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    JP Associates को फिर से पाने के लिए मैदान में कूदा गौड़ परिवार, बाप-बेटे का प्लान; ₹18000 करोड़ से बदल देंगे गेम?

    Updated: Fri, 31 Oct 2025 04:39 PM (IST)

    JP Associates को हासिल करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में मुकाबला और भी रोमांचक हो गया है। वेदांता और अदाणी ग्रुप के बीच चल रही प्रतिस्पर्धा में, कंपनी के पूर्व प्रमोटर गौड़ परिवार ने 18,000 करोड़ रुपए का नया प्लान पेश किया है। हालांकि, लेंडर्स अभी फंडिंग को लेकर आश्वस्त नहीं हैं, लेकिन गौड़ परिवार का दावा है कि YEIDA विवाद सुलझने पर अतिरिक्त वैल्यू मिल सकती है।

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    JP Associates को फिर से पाने के लिए मैदान में कूदा गौड़ परिवार, वेदांता-अदाणी को दे डाली चुनौती।

    नई दिल्ली| देश के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में एक बार फिर बड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। जहां जेपी एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates- JAL) को खरीदने में वेदांता और अदाणी ग्रुप जोर लगा रहे हैं, तो वहीं गौड़ परिवार जेपी एसोसिएट्स (JP Associates) को फिर से अपना बनाने के लिए मैदान में कूद पड़ा है। उसने वेदांता के अनिल अग्रवाल और अदाणी ग्रुप के गौतम अदाणी को सीधी चुनौती दे डाली है। कंपनी के प्रमोटर रहे गौड़ परिवार ने 18,000 करोड़ रुपए का नया रिजॉल्यूशन प्लान पेश किया है, जो वेदांता और अदाणी ग्रुप के ऑफर से कहीं ज्यादा है।

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    सूत्रों के मुताबिक, यह ऑफर वेदांता के 17,000 करोड़ रुपए और अदाणी ग्रुप के 12,005 करोड़ रुपए के प्रस्ताव से बड़ा है। हालांकि, लेंडर्स यानी बैंकिंग कंसोर्टियम अभी इस प्रस्ताव की फंडिंग क्षमता को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं। सूत्रों ने बताया कि,

    "प्रमोटर ने 18,000 करोड़ रुपए की वैल्यू वाला नया प्लान पेश किया है, जो वेदांता के ऑफर से ज्यादा है, लेकिन फंडिंग का सोर्स अब भी साफ नहीं है।"

    वेदांता की बोली अदाणी से काफी बड़ी

    वेदांता फिलहाल 17,000 करोड़ की बोली के साथ लीड में है, जिसका नेट प्रेजेंट वैल्यू (NPV) करीब 12,505 करोड़ रुपए है और 4,000 करोड़ रुपए का अपफ्रंट पेमेंट शामिल है। अदाणी की बोली इससे काफी कम है।

    वहीं, गौड़ परिवार ने वादा किया है कि वह 5,000 करोड़ रुपए की अग्रिम राशि (upfront payment) देगा, लेकिन लेंडर्स ने फंडिंग सोर्स का सबूत मांगा है। जबकि सूत्रों का कहना है कि, "अभी यह साफ नहीं है कि पैसा कहां से आएगा।"

    यह भी पढ़ें- JP Associates को खरीदने वाली कंपनी को 44 फीसदी का हुआ भारी नुकसान, इस बार कितना डिविडेंड देगी कंपनी

    गौड़ परिवार ने कर दिया बड़ा दावा

    जानकारी के मुताबिक, कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स यानी सीओसी (Committee of Creditors- CoC) अभी पांच बोलियों की समीक्षा कर रही है, पर असली मुकाबला वेदांता और अदाणी के बीच है। वोटिंग नवंबर के मध्य में होने की संभावना है। गौड़ परिवार का दावा है कि अगर YEIDA (यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी) से जुड़ा विवाद सुलझ गया, तो 7,000-8,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त वैल्यू खुल सकती है।

    हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि डील का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि क्या गौड़ परिवार अपनी फंडिंग योजना को साबित कर पाता है। अभी तक, वेदांता का ऑफर रिकवरी और कैश पेमेंट के लिहाज से सबसे मज़बूत माना जा रहा है।