UPI Down! देश में यूपीआई की सर्विस अचानक हुई डाउन, अटक गए फोनपे, पेटीएम, जीपे के पेमेंट, जानें क्या हुआ?
गुरुवार को शाम ढलते ही UPI सर्विस अचानक डाउन हो गई। यह इस साल का चौथा मौका है जब UPI Down हुआ। इससे एचडीएफसी एसबीआई बैंक ऑफ बड़ौदा और कोटक जैसे बड़े बैंकों के पेमेंट सिस्टम ठप हो गए। शाम 745 बजे से लोग गूगल पे फोनपे पेटीएम जैसे ऐप्स पर लोगों को ट्रांजैक्शन करने में काफी परेशानी हुई।

नई दिल्ली| UPI Down : देशभर में गुरुवार को शाम ढलते ही UPI सर्विस अचानक डाउन हो गई। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यह इस साल का चौथा मौका है, जब यूपीआई डाउन हुआ। इससे एचडीएफसी, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और कोटक जैसे बड़े बैंकों के पेमेंट सिस्टम ठप हो गए। और लोगों का लेन-देन बाधित हो गया।
शाम 7:45 बजे से लोग गूगल पे, फोनपे, पेटीएम जैसे ऐप्स पर लोगों को ट्रांजैक्शन करने में काफी परेशानी हुई। लोग पैसे ट्रांसफर नहीं कर पा रहे थे। रात 8 बजे तक डाउनडिटेक्टर नाम की वेबसाइट पर 2,200 से ज्यादा लोगों ने शिकायतें दर्ज कीं। इनमें से करीब 80 फीसदी शिकायतें पेमेंट फेल होने की थीं। बता दें कि डाउनडिटेक्टर वो साइट है, जो ऐप्स और वेबसाइट्स की हालत बताती है।
कैसे काम करता है यूपीआई?
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी यूपीआई एक रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम है। इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने डेवलप किया है। यह सिस्टम यूजर्स को तुरंत एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने की अनुमति देता है।
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जब कोई यूजर UPI के किसी एप से ट्रांजैक्शन शुरू करता है तो पेमेंट रिक्वेस्ट उसके बैंक सर्वर और फिर NPCI के सेंट्रल सर्वर से होकर गुजरती है, ताकि पेमेंट को वैरिफाई करके प्रोसेस किया जा सके।
जुलाई में हुए 19.47 बिलियन ट्रांजैक्शन
NPCI के आंकड़ों के मुताबिक, यूपीआई के जरिए लेनदेन की संख्या जुलाई में 19.47 बिलियन के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई। वैल्यू के लिहाज से यह 25.08 लाख करोड़ रुपए रहा। जो मई के 25.14 लाख करोड़ रुपए के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा था।
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