भारत से क्यों चिढ़ रहे हैं ट्रंप? जानिए क्या हैं वो चार बड़े कारण जिनसे बौखलाए अमेरिका के राष्ट्रपति
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों भारत पर 25 फीसदी टैरिफ का एलान किया। इसके बाद से ही टैरिफ से अर्थव्यवस्था शेयर बाजार सोने-चांदी पर क्या असर होगा इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। फिर कल दोबारा ट्रंप रूस से किए गए तेल व्यापार को लेकर बौखला गए और ज्यादा टैरिफ लगाने की धमकी भी दी। लेकिन सिर्फ तेल व्यापार ने ही उन्हें आग बाबूला बनाया है?

नई दिल्ली। कई दिनों से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ वार को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। अप्रैल में उन्होंने पूरे विश्व को टैरिफ की धमकी दी थी। फिर बीते महीने जुलाई के अंत में उन्होंने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ का एलान कर दिया।
इसके बाद से ही अर्थव्यवस्था, शेयर बाजार और सोने से लेकर हर एक चीज पर पड़ने वाले असर को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। कल यानी 5 अगस्त मंगलवार को डोनाल्ड ट्रंप एक इंटरव्यू के दौरान बौखलाए हुए दिखाई दिए। वे भारत पर रूस के साथ किए गए तेल व्यापार को लेकर कड़े शब्द बोले और ज्यादा टैरिफ लगाने की धमकी भी दी। लेकिन क्या ये गुस्सा रूसी तेल व्यापार को लेकर ही है या इसके पीछे कई और कारण भी है?
क्या है ट्रंप की नाराजगी का कारण?
अमेरिका-भारत व्यापार
भारत और अमेरिका के बीच चल रहें व्यापार समझौते की कोशिश से ट्रंप चिड़ चुके हैं। इस समझौते के लिए दोनों देशों की तरफ से कई बार बैठक की गई है। वहीं ट्रंप भारत के डेयरी और कृषि क्षेत्र में नियंत्रण पाना चाहते थे। जिसके लिए भारत ने साफ इंकार कर दिया। वे चाहते थे कि भारत डेयरी और कृषि प्रोडक्ट में अमेरिका के लिए टैरिफ कम कर दें।
भारत के टैरिफ से परेशान
अमेरिका के राष्ट्रपति लंबे समय से भारत से टैरिफ को लेकर नाराजगी जता रहे हैं। उन्होंने कई बार मीडिया के सामने बयान दिया है कि भारत अमेरिका पर कई गुना टैरिफ लगाता आया है। उन्होंने एक स्टेटमेंट में ये तक कहा है कि भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ लगाता हैष
भारत का रूस के साथ व्यापार बढ़ाना
भारत और रूस के रिश्ते हमेशा से अच्छे रहे हैं। वहीं अमेरिका और रूस के रिश्ते दुनिया से छिपे नहीं है। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद के दौरान चीन के साथ भारत भी रूस से ऊर्जा खरीद रहा था, जिसकी ट्रंप ने आलोचना की है।
वित्त वर्ष 2024-25 के बीच भारत और रूस के बीच 68.7 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ। ये रिकॉर्ड कोविड-19 से पहले 6 गुना था। जहां भारत 2022 में रूस के कच्चे तेल का 0.2 फीसदी निर्यात करता था, अब 35 से 40 फीसदी कर रहा है।
BRICS से ट्रंप का चिढ़ना
ट्रंप BRICS को एंटी यूएस मानते हैं। इसमें भारत भी शामिल है। उन्होंने एक स्टेटमेंट में कहा कि BRICS उन देशों को समूह है, जो अमेरिका के बिल्कुल खिलाफ है, इसमें भारत भी है। ये पूरी तरह से डॉलर पर हमला करने जैसा है, हम डॉलर को गिरने नहीं देंगे।
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