'US इतिहास का सबसे मूर्खतापूर्ण कदम है टैरिफ', ट्रंप पर बरसे अमेरिका के दिग्गज अर्थशास्त्री; सुनाई खरी-खरी
Jeffrey Sachs on Trump Tariffs प्रसिद्ध अमेरिकी अर्थशास्त्री Jeffrey Sachs ने भारत पर टैरिफ लगाने के वाशिंगटन के फैसले की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि Donald Trump का टैरिफ अमेरिकी विदेश नीति का सबसे मूर्खतापूर्ण रणनीतिक कदम है। ये टैरिफ आत्मघाती हैं और ऐसे समय में जब वैश्विक गठबंधन पहले से ही तनाव में हैं।

नई दिल्ली। Jeffrey Sachs on Trump Tariffs: अमेरिका के दिग्गज अर्थशास्त्री जेफरी सैक्स ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने भारत पर लगाए गए टैरिफ (Trump Tariff News) को "लंबे समय से अमेरिकी विदेश नीति का सबसे मूर्खतापूर्ण रणनीतिक कदम" बताया। क्रिस्टल बॉल और सागर एनजेटी के ब्रेकिंग पॉइंट्स शो में एक साक्षात्कार में Jeffrey ने कहा, "भारत पर ये टैरिफ रणनीति नहीं, बल्कि तोड़फोड़ है। यह अमेरिकी विदेश नीति का सबसे मूर्खतापूर्ण रणनीतिक कदम है।"
कोलंबिया विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्री और पूर्व संयुक्त राष्ट्र सलाहकार Sachs ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने ग्राहम के बारे में कहा, "मैं बस यह बात खुलकर कहना चाहता हूँ।" उन्होंने आगे कहा, "मैं हर उस शो में यह बात कहूँगा जहाँ आप मुझे बुलाएँगे।"
'ट्रंप के टैरिफ से जीते BRICS देश'
अर्थशास्त्री की तीखी टिप्पणियां राजनीतिक हस्तियों से आगे बढ़कर नीतियों तक पहुँच गईं। जेफरी ने ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत पर 25% का पेनाल्टी शुल्क लगाने की निंदा की। उनके अनुसार यह कदम विनाशकारी रूप से उल्टा पड़ा। उन्होंने कहा, "इसने रातों रात BRICS देशों को अभूतपूर्व रूप से एकीकृत कर दिया," और इसके बाद ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के बीच बढ़ते समन्वय की ओर इशारा किया।
Jeffrey Sachs ने आगे कहा, "डोनाल्ड ट्रंप ब्रिक्स को एकजुट करने वाले महान व्यक्ति थे।" "वैसे, मुझे ब्रिक्स पसंद है, लेकिन लिंडसे ग्राहम या पीटर नवारो जो सोच रहे होंगे, उसके विपरीत हुआ।"
Jeffrey ने ट्रंप के व्यापार सलाहकार और अर्थशास्त्री पीटर नवारो का विशेष रूप से मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा, "मैं उन्हें अपने पूर्व विभाग द्वारा दिए गए संभवत सबसे अयोग्य पीएचडी की सूची में रखूँगा।"
भारत और अमेरिका के संबंधों को पहुंचा नुकसान
Jeffrey Sachs ने कहा, "भारत पर हमला करके एक ऐसा देश जिसे अमेरिका रणनीतिक और कूटनीतिक संबंधों के लिए बढ़ावा दे रहा था, ट्रम्प ने इसे रातों रात खत्म कर दिया। क्योंकि, अगर यह 25% टैरिफ जुर्माना हटा भी दिया जाए, तो भी भारतीयों ने एक सबक सीख लिया है। आप अमेरिका पर भरोसा नहीं कर सकते।"
उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि टैरिफ से बातचीत में कोई सार्थक लाभ नहीं हुआ, बल्कि वैश्विक गठबंधन मजबूत हुए। Sachs ने कहा, "किसी को भी बातचीत की मेज पर लाने पर कोई व्यावहारिक प्रभाव नहीं पड़ा। लेकिन इसने वर्षों से बनी अमेरिकी विदेश नीति के एक पहलू को पूरी तरह से कमजोर कर दिया।"
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