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    'भविष्य की फैक्ट्री बनेगा इंडिया', राफेल बनाने वाली कंपनी के CEO का बड़ा बयान; डालोज बोले- दुनिया को दिशा देगा भारत

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 09:40 PM (IST)

    राफेल बनाने वाली फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट सिस्टम्स के सीईओ पास्कल डालोज ने कहा कि भारत भविष्य की फैक्ट्री बनेगा। उन्होंने कहा भारत वह देश है जो नवाचार (innovation) कल्पनाशक्ति (imagination) और कुशल जनशक्ति (skilled workforce) को मिलाकर दुनिया की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा। डालो ने आगे कहा भारत एक सॉफ्टवेयर-ड्रिवन इकोनॉमी बनने की राह पर है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस युग में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी नई मुद्रा साबित होगी।

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    'भविष्य की फैक्ट्री बनेगा इंडिया', राफेल बनाने वाली कंपनी के CEO का बड़ा बयान।

    नई दिल्ली| फाइटर जेट राफेल बनाने वाली कंपनी के सीईओ ने भारत को लेकर बड़ा बयान दिया। डसॉल्ट सिस्टम्स के सीईओ पास्कल डालोज (Dassault Systemes CEO Pascal Daloz) ने कहा कि भारत भविष्य की फैक्ट्री बनेगा। ये बात उन्होंने बुधवार को बेंगलुरू में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही।

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    उन्होंने कहा कि भारत वह देश है जो नवाचार (innovation), कल्पनाशक्ति (imagination) और कुशल जनशक्ति (skilled workforce) को मिलाकर दुनिया की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा। डालो ने आगे कहा, "भारत एक सॉफ्टवेयर-ड्रिवन इकोनॉमी बनने की राह पर है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस युग में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी नई मुद्रा साबित होगी।"

    डसॉल्ट के 25% कर्मचारी भारत में

    फ्रांस की सॉफ्टवेयर कंपनी डसॉल्ट सिस्टम्स ऑटोमोबाइल, एयरोस्पेस और इंडस्ट्रियल सेक्टर के लिए तकनीकी सॉल्यूशंस देती है। कंपनी पिछले कुछ सालों से भारत में तेजी से निवेश बढ़ा रही है। लक्ष्य है- 2030 तक भारत से 1 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू हासिल करना। फिलहाल कंपनी के 25% कर्मचारी भारत में हैं।

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    पुणे में खुला नया आरएंडडी कैंपस

    इस हफ्ते कंपनी ने पुणे में अपना नया हाई-टेक R&D कैंपस शुरू किया है। यह अब भारत में कंपनी का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है। पास्कल डालोज ने बताया कि डसॉल्ट ने 100 मिलियन यूरो से ज्यादा का निवेश इस कैंपस में किया है और क्षमता को 50% तक बढ़ाया है। उन्होंने भारत के इंजीनियरिंग टैलेंट की तारीफ करते हुए कहा,

    "भारत दुनिया के मुकाबले कम लागत में उच्च गुणवत्ता का काम करता है। हर साल बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स कार्यबल में शामिल हो रहे हैं, जिससे भारत की ताकत और बढ़ रही है।"

    डिजिटल इंडिया और इनोवेशन में बड़ी भूमिका

    भारत में कंपनी की आमदनी का सबसे बड़ा हिस्सा ट्रांसपोर्टेशन और मोबिलिटी सेक्टर से आता है। इसके अलावा डसॉल्ट कई राज्य सरकारों के साथ स्किल डेवलपमेंट, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सिस्टम और वर्चुअल ट्विन सिटी प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। पास्कल डालोज ने कहा कि,

    "वर्चुअल ट्विन्स भविष्य को समझने और गढ़ने का रास्ता हैं। एआई, डेटा और डिजाइन मिलकर पूरी इंडस्ट्री और अर्थव्यवस्था को बदल देंगे।"

    डसॉल्ट सिस्टम्स का मानना है कि भारत आने वाले दशक में सिर्फ दुनिया की "फैक्ट्री" ही नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की राजधानी बनकर उभरेगा।


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