जून में 20% बढ़ी भर्तियां, छोटे शहरों का रहा बड़ा योगदान!
जून में व्हाइट कॉलर नौकरियों में 20% की वृद्धि हुई है जिसमें छोटे शहरों का महत्वपूर्ण योगदान है। कोयंबटूर 26% वृद्धि के साथ सबसे आगे है जिसके बाद नागपुर और नासिक में 24% की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि सूचना प्रौद्योगिकी बीएफएसआई विनिर्माण और एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों में अवसरों के कारण हुई है। फाउंडइट के अनुसार छोटे शहर रोजगार वृद्धि के प्रमुख इंजन बन रहे हैं।

मुंबई। व्हाइट कालर (कार्यालय में बैठकर काम करने वाले) नौकरियों के लिए कुल भर्तियां जून में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत बढ़ी हैं। इसमें मुख्य रूप से दूसरी श्रेणी के शहरों का योगदान रहा है। नौकरी प्लेटफार्म फाउंडइट.इन पर आधारित आनलाइन नौकरी संबंधी गतिविधियां पोस्ट करने वाले फाउंडइट इनसाइट्स ट्रैकर के अनुसार, भारत में दूसरी श्रेणी के शहर देश की रोजगार वृद्धि को गति देने वाले प्रमुख इंजन के रूप में उभर रहे हैं।
इसमें कहा गया है कि 26 प्रतिशत की वृद्धि के साथ कोयंबटूर में अवसरों में वृद्धि देखी गई, इसके बाद नागपुर और नासिक में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसमें मुख्य योगदान सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी), बीएफएसआइ (बैं¨कग, वित्तीय सेवा और बीमा), विनिर्माण और एफएमसीजी (रोजमर्रा के घरेलू उत्पाद) जैसे क्षेत्रों का योगदान है।
फाउंडइंट के मुख्य राजस्व एवं वृद्धि अधिकारी (सीआरजीओ) प्रणय काले ने कहा, दूसरी श्रेणी के शहरों की ओर भर्ती की गति में बदलाव, खासतौर पर आइटी और प्रवेश स्तर की भूमिकाओं में उल्लेखनीय है। नौकरी चाहने वालों के पास अब घर के करीब ही विविध अवसर हैं, जो भारत के समृद्ध और विविध प्रतिभा परि²श्य को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, नियोक्ताओं के लिए ये शहर बेहतर बुनियादी ढांचे, लक्षित निवेश और भौगोलिक रूप से विविधता के रणनीतिक इरादे से प्रेरित पर्यावरण अनुकूल वृद्धि के लिए रणनीतिक अवसर प्रदान करते हैं।
काले ने कहा कि यह हाल के वर्षों में सबसे मजबूत वृद्धि है, जो भारत के रोजगार परि²श्य में दूसरी श्रेणी के शहरों के बढ़ते महत्व को रेखांकित करती है।
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