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    LIC का बड़ा दांव: इन 3 निजी बैंकों से खींचा हाथ, SBI और Yes Bank में जोरों से बढ़ाया निवेश; क्या है पूरा प्लान?

    Updated: Mon, 10 Nov 2025 07:25 PM (IST)

    LIC ने अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करते हुए निजी बैंकों जैसे एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और कोटक महिंद्रा बैंक में अपनी हिस्सेदारी कम कर दी है। इसके विपरीत, एसबीआई और यस बैंक में निवेश बढ़ाया है। विशेषज्ञों का मानना है कि एलआईसी का यह कदम दीर्घकालिक निवेश रणनीति का हिस्सा है, क्योंकि पीएसयू बैंक मजबूत स्थिति में हैं। विदेशी निवेशकों का रुझान प्राइवेट बैंकों की ओर है।

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    LIC का बड़ा दांव: इन 3 निजी बैंकों से खींचा हाथ, SBI और Yes Bank में जोरों से बढ़ाया निवेश।

    नई दिल्ली| देश की सबसे बड़ी निवेशक कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने अपने पोर्टफोलियो में बड़ा बदलाव किया है। सितंबर तिमाही में एलआईसी ने एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) और कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) जैसे दिग्गज निजी बैंकों से हिस्सेदारी घटा दी। जबकि एसबआई और यस बैंक में आक्रामक तरीके से निवेश बढ़ाया है।

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    3 महीने में SBI में 5285 करोड़ निवेश

    प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक, LIC ने सिर्फ तीन महीने में SBI के 6.41 करोड़ शेयर खरीदे, जिनकी कीमत करीब 5,285 करोड़ रुपए है। वहीं, यस बैंक में हिस्सेदारी चार गुना बढ़ाकर 4% तक पहुंचा दी, जबकि जून तिमाही में यह 1% से भी कम थी।

    HDFC के 3203 करोड़ के शेयर बेचे

    इसके उलट, एलआई ने HDFC Bank के 3,203 करोड़ रुपए, ICICI Bank के 2,461 करोड़ रुपए और कोटक महिंद्रा बैंक के 2,032 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए। यह हाल के वर्षों में LIC की निजी बैंकों से सबसे बड़ी दूरी मानी जा रही है।

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    PSU बैंकों पर क्यों बढ़ रहा भरोसा?

    बाजार विशेषज्ञ वीके विजयकुमार (Geojit) का कहना है कि, "PSU बैंक सेक्टर मजबूत स्थिति में है और अभी भी आकर्षक वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है। आने वाले समय में इन बैंकों के मर्जर से ग्रोथ के और मौके दिख रहे हैं।" निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स (Nifty PSU Bank Index) ने पिछले तीन महीनों में 21% रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी बैंक (Nifty Bank) केवल 4% बढ़ा है। यह भी दर्शाता है कि निवेशक सरकारी बैंकों में ज्यादा भरोसा जता रहे हैं।

    विदेशी निवेशक उलटी दिशा में

    उधर, जहां एलआईसी पब्लिक सेक्टर बैंकों में निवेश बढ़ा रही है, वहीं विदेशी निवेशक प्राइवेट बैंकों की ओर रुख कर रहे हैं। 2025 में विदेशी निवेशकों ने भारत के प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर में 14 अरब डॉलर का निवेश किया है। Emirates NBD ने RBL Bank में 60% हिस्सेदारी खरीदी। Sumitomo Mitsui ने Yes Bank में निवेश बढ़ाकर 24.2% किया। Blackstone ने Federal Bank में लगभग 6,196 करोड़ रुपए का बड़ा दांव खेला है।

    विशेषज्ञों का मानना है कि LIC का यह कदम लॉन्ग-टर्म वैल्यू निवेश की रणनीति का हिस्सा है। सरकार अगर राज्य-स्वामित्व वाले बैंकों में 49% तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की अनुमति देती है, तो PSU बैंकों में 4 अरब डॉलर तक का नया पैसा आ सकता है। यानी LIC का यह दांव सिर्फ आज के लिए नहीं, बल्कि आने वाले सालों के बैंकिंग भविष्य पर विश्वास का संकेत है।

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