप्रैल में पिछले साल अप्रैल की तुलना में सबसे अधिक 17.42 प्रतिशत की बढ़ोतरी खाद्य तेल व वनस्पति की कीमतों में रही।
अप्रैल में फल के खुदरा दाम में 13.80 प्रतिशत, अनाज में 5.35 प्रतिशत, दूध में 2.72 प्रतिशत, चीनी में 4.59 प्रतिशत, गैर अल्कोहल पेय पदार्थ में 4.40 प्रतिशत का इजाफा रहा।
तेलंगाना व दिल्ली की महंगाई दर दो प्रतिशत से नीचे
अप्रैल में सबसे कम 1.26 प्रतिशत की खुदरा महंगाई दर तेलंगाना में दर्ज की गई। दिल्ली की खुदरा महंगाई दर इस अवधि में 1.77 प्रतिशत रही तो सबसे अधिक महंगाई दर केरल में 5.94 प्रतिशत दर्ज की गई। कर्नाटक में 4.26 प्रतिशत, पंजाब में 4.09 प्रतिशत तो जम्मू-कश्मीर में खुदरा महंगाई दर 4.25 प्रतिशत रही।
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