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    Personal Loan पर क्या और लोन लेना सही है? जानिए टॉप-अप के फायदे और नुकसान

    Updated: Mon, 21 Apr 2025 11:34 AM (IST)

    Personal Loan Top up पर्सनल लोन अन्य लोन के मुकाबले आसानी से मिल जाता है। भविष्य में किसी बड़े खर्चे के लिए पर्सनल लोन लिया जा सकता है। ऐसा हो सकता है कि आपको लोन लेने के बाद ज्यादा पैसों की आवश्यकता हो। तो क्या ऐसा स्थिति में टॉप-अप करना चाहिए या अधिक लोन लेना कितना सही है? आइए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।

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    Personal Loan पर क्या टॉप अप लेना सही है?

     बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। इस महंगाई के जमाने में कोई भी बड़ी वस्तु जैसे घर या कार खरीदने के लिए लोन का सहारा लेना पड़ सकता है। पर्सनल लोन लेने से व्यक्ति पर बोझ कम हो जाता है। क्योंकि वे सामान के पैसे किस्तों में देता है। हालांकि वस्तु की कीमत के साथ उसे ब्याज भी चुकाना पड़ जाता है।

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    हालांकि कभी-कभी लोन पर मिला पैसा भी कम पड़ जाता है। इस स्थिति में कई निवेशक टॉप अप करने के बारे में विचार करते हैं। लेकिन ये टॉप-अप कराना कितना सही है?

    टॉप-अप कराने के फायदे

    टॉप-अप के तहत उधारकर्ता लोन अमाउंट को पहले से ज्यादा कर सकते हैं। आमतौर पर ये सुविधा तब ली जाती है, जब उधारकर्ता को और अधिक राशि की आवश्यकता हो। पर्सनल लोन पर टॉप-अप करने से आपको कोई डॉक्यूमेंट देने की जरूरत नहीं होती।

    क्योंकि बैंक के पास पहले से उधारकर्ता से जु़ड़ी जानकारी होती है। इसके साथ ही ये टॉप-अप अमाउंट सेम ब्याज दर पर लोन मिलता है।

    क्या है इसके नुकसान?

    हालांकि इसके फायदे होने के साथ-साथ कुछ नुकसान भी है। आपका प्रिंसिपल अमाउंट बढ़ जाता है। जिससे ईएमआई का अमाउंट का भी बढ़ता है। वहीं ईएमआई चुकाने की अवधि में भी इजाफा आता है। 

    टॉप-अप कराना कितना है सही?

    टॉप-अप सही है या नहीं। ये इस बात पर निर्भर करता है कि मौजूदा समय में कितना ब्याज मिल रहा है। अगर ब्याज पहले के लिए गए लोन से ज्यादा मिल रहा है। तो दूसरा लोन लेने में नुकसान हो सकता है। ये भी देखना होगा कि ईएमआई का अमाउंट और अवधि कितनी ज्यादा बढ़ रही है। इसके साथ ही क्या आप बढ़ते ईएमआई अमाउंट का बोझ उठा पा रहे हैं। ये ध्यान रखें कि ज्यादा लोन वित्तीय स्थिति पर भारी ना पड़े।

    लोन उतना ही लें, जितना आप चुका सकें। इसके साथ ही सैलरी का कुछ अमाउंट हमेशा इमरजेंसी फंड के लिए रखें। आपके द्वारा लिया गया लोन इमरजेंसी फंड पर भारी नहीं पड़ना चाहिए। 

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