Jaypee Group फाउंडर जयप्रकाश के कितने बेटे, JP Assocites के दिवालिया होने के बाद अब कौन सा बिजनेस संभाल रहे?
जयप्रकाश एसोसिएट्स के दिवालिया होने के बाद, ईडी ने जयप्रकाश गौड़ के बेटे मनोज गौड़ को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के बाद लोग जानना चाहते हैं कि जयप्रकाश गौड़ के बड़े बेटे मनोज गौड़ हैं तो छोटा बेटा कौन है और वह किस पद पर, किस कंपनी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

Jaypee Group फाउंडर जयप्रकाश गौड़ के दूसरे बेटे का क्या नाम है?
नई दिल्ली। जयप्रकाश एसोसिएट्स (JAL) के दिवालिया होने के बाद जेपी ग्रुप पर एक और बुरी खबर आई है। दरअसल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने Jaypee Group फाउंडर जयप्रकाश गौड़ के एक बेटे मनोज गौड़ को गिरफ्तार कर लिया है। मनोज गौड़ की गिराफ्तारी घर खरीदारों के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के तहत की गई है।
जयप्रकाश एसोसिएट्स को खरीदने में जब से अदाणी, वेदांता और डालमिया जैसे नाम आए हैं तब यह ग्रुप लगातार चर्चा में है। इस गिरफ्तारी के बाद लोग जानना चाहते हैं कि जयप्रकाश गौड़ के बड़े बेटे मनोज गौड़ हैं तो छोटा बेटा कौन है और वह किस पद पर, किस कंपनी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
मनोज गौड़ के बारे में
मनोज गौड़, जयप्रकाश गौड़ के बड़े बेटे हैं। वह रियल्टी कंपनी जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं। वह जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेपी समूह की प्रमुख कंपनी) के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने समूह के कई सेक्टर जिसमें इंजीनियरिंग एवं निर्माण, सीमेंट, जलविद्युत, रियल एस्टेट, एक्सप्रेसवे और शिक्षा शामिल हैं, की देखरेख करते रहे हैं।
छोटे बेट संजय गौड़ के बारे में
जयप्रकाश गौड़ के छोटे बेटे का संजय गौड़ उर्फ सनी गौड़ है। उन्होंने जयप्रकाश एसोसिएट्स में अपनी डायरेक्टर की भूमिका से 2020 में इस्तीफा दे दिया था। वर्तमान में, वह जेपी समूह की कई सहायक कंपनियों में डायरेक्टर और चेयरमैन के रूप में कई भूमिकाएं निभा रहे हैं। इनमें बोकारो जेपी सीमेंट लिमिटेड और मध्य प्रदेश जेपी मिनरल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शामिल हैं।
अदाणी खरीदेंगे जेपी एसोसिएट्स?
हाल ही में जेपी एसोसिएट्स के अधिग्रहण (Jaypee Associates acquisition) में वेदांता को पछाड़कर गौतम अदाणी की सबसे बड़ी कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज फिर सबसे आगे आ गई है। वेदांता की 12,505 करोड़ की बोली के बावजूद, अदाणी की जल्दी भुगतान योजना ने उन्हें मजबूत दावेदार बना दिया है। ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) ने अदाणी की योजना को उच्च दर्जा दिया है, क्योंकि उन्होंने दो साल के भीतर भुगतान का प्रस्ताव रखा है। वेदांता ने 5 साल में किस्तो में पेमेंट की बात कही है।

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