Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    SIP Vs STP किसमें मिलता है निवेशकों को ज्यादा फायदा? क्या है इनमे अंतर

    Updated: Mon, 14 Apr 2025 11:20 AM (IST)

    SIP vs STP ट्रंप टैरिफ के बाद शेयर बाजार में अस्थिरता बढ़ गई है। इस कारण निवेशक घबराए हुए हैं जिस कारण वे सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ रहे हैं। अगर आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो एसआईपी के बारे में जानते हैं। एसआईपी के साथ हमें एसटीपी में भी निवेश करने का ऑप्शन मिलता है। चलिए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।

    Hero Image
    SIP Vs STP क्या है दोनों में अंतर?

     बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए सबसे आसान तरीका है। इसके जरिए आप किस्तों में पैसा इनडायरेक्टली शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं। एसआईपी के बारे में आपने पहले भी कई बार सुना होगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लेकिन एसटीपी (सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान) के बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे। चलिए पहले जानते हैं कि एसटीपी क्या है?

    क्या होता है STP?

    एसटीपी यानी सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान निवेश का एक जरिया है। एसटीपी के जरिए आप इक्विटी फंड से डेट फंड में पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एसटीपी के तहत निवेशक एक तय सीमा में एक निश्चित अमाउंट डेट फंड में ट्रांसफर कर सकते हैं।

    डेट फंड में ट्रासंफर क्यो करते हैं निवेशक ?

    दरअसल म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए कई तरह के ऑप्शन मिलते हैं। इनमें डेट, हाईब्रिड, इक्विटी फंड इत्यादि शामिल हैं।

    इक्विटी फंड जोखिम भरे होते हैं, जिसकी वजह से निवेशक इक्विटी फंड से दूसरे फंड की तरफ बढ़ना चाहते हैं। वहीं डेट फंड, इक्विटी फंड के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित माने जाते हैं। डेट फंड के जरिए आप एक तरह से पैसा कंपनी को उधार देते हैं।

    वहीं हाइब्रिड फंड, इक्विटी और डेट का मिश्रण होते हैं। हालांकि एसटीपी के जरिए आप केवल इक्विटी से डेट फंड में ही ट्रांसफर कर सकते हैं।

    STP और SIP में क्या है अंतर?

    • एसटीपी और एसआईपी दोनों ही म्यूचुअल फंड में निवेश करने का जरिया है। हालांकि दोनों अलग तरीके से काम करते हैं।
    • एसआईपी के जरिए आप किसी एक चयन फंड में तय सीमा और तय अमाउंट के तहत निवेश करते हैं।
    • वहीं एसटीपी के जरिए आप एक फंड से दूसरे फंड में पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं।
    • अगर शेयर बाजार का जोखिम ज्यादा हो, तो एसटीपी बेहतर विकल्प रहेगा क्योंकि इसमें पैसा इक्विटी से डेट फंड में ट्रांसफर करने का ऑप्शन मिलता है।

    क्या होता है SIP?

    एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान निवेशकों के बीच काफी पॉपुलर है। इसके जरिए आप म्यूचुअल फंड में आसानी से निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए कई ऑप्शन मिलते हैं। इनमें इक्विटी, डेट, हाइब्रिड और ईटीएफ इत्यादि शामिल है।

    निवेश अपनी पसंद के हिसाब से निवेश के लिए किन्ही भी एक फंड का चयन कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में अनुमानित रिटर्न 12 से 14 फीसदी रहता है। हालांकि इसमें मिलने वाला लाभ बाजार के उतार-चढ़ाव पर भी निर्भर करता है। 

    शेयर बाजार में डायरेक्ट निवेश करने से कम जोखिम म्यूचुअल फंड में पैसा लगाना है। क्योंकि इसमें आपका पैसा एजेंट द्वारा लगाया जाता है। इसके साथ ही हाइब्रिड, डेट और ईटीएफ का चयन कर आप जोखिम कम कर सकते हैं। हालांकि इनमें फिर इक्विटी फंड से कम रिटर्न मिलता है। 

    यह भी पढ़ें:- SIP Calculation: डेली सेविंग से हर दिन इतने रुपये बचाकर ऐसे बनेगा करोड़ों का फंड, देखें पूरी कैलकुलेशन