जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के एमडी मनोज गौड़ गिरफ्तार, मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में ED ने किया अरेस्ट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आर्थिक अपराधों की जांच करने वाली सरकारी जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रियल्टी कंपनी जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के एमडी मनोज गौड़ को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी घर खरीदारों के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच को लेकर हुई है।

जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के एमडी मनोज गौड़
नई दिल्ली।आर्थिक अपराधों से जुड़े मामलों की जांच करने वाली सरकारी एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रियल्टी कंपनी जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के एमडी मनोज गौड़ को गिरफ्तार कर लिया है। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, एजेंसी के आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि मनोज गौड़ को घर खरीदारों के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच को लेकर गिरफ्तार किया गया है। इस घटनाक्रम पर मनोज गौड़ और उनके कार्यालय की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
इससे पहले मई में ईडी ने जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड, जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड और उनकी सहयोगी संस्थाओं से जुड़े 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस कार्रवाई के दौरान, अधिकारियों ने 1.7 करोड़ रुपये से ज़्यादा की नकदी, वित्तीय रिकॉर्ड, डिजिटल डेटा और प्रमोटरों, उनके परिवार के सदस्यों और समूह की कंपनियों के नाम पर पंजीकृत संपत्ति के दस्तावेज़ ज़ब्त किए थे।
2017 में जेपी इन्फ्राटेक दिवालिया
अगस्त 2017 में जेपी इन्फ्राटेक दिवालिया हो गई थी, जब राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने आईडीबीआई बैंक के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम द्वारा दायर आवेदन स्वीकार कर लिया था। इस ग्रउप को नोएडा में विभिन्न आवासीय परियोजनाओं के तहत खरीदारों को 32,691 इकाइयाँ सौंपनी थीं, जिनमें से 4,889 इकाइयाँ दिवालिया कार्यवाही शुरू होने से पहले ही पूरी हो चुकी थीं। अगस्त 2017 तक 27,802 इकाइयाँ अधूरी रह गईं।

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