खराब है सिबिल स्कोर तो क्या नहीं मिलेगी नौकरी? इस सवाल का सरकार ने दिया जवाब
संसद में सिबिल स्कोर को लेकर पूछे गए एक सवाल से पता चला है कि कमजोर क्रेडिट हिस्ट्री या सिबिल स्कोर आपके रोज़गार के अवसरों को भी प्रभावित कर सकता है। ख़ासकर बैंकिंग क्षेत्र में नौकरी पाने वालों के लिए यह एक ज़रूरी शर्त बन गई है। गर किसी उम्मीदवार का सिबिल रिकॉर्ड अपडेट नहीं है तो उसे बैंक से एनओसी लेनी होगी।

नई दिल्ली। जब भी सिबिल स्कोर की बात होती है तो बैंक लोन (Cibil Score for Loan) को लेकर होती है। अगर किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर कम है या खराब है तो बैंक उसे लोन देने से इनकार कर सकते हैं या ज्यादा ब्याज पर लोन देते हैं। आमतौर पर सिबिल स्कोर को लेकर लोगों की धारणा सिर्फ बैंक लोन से जुड़ी हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं सिबिल स्कोर (Why Credit Score Matter for Jobs) खराब होने से सिर्फ लोन ही नहीं नौकरी मिलने में भी परेशानी हो सकती है।
हाल ही में संसद में पूछे गए एक सवाल से पता चला है कि कम क्रेडिट या सिबिल स्कोर आपके रोज़गार के अवसरों को भी प्रभावित कर सकता है। ख़ासकर बैंकिंग क्षेत्र में नौकरी पाने वालों के लिए यह एक ज़रूरी शर्त बन गई है।
राज्यसभा सांसद ने सरकार से पूछा सवाल
राज्यसभा सांसद डॉ. जॉन ब्रिटास ने वित्त मंत्रालय से पूछा कि क्या बैंकिंग जॉब के लिए उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम 650 या उससे अधिक का सिबिल स्कोर बनाए रखना अनिवार्य कर दिया गया है? साथ ही, यह भी पूछा गया कि क्या सरकार इस शर्त को लेकर गरीब और मध्यम वर्ग के उम्मीदवारों की समस्याओं पर विचार कर रही है, जिनमें कई छात्र ऐसे भी हैं जिन्हें एजुकेशन लोन चुकाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
क्या 650 सिबिल स्कोर बैंक नौकरी के लिए अनिवार्य?
इस सवाल के जवाब में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंकों की भर्ती परीक्षा आयोजित करने वाले आईबीपीएस (बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान) ने 2023-24 (सीआरपी-XIII) की भर्ती प्रक्रिया में यह शर्त रखी थी। इसके तहत, बैंकिंग नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का सिबिल स्कोर कम से कम 650 और एक हेल्दी क्रेडिट हिस्ट्री होना अनिवार्य था।
हालांकि, मंत्री ने स्पष्ट किया कि 2024-25 (सीआरपी-XIV) की भर्ती प्रक्रिया से यह शर्त हटा दी गई है। अब उम्मीदवारों को आवेदन के समय यह स्कोर लाना ज़रूरी नहीं है, लेकिन जॉइनिंग के समय उन्हें एक हेल्दी क्रेडिट हिस्ट्री दिखानी होगी। अगर किसी उम्मीदवार का सिबिल रिकॉर्ड अपडेट नहीं है, तो उसे बैंक से एनओसी लेनी होगी, अन्यथा ऑफर लेटर रद्द भी किया जा सकता है। इस बारे में अंतिम निर्णय संबंधित बैंक के हाथ में होगा।
बैंकों को चाहिए बेहतर सिबिल स्कोर वाले कर्मचारी
केंद्र सरकार ने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंक, बोर्ड द्वारा संचालित संस्थाएँ हैं और उन्होंने नए कर्मचारियों में वित्तीय अनुशासन विकसित करने के लिए यह नियम लागू किया है। खासकर, ज़िम्मेदार वित्तीय व्यवहार उन पदों पर अनिवार्य है, जहाँ कर्मचारियों को सार्वजनिक धन और लेनदेन को संभालने का काम सौंपा जाता है।
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सरकार के जवाब और बैंकों के रूख से यह स्पष्ट होता है कि आपका सिबिल स्कोर या क्रेडिट हिस्ट्री अब न सिर्फ लोन हासिल करने के लिए, बल्कि नौकरी पाने के लिए भी बहुत अहम है। ऐसे में एक अच्छा CIBIL स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का प्रमाण है, और बैंकिंग जैसे क्षेत्रों में, इसका उपयोग आपकी नौकरी की योग्यता निर्धारित करने के लिए भी किया जा सकता है।
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