क्या डिफेंस स्टॉक्स में आने वाली है बड़ी गिरावट, इस रिपोर्ट ने बढ़ाई निवेशकों की चिंता
एनालिस्ट्स का मानना है कि मझगांव डॉक पारस डिफेंस और एचएएल जैसे शेयरों ताबड़तोड़ तेजी के बाद अब 20 फीसदी तक का करेक्शन हो सकता है। निर्मल बंग इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Nirmal Bang Institutional Equities) का कहना है कि डिफेंस सेक्टर के शेयरों में मौजूदा तेजी ऑर्डरबुक के चलते आई है। लेकिन फंडामेंटल के लिहाज से देखें तो अधिकतर स्टॉक्स के भाव गैरवाजिब हैं।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ महीनों में डिफेंस सेक्टर के लगभग सभी स्टॉक ने भारी-भरकम रिटर्न देकर निवेशकों को मालामाल किया। लेकिन, अब इन शेयरों से निवेशकों को नुकसान आशंका जताई जा रही है, क्योंकि इन कंपनियों का वैल्यूएशन काफी अधिक हो गया।
पिछले पांच दिनों में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), मझगांव डॉक शिपयार्ड और पारस डिफेंस जैसी रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों के शेयर 10 फीसदी या इससे अधिक टूट चुके हैं। कुछ डिफेंस कंपनियों के स्टॉक में 20 फीसदी करेक्शन की आशंका है।
अच्छी खबर के बाद भी गिरा HAL
डिफेंस स्टॉक्स में गिरावट ऐसे वक्त में आ रही है, जब शेयर मार्केट रिकॉर्ड ऊंचाई पर है। HAL ने तो गुरुवार को एक रिवाइज्ड एमओयू का भी एलान किया था। कंपनी को उम्मीद थी कि इससे शेयरों में तेजी आएगी। लेकिन, यह दांव भी शेयरों में उछाल लाने में नाकाम रहा।
शुक्रवार को भी HAL का स्टॉक 4 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ 4800 रुपये के भाव पर बंद हुआ। डिफेंस सेक्टर के बाकी स्टॉक्स का भी कमोबेश यही हाल रहा।
डिफेंस सेक्टर में गिरावट की वजह?
दरअसल, ब्रोकरेज ज्यादातर डिफेंस कंपनियों के वैल्यूएशन को लेकर चिंतित है। मिसाल के लिए, ब्रोकरेज इनक्रेड ने पिछले दिनों एचएएल की तुलना राफेल लड़ाकू विमान बनाने वाली दसॉ एविएशन (Dassault Aviation) से की।
इनक्रेड ने दावा किया कि एचएएल आमदनी और मुनाफे के मामले में दसॉ से काफी पीछे है। लेकिन, एचएएल के शेयर 4100 करोड डॉलर के एंटरप्राइज वैल्यू पर हैं, जबकि दसॉ के सिर्फ 670 करोड़ डॉलर के वैल्यूएशन पर। यहां तक कि आगे भी कमाई की संभावनाओं और ऑर्डर बैकलॉग के लिहाज से फ्रांस की दसॉ के मुकाबले एचएएल काफी पीछे है।
बाकी डिफेंस स्टॉक पर भी है दबाव
एनालिस्ट्स का मानना है कि मझगांव डॉक, पारस डिफेंस और एचएएल जैसे शेयरों ताबड़तोड़ तेजी के बाद अब 20 फीसदी तक का करेक्शन हो सकता है। निर्मल बंग इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Nirmal Bang Institutional Equities) का कहना है कि डिफेंस सेक्टर के शेयरों में मौजूदा तेजी ऑर्डरबुक के चलते आई है। लेकिन, फंडामेंटल के लिहाज से देखें, तो अधिकतर स्टॉक्स के भाव गैरवाजिब हैं।
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