सरकार ने बंद कर दिया है SGB, फिर भी इस तरीके से कर सकते हैं इसमें निवेश, यहां देखें प्रोसेस
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) निवेशकों के बीच बेहतरीन रिटर्न की वजह से लोकप्रिय था। इसमें गोल्ड से मिलने वाले रिटर्न का लाभ तो मिलता ही था। इसके साथ ही इसमें निश्चित 2.50 फीसदी ब्याज मिल जाता था। हालांकि सरकार ने सोने की ऊंची कीमतों को देखते हुए इसे जारी करना बंद कर दिया। हालांकि आप एक तरीके से इसमें अभी भी निवेश कर सकते हैं।

नई दिल्ली। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड निवेशकों के बीच काफी पॉपुलर था। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) सुरक्षित होने के साथ अपने बेहतरीन रिटर्न के लिए जाना जाता है। इसमें सोने के बराबर रिटर्न तो मिलता ही था, साथ ही हर साल 2.5 फीसदी का ब्याज भी मिलता था। इतना ही नहीं, इस पर भारत सरकार की गारंटी थी। यानी ये पूरी तरह सुरक्षित भी था।
लेकिन सोने की ऊंची कीमतों के चलते सरकार को इस पर भारी नुकसान उठाना पड़ा और वित्त मंत्रालय ने इस साल एक भी SGB जारी नहीं किया। हालांकि, आज हम ऐसे तरीके के बारे में बात करेंगे, जिसके जरिए आप अब भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं।
दरअसल, सरकार की ओर से पहले जारी हुए एसजीबी अब भी स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होते हैं, जिसे आप शेयर की तरह खरीद सकते हैं। वहीं इसे बेचा भी जा सकता है।
ऐसे करें निवेश
अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक्सचेंज के माध्यम से खरीदना चाहते हैं, तो इसके लिए ब्रोकरेज ऐप की आवश्यकता होगी। जिस तरह से आप शेयर्स को खरीदते या बेचते हैं, ठीक इसी तरह आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को भी खरीद या बेच सकते हैं।
ब्रोकरेज ऐप के माध्यम से आप कई तरह के अलग-अलग एसजीबी बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं। इनमें SGBDC27VII GB, SGBJAN29X GB जैसे ऑप्शन शामिल हैं।
SGBDC27VII GB की कीमत दोपहर 4.08 बजे 9925 रुपये चल रही है। वहीं ये 9999 रुपये पहुंचकर अब तक का हाई रिकॉर्ड बना चुकी है। इसके साथ ही SGBJAN29X GB की कीमत अभी 10,148.54 रुपये चल रही है। इसने 10,148.54 पहुंचकर अब तक का हाई रिकॉर्ड बना दिया है।
इस तरह से आप कीमत, बॉन्ड के जरिए मिलने वाला रिटर्न इत्यादि को देख निवेश कर सकते हैं। वहीं इसमें निवेश करने से पहले इसकी एक्सपायरी डेट देखना जरूरी है। जैसे SGBDC27VII GB साल 2027 तक एक्सपायर हो जाएगा।
ऐसे ही SGBJAN29X GB भी जनवरी साल 2029 तक एक्सपायर हो जाएगा।
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की शुरुआत साल 2015 में की गई थी। इसकी शुरूआत सरकार द्वारा की गई थी। इसलिए इसे निवेश के लिए सुरक्षित माना जाता था। इसके जरिए निवेशक डिजिटलाइज तरीके से सोने में निवेश कर सकते थे। इसमें खास बात ये थी कि गोल्ड की बढ़ती कीमत के रिटर्न के साथ इसमें निश्चित 2.50 फीसदी रिटर्न मिलता था।
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